उत्तराखंड के एक और सपूत को देश की बड़ी जिम्मेदारी

एक और उत्तराखण्डी को देश की बहुत बड़ी जिम्मेदारी

उत्तराखण्ड के लिए खुशखबरी है। देश की वायु सेना में उत्तराखण्ड से एक और उपलब्धि जुड़ गई है। प्रतापनगर तहसील के नेल्डा गांव निवासी एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा को भारतीय वायुसेना का महानिदेशक (वक्र्स सेरेमोनियल) बनाए जाने पर उत्तराखण्ड में खुशी का माहौल है। उन्हें यह अहम जिम्मेदारी मिलने पर परिजनों सहित विभिन्न संगठनों ने खुशी जताई है। गत सप्ताह एक जनवरी को एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा को भारतीय वायुसेना के महानिदेशक (वक्र्स सेरेमोनियल) के रूप में तैनाती दी गई। इससे पूर्व वह बंगलुरू में एवीएम (एयर वाईस-मार्शल) के पद पर कार्यरत थे। एयर मार्शल एयरफोर्स चीफ के बाद वायु सेना की दूसरी सर्वोच्च रैंक है। नेल्डा गांव निवासी एयर मार्शल राणा ने इस पद को संभालने से पूर्व दिसंबर 1984 में भारतीय वायु सेना की प्रशासक शाखा में कमीशन किया था। उन्होंने कारगिल ऑपरेशन जम्मू कश्मीर सेक्टर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान सक्रिय भागीदारी निभाई थी। वर्ष 2014 में उन्हें विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। राणा डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) से स्नातक हैं, जहां बाद में उन्होंने बतौर प्रशिक्षक के रूप में भी कार्य किया। उनके पिता स्व. कुंदन सिंह राणा भी वन विभाग में रेंजर रहे थे। जबकि छोटा भाई अजयपाल राणा, अजयपाल की पत्नी सरला राणा वन विभाग देहरादून में प्रशासनिक अधिकारी हैं। उनकी माता बचना देवी गृहणी हैं, जो नई टिहरी में निवासरत हैं। राणा की प्रारंभिक शिक्षा धारमंडल प्रतापनगर, माध्यमिक शिक्षा श्रीनगर और उच्च शिक्षा पीजी कॉलेज टिहरी और उत्तरकाशी में हुई। यह भी बता दें कि वह रक्षा सेवा कमांड स्टाफ कॉलेज (डीएससीएससी) लुस्का, जाम्बिया में प्रशिक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति पर भी रहे। साथ ही कोयंबटूर में वायु सेना प्रशासनिक कॉलेज के कमांडेंट के रूप में भी कार्य किया। राणा को वायु सेना में अहम जिम्मेदारी मिलने पर पूरे उत्तराखण्ड में खुशी की लहर है।(साभार- लोकपक्ष)