मोदी का लक्ष्य भारत को सूपर पावर बनाना है, इसी दिशा में काम करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे राष्ट्रहित में मुश्किल फैसले लेने में पीछे नहीं हटेगी। देश में तेजी से हो रहे विकास कार्यों की वजह बढती जीडीपी है। सरकार के लिए देश हित सर्वोपरि है इसलिए जनहित में बड़े फैसले लेने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, इन प्रयासों से अगले 4 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 5 लाख करोड़ डॉलर का हो जाएगा, इसमें मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी 100000 करोड डालर की होगी। प्रधानमंत्री ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपोर्ट सेंटर आईसीसी का शिलान्यास किया, इस मौके पर उन्होंने कहा कि इसी सप्ताह सरकार ने देना बैंक, विजया बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के विलय का फैसला किया है, इसके बाद यह देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से देश में बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन की जो परंपरा शुरू हुई है यह सेंटर उसी का विस्तार है, सबसे लंबी सुरंग का निर्माण, समुद्र पर सबसे बड़े पुल का निर्माण, सबसे बड़ी गैस पाइपलाइन, स्वच्छ भारत के रूप में दुनियां का सबसे बड़ा जन आंदोलन, कुछ ऐसी ही योजनाएं हैं। इस मीटिंग में जाने के लिए मोदी अचाान ही सामान्य आदमी की तरह दिल्ली मेट्रो से गये, ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि जब पीएम मोदी मेट्रो में सफर कर रहे हों अक्सर देखने को मिला है जब पीएम मोदी बिना अपने काफिले के देश के किसी भी राज्य में सफर करते दिखे हैैं . दिल्ली की सड़कों पर भी कई बार बिना काफिले के पीएम मोदी आम जनता के बीच यातायात करते दिखे हैैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला गुरूवार की शाम जब प्रधानमंत्री अचानक जनता के बीच दिखे तो सभी भौचक्के रह गये और कुछ ने मैट्रो में मोदी के साथ सेल्फी भी ली ।