निशंक देश के उन चंद नेताओं में शुमार जिनके बच्चे सेना में


डाॅ हरीश मैखुरी

डॉ रमेश पोखरियाल निशंक देश के उन गिने-चुने मुख्यमंत्रियों में शुमार हो गए हैं जिनके बच्चों ने एक सैनिक के रूप में देश सेवा चुना । वर्तमान में हरिद्वार लोकसभा सीट से सांसद डॉ निशंक उत्तराखंड के एक जमीनी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन जो तत्कालीन एक आईएएस लॉबी थी उसे निशंक जैसा जमीनी आदमी रास नहीं आया, निशंक जो करना चाहते थे उन्हें करने नहीं दिया गया, उल्टे उनके विरुद्ध तब माहौल बनाया गया। निशंक कवि हैं जमीन से जुड़े हुए नेता हैं,  और सबसे बड़ी बात आदमी की परख और उसकी याद रखते हैं, लोगों को उनके नाम से पुकारते हैं। यही खूबी हेमवन्ती नन्दन बहुगुणा में थी। जब हम विद्यार्थी थे तब निशंक नई राह नहीं चेतना नाम से पत्रिका निकालते थे और उसे हमारे गोपेश्वर में भी घर-घर जाकर पहुंचाते थे, उन्हें मेरे घर की खिचड़ी से गुरेज नहीं था। निशंक प्रातः 4:00 बजे पूजा-पाठ करने वालों में से हैं, संस्कार कहीं ना कहीं काम आते हैं, यही निशंक की बिटिया श्रेयसी ने भी सिद्ध कर दिया। आज जहां कुछ नेताओं ने राजनीति को व्यवसायिक अखाड़ा बना दिया, वहीं रमेश पोखरियाल निशंक राजनीति को मिशन मानते हैं। उनकी बेटी श्रेयसी ने भी लाखों रुपए की नौकरी छोड़ कर देश सेवा का विकल्प चुना। इस अवसर पर निशंक ने कहा ” मेरे लिए अत्यंत गौरवशाली है क्योंकि आज बेटी श्रेयशी निशंक ने विधिवत सेना में आर्मी मेडिकल सर्विसेज के MOBC 224 कोर्स को सफलता पूर्वक पूरा कर लिया है । उत्तराखण्ड वीर भूमि रही है, जहां हर परिवार से औसतन एक व्यक्ति सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा करता है, मुझे इस बात की खुशी है कि मेरी बेटी ने उत्तराखण्ड की उच्च परंपरा को जीवित रखने में योगदान दिया है।
मैं प्रदेश और देश की सभी बेटियों को आह्वान करना चाहता हूं कि उन्हें सेना को बतौर कैरियर चुनकर उत्तराखण्ड और देश को गौरान्वित करना चाहिए” ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज पोर्टल टीम की ओर से सैल्यूट ऐसी वीरांगना के जुनून और जज्बे को सैल्यूट।