अयोध्या में राम मंदिर और लखनऊ में बने मस्जिदः वक्फ बोर्ड

 

अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को सुलझाने के लिए शिया सेंट्रल बोर्ड ने एक मसौदा तैयार कर लिया है। शिया बोर्ड आज इस मसौदे को सार्वजनिक कर सकता है। इस मसौदे को लेकर जहां हिंदू पक्षकार सहमत नजर आ रहे हैं, वहीं सुन्नी बोर्ड ने नामंजूर कर दिया है। शिया सेंट्रल बोर्ड के इस मसौदा में समाधान की जो रूपरेखा तैयार की है, उसमें अयोध्या में ही राम मंदिर बनना चाहिए, जबकि लखनऊ में मस्जिद बनाई जाए। खास बात यह है कि जो मस्जिद लखनऊ में बने, उसका नाम बाबर की बजाए मस्जिद ए अमन रखा जाए।

शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख वसीम रिजवी ने मीडिया को बताया कि मंदिर और मस्जिद को एक ही जगह बनाने से बेवजह का विवाद बना रहेगा। इसलिए लखनऊ में मस्जिद बननी चाहिए और राम मंदिर को अयोध्या में बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मसौदे को लेकर सभी पक्षकारों से सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की मध्यस्था पर रिजवी ने कहा कि उनके प्रयास अच्छे रहे हैं और इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। गौरतलब है कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड अयोध्या मामले में पार्टी नहीं है। हालांकि, 8 अगस्त को शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने मामले में पार्टी बनने के लिए अपील दायर की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अपील खारिज कर दी। !