टाईफाईड को सदैव के लिए समाप्त करने वाली गोली

???टायफाइड???

यदि आपको कभी टाइफाइड बुखार हुआ हो और आपने 7 दिन या 15 दिन एलोपैथ की गोलियां खाकर उसे ठीक कर लिया हो तो ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह एक शुरुआत है ।

अब हर साल होगा ।

फिर साल में दो बार हुआ करेगा ।

फिर साल में तीन बार हुआ करेगा ।

क्योंकि

एलोपैथ (अंग्रेजी) दवा केवल उसे दबाती है शरीर से, आँतों से निकालती नहीं ।

यदि आप चाहें कि आपको या आपके मित्रों को कभी भी टायफायड जैसी गन्दी बिमारी कभी न हो तो आयुर्वेद की शरण में आइये ।

किसी भी मेडिकल स्टोर से ‘महासुदर्शन घनवटी’ का 30 गोलियों वाला पत्ता आता है । उसे 40 दिन खाइये और आपको जीवन में कभी भी टाइफाइड तो क्या? ?सामान्य बुखार ??भी नहीं होगा ।

काली काली और जबर्दस्त कड़वी यह गोली टाइफाइड को तो डंडे मार मारकर खदेड़ देगी । जब तक जियेंगे आपको टाइफाइड नहीं हो सकता ।

जो भी इस गोली को लेता है वह इसका गुणगान जीवन भर करता है । यह गोली इतनी कड़वी है कि मुँह में लेते ही तुरंत गुनगुने पानी से निगल जाइये तब भी हल्का सा कड़वा तो कर ही देती है मुंह को । यह गोली हजारों साल पुराने आयुर्वेद के ‘महासुदर्शन चूर्ण’ का ही गोली रूप है ताकि कड़वापन न झेलना पड़े ।

  • यह गोली थोड़ी सी गर्म होती है इसलिए रात को हल्की सी बेचैनी भी कर सकती है और हो सकता है आपको नींद दो घण्टे लेट आए । सर्दियों में रात को कोई दिक्कत नहीं । गर्मियों में एक दो गोली खाली पेट केवल सुबह लें गुनगुने पानी से । पाँच साल से ऊपर के बच्चों को एक गोली दे सकते हैं

यह गोली घर रखिये और जैसे ही किसी को कोई भी बुखार लगे हल्का सा भी शक लगे तो रात को दो गोली लेकर सो जाएं । सुबह आदमी ऐसे उठेगा जैसे किसी अच्छे मिस्त्री ने बुलेट मोटरसाइकिल की बहुत अच्छे से सर्विस कर दी हो । यह गोली पेट की सफाई भी करती है । इस गोली को किसी भी मेडिकल स्टोर से 60-70 रूपये में खरीद सकते है जिसमें 30 गोलियां होती हैं ।

यह गोली खून भी साफ़ करती है । तभी तो यह जीवन भर बुखार न आने की गारंटी है । टाइफाइड की तो यह दुश्मन है । जिसने इसे प्रयोग कर लिया वो जीवन भर केवल केवल इसी का गुणगान करेगा ।
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