बेधड़क अंदाज के बादशाह विधायक मगनलाल का यूं चले जाना होली को भी बे-रंग कर देगा।

 

हरीश मैखुरी 

चमोली – पिंडर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक मगनलाल शाह का निधन।
फेफड़ों में संक्रमण और किडनी की समस्या के चलते उनका जौलीग्रांट हिमालय अस्पताल में 19 फरवरी से इलाज चल रहा था। कल देर रात उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
उनकी पत्नी मुन्नी देवी चमोली जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं।
-मगनलाल चमोली के प्रभावशाली नेताओं में शुमार थे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाये हुए थे और उन्हें दिल्ली ले जाने के लिए एयर एम्बुलेंस की बातचीत भी चल रही थी, लेकिन अस्पताल ने स्थिति का हवाला देते हुए ऐसा करना रिस्की बताया।


उनके निधन पर मुख्यमंत्री शोक जताते हुए कहा कि
“थराली से विधायक मगन लाल शाह जी के निधन की खबर से स्तब्ध हूं। मगन लाल शाह जी थराली की जनता के सच्चे सेवक थे। अपने ऐसे साथी को खोने से व्यथित हूं। दुःख की इस घड़ी में मैं मगन लाल जी के परिजनों के साथ खड़ा हूं। ईश्वर उन्हें इस दुःखद समय में धैर्य और शक्ति प्रदान करे”

उनके निधन से समूचा जिला स्तब्ध है और जिले में शोक की लहर दौड़ गई। वे अपने बेधड़क अंदाज के लिए जाने जाते थे। बेधड़क अंदाज के बादशाह विधायक मगनलाल का यूं चले जाना होली को भी बे-रंग कर देगा। 

एक नजर मगन लाल शाह के जीवन काल पर
मगन लाल शाह विधायक- थराली
उम्र 57 वर्ष, गांव -नलगांव, कारोबार-सर्राफा व्यापारी, ठेकेदार a ग्रेड के
शैक्षणिक योग्यता-10 वीं
राजनीतिक पदार्पण वर्ष 1992 – 94 में मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी राजनीति में लाये मेजर साहब के करीबियों में शुमार
वर्ष 2002 के पहले चुनाव में बीजपी से टिकट मंगा लेकिन पार्टी ने विश्वास न जताते हुए पिंडर विधानसभा क्षेत्र से गोविंद लाल शाह को टिकट दिया मगन लाल शाह तब पार्टी के कहने पर मान गए जिसका नतीजा पिंडर विधानसभा क्षेत्र में बीजपी का परचम लहराया इसके बाद हुए 2007 विधानसभा सभा चुनाव में एक बार फिर से बीजपी से टिकट की दावेदारी की लेकिन निराशा ही हाथ लगी और दोबारा पार्टी ने गोविंद लाल शाह पर भरोसा जताते हुए टिकट उन्हें दिया लेकिन इस बार मगन लाल शाह ने बगावत करके ukd से टिकट लेकर चुनाव लड़ा लेकिन जीत बीजपी से उम्मीदवार गोविंद लाल शाह को मिली इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में अपने क्षेत्र पंचायत वार्ड गंडी कफ़ौली क्षेत्र से चुनाव लड़ा ओर क्षेत्र पंचायत सदस्य जीत कर आये वर्ष 2008-9 में नारायणबगड़ विकासखण्ड के ब्लॉक प्रमुख बने बताया जाता है कि प्रमुख बनने के समय भी बराबर सदस्यों का समर्थन मिलने के चलते टॉस हुआ था जिसमे मगन लाल शाह जीते ओर प्रमुख बनाये गए
वर्ष 2012के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने लगातार 2 बार विजेता रहे गोविंद लाल शाह की बजाय मगन लाल शाह पर भरोसा जताया और बीजपी के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन इस बार उनके विपक्षी कांग्रेस से उम्मीदवार डॉ जीतराम ने उन्हें टक्कर मिली लेकिन मगन लाल शाह लगभग 400 वोट के अंतर से चुनाव हार गए इसके बाद हुए 2014 के त्रिस्तरीय पंचायती चुनावो में उनकी धर्मपत्नी मुन्नी देवी शाह चमोली की जिला पंचायत अध्यक्ष बानी वर्ष 2017 के विधानसभा सभा चुनावों में एक बार फिर पार्टी ने मगन लाल शाह पर भरोसा जताया और मगन लाल शाह ने भी इस भरोसे पर खरा उतरते हुए लगभग 4300 के भारी अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी डॉ जीतराम को हराया और विधानसभा पहुंचे। 17 सालों में बिना लावलस्कर के स्कूटर से विधानसभा जाने वाले वे पहले विधायक थे 

 वर्ष 2002 से बीजपी के लिए मगन लाल शाह लगातार पार्टी को मजबूती देते रहे मगन लाल शाह बीजपी के अनुसूचित जाति मोरचे का प्रदेश अध्यक्ष पद भी सम्भाल चुके हैं लेकिन पार्टी का ये मजबूत कंधा 19 फरवरी को स्वास्थ्य हानि के चलते जोली ग्रांट अस्पताल में भर्ती हुए , 25 फरवरी 2018 को जिंदगी और मौत के बीच वेंटिलेटर पर रात्रि करीब 10. 25 बजे अंतिम सांस ली।