‘आजाद’ की राज्यसभा से विदाई पर प्रधानमंत्री मोदी के आंसू छलक पड़े, शानदार राजनीतिक पारी के लिए किया सैल्यूट

✍️हरीश मैखुरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीति से उपर उठे हुए एक निश्छल गार्जियन हैं। यह बात उस समय भी देखी गई जब आज राज्यसभा में कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद सहित चार राज्यसभा सांसदों की विदाई के समय  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा और गुलाम नबी का बहुत पुराना और गहन परिचय है। एक बार कश्मीर की आतंकवादी घटना में गुजरात के कुछ यात्री मारे गए तब गुलाम नबी आजाद ने मुझे फोन किया और फोन करते करते गुलाम नबी आजाद खुद भी ऐसे रो पड़े जैसे उनके ही परिवार के सदस्यों की हत्या हुई हो, आतंकवाद में मारे गए लोगों के प्रति संवेदनशील प्रधानमंत्री यह बात कहते कहते 56 इंच मोम की तरह पिघल गया और प्रधानमंत्री काफी भावुक हो गए उनके आंसू छलक पड़े। इसी मध्य पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता के करियर को सैल्यूट किया है और उनके राजनीतिक व्यवहार को प्रेरणादायक बताया ।

गुलाम नबी आजाद ने आज राज्यसभा में अपने विदाई संबोधन में कहा कि “जब मैं जवान था तब कश्मीर में 14 अगस्त मनाने वाले बहुत सारे लोग हुआ करते थे, लेकिन 15 अगस्त मनाने वाले मुट्ठी भर थे ..उनमें मैं भी शामिल था!
जब मैं पाकिस्तान के मुसलमानों के हालात देखता था तो मुझे खुद पर गौरव होता था कि मैं हिंदुस्तानी मुसलमान हूँ.. हिंदुस्तान मेरा देश है। उन्होंने कहा कि मानाा कि गमों कीी शाम हैै लेकिन शाम ही तो हैै, मैं चाहता हूं कि भारत से आतंकवाद पूरी तरह समाप्त हो जाय। उन्होंने कहा कि मुस्लिम देश आपस में लड़कर खत्म हो रहे हैं वहां हिन्दुत्व तो नहीं है, जाते जाते ही सही लेकिन एक कठोर सत्य कहा। उन्होंने बताया कि अब कश्मीर की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है।