जनता का लोक सेवक जो चर्चा में हैं

संतोष कुंवर सरल

रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिडिल्याल खासे सुर्खियों में हैं। वे जिस भी विभाग में पहुँच रहे हैं वहाँ नकारा अधिकारियों पर नकेल कस रहे हैं। केदारनाथ यात्रा व्यवस्था पर जहाँ उनका पूरा फोकस है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। जहाँ रुद्रप्रयाग जिले में वे तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने एक हेलिकॉप्टर सेवा कंपनी में यात्री बनकर केदारनाथ का टिकट में लूट करते पकड़ा और एफआइआर दर्ज की। मंगेश ने ऊखीमठ क्षेत्र के हुड्डू गाँव में पहुँच कर चैपाल लगाई और गाँव की समस्याएँ गढ़वाली में ही लोगों से जानी।

सरल स्वभाव के धनी मंगेश ने अपनी प्रशासनिक सेवा चमोली में सीडीओ से शुरू की।चमोली में उन्होंने कम समय में उन्होंने घर – घर जाकर स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी को शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।इसमें उनको सफलता भी मिली और चमोली के तीन दूरस्थ ब्लाक जोशीमठ , देवाल , थराली को उन्होंने ओडीएफ कर दिया गया था।इसके लिए उन्होंने क्रिकेट के भगवान सचिन के हाथों दिल्ली में सम्मान मिला।

मात्र 6 माह से कम कार्यकाल में उन्होंने चमोली के भ्रष्टाचारियों पर नकेल कस दिया। चमोली में वे तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने मनरेगा के इतिहास में पहली बार दो मनरेगा सेवकों द्वारा गलत तरीके से सीधे जनता का पैसा अपने खाते में डाल दिया गया इन दोनों पर एफआइआर दर्ज की गई। इस कार्रवाई से बड़े भ्रष्ट नेता घबरा गए।इतना ही नहीं कही घोटाले बाजो की कुडली उन्होंने खोलना शुरू कर दी थी इससे घबरा कर नेताओं ने अपनी गर्दन फंसते देख उनका तबादला कराने में भलाई समझी ।तब मंगेश को डीएम बागेश्वर मिला। जहाँ उन्होंने खनन माफियों की नींद हराम कर दी।वहाँ स्वच्छता से लेकर अन्य ज्वलंत समस्याओं पर कार्रवाई की गई। मात्र 6 माह के कार्यकाल में वे आम आदमी के दिलों में बस गए।उनके तबादला होने पर लोगों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन कर उन्हें रोकने तक की मांग की गई। अब एक महीने के समय में उनके द्वारा नित नए काम किए जा रहे हैं, उससे वे हर दिन सुर्खियों में बने हुए हैं।