चमोली जिले के नीती,माणा पास से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी,धारचुला चीन सीमा को सीधे याता से जोड़ने वाली मोटर सड़क कर्णप्रयाग-ग्वालदम रोड़ का होगा कायाकल्प

सुभाष पिमोली थराली। 23 सितम्बर 2020

  चमोली जिले के नीती,माणा पास से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी,धारचुला चीन सीमा को सीधे याता से जोड़ने वाली मुख्य मोटर सड़क कर्णप्रयाग-ग्वालदम की कायाकल्प करने के लिए सीमा सड़क संगठन वर्तमान सड़क का अलाईमेंट बदल कर 13 किमी अतरिक्त सड़क का नवनिर्माण कार्य करेगा। बकायदा संगठन ने पिंडर घाटी के पंती गांव के पास से निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया है।

                         दरअसल नीती-माणा से धारचुला-मुनस्यारी भारत तिब्बत सीमा को सीधे जोड़ने के लिए 1965 के बाद अल्मोड़ा-बैजनाथ-ग्वालदम-कर्णप्रयाग मोटर सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाया था। सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण इस सड़क को वर्ष 2000-2001 में लोनिवि से वापस ले कर  ग्वालदम से कर्णप्रयाग के सिमली तक बेहतरीन रखरखाव के लिए सीमा सड़क संगठन को सौंप दिया गया था।

इसके बाद से लगातार बीआरओ के द्वारा इस मोटर सड़क की कायाकल्प करने के  प्रयास किए जाते रहे हैं।गत एक दशक से सामरिक महत्व की इस सड़क का करोड़ों रुपए की लागत से चौड़ीकरण, सुधारीकरण एवं हाटमिक्स का कार्य जारी हैं। बताया जा रहा हैं कि इस सड़क के चौड़ीकरण के कार्य के दौरान ही नारायणबगड़ ब्लाक मुख्यालय में स्थानीय नागरिकों के द्वारा अपनी जमीनों को ग्रीफ को ना दिए जाने, एवं इस सड़क पर ब्लाक मुख्यालय नारायणबगड़ के मुख्य बाजार में पिछले ढ़ाई दशकों से अधिक समय से लगातार जारी भूस्खलन के कारण डीजीबीआर ने इस सड़क का पूरा का पूरा समरेखण ही बदलने का निर्णय लिया। इसके तहत उसने 67 करोड़ रुपए की लागत से 13किमी सड़क को बगोली से पिंडर नदी के उस पार पंती गांव तक नई सड़क बनाने का एक प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेजा था। जिस पर भारत सरकार ने सहमति जताते हुए तमाम स्वीकृति प्रदान कर दी हैं।
                 इस संबंध में पूछे जाने पर 66आरसीसी के कमांडिंग ऑफिसर गौचर नागेंद्र कुमार ने बताया कि नई सड़क कटिंग की स्वीकृति मिलने के बाद बीआरओ ने पंती की ओर से 13 किमी नई सड़क की कटिंग का काम भी शुरू कर दिया हैं।इस के अलावा बगोली गांव एवं पंती गांव के पास पिंडर नदी में बनने वाले मोटर पुल के साथ ही एक अन्य बड़े पुल के साथ ही अन्य पुलियों के निमार्ण का सर्वे कार्य भी शुरू कर दिया हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही पुलों का सर्वे कार्य पूरा कर प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेज दिया जाएगा। इसके साथ ही सड़क कटिंग के कार्य को भी तैय समय सीमा के अंतर्गत पूरा किया जाएगा।
13 किमी नई सड़क के निर्माण के बाद नारायणबगड़ बाजार में आये दिन लगने वाले जाम से जहां कुमाऊं  क्षेत्र के साथ ही पिंडर क्षेत्र के थराली व देवाल ब्लाक से आने-जाने वाले नागरिकों, पर्यटकों एवं तीर्थ यात्रियों को निजात मिलना तैय माना जा रहा हैं,वही दो बड़े स्लाइड़ जोनों से भी उन्हें निजात मिलेगी।(साभार)