तपोवन क्षेत्र में गत 7 फरवरी 2021 को आयी प्रलयंकारी आपदा को एक माह बीतने पर मृतकों को श्रद्धांजलि, झील का पानी रिलीज़ किए जाने से भी मिली राहत

रिपोर्ट /राकेश डोभाल, जोशीमठ ।

उत्तराखण्ड राज्य के तपोवन क्षेत्र में विगत 7 फरवरी 2021 को आयी प्रलयंकारी आपदा को एक माह व्यतीत होने पर एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड हाइड्रो पावर पोजेक्ट की अलकनंदा महिला समिति एवं तपोवन एम्पलॉय वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा 7 मार्च 2021 को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया।

एनटीपीसी कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों द्वारा इस भीषण आपदा में दिवंगत पुण्यात्माओं की शांति हेतु प्रार्थना की।

इसके अतिरिक्त एनटीपीसी परियोजना के आवासीय परिसर में सभी कर्मचारियों द्वारा केंडल मार्च करके उन सभी के सर्वोच्च समर्पण को याद किया गया जो इस आपदा में हताहत हुए।

महाप्रबंधक (तपोवन विष्णुगाड एवं लाता तपोवन), श्री राजेंद्र प्रसाद अहिरवार जी ने इन सभी दिवंगत पुण्यात्माओं की शांति के लिए प्रार्थना कर बताया की एनटीपीसी इन सभी लोगों को अनुकम्पा सहायता देने हेतु कटिबद्ध है एवं शीघ्र ही सभी के परिवार जनों को यह सहायता राशि दे दी जाएगी।

इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री राकेश नन्दन सहाय, अध्यक्षा महिला समिति श्रीमति उषा अहिरवार, अध्यक्ष तपोवन एम्पलॉय वेलफेयर एसोसिएशन, श्री चन्द्रधर तिवारी सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बता दें कि कुछ समय पहले विषम परिस्थितियों और मौसम में SDRF जवानों ऒर ग्रामीणों ने झील का मुहाना तोड़ कर दवाब को कम किया

बता दें कि कुछ दिनों पहले तपोवन जलभराव क्षेत्र में पहुँची SDRF टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर झील के मुहाने से मलवा ओर बड़े बृक्ष हटा कर जल निकासी की रफ्तार को बढ़ाया।

रिद्धिम अग्रवाल DIG SDRF एवम अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी यू .एस.डी.एम.ए. उत्तराखंड, ने बयान जारी कर कहा है कि SDRF माउंटेनिरिंग टीम के द्वारा 3 दिन में ग्रामीणों की सहायता से झील के मुहाने को 20 फिट से 50 फिट तक खोल दिया है जिससे झील के जल स्तर में 1 फिट से भी अधिक की गिरावट आई है”।
ज्ञातव्य हो कि वेज्ञानिको के 10 सदस्यीय दल के साथ SDRF के 7 कर्मी ओर कुछ पोर्टल जल भराव क्षेत्र में रुके हुए है जहाँ वैज्ञानिकों के द्वारा झील से उत्पन्न खतरे का आकलन करना तथा उक्त आकलन पश्चात इसका निराकरण हेतु तकनीकी परामर्श देना है वही SDRF जवान और ग्रामीण वेज्ञानिक दल को सुरक्षा देने के साथ ही झील के पानी की निकासी कर दवाब को कम कर रहे है।

SDRF सेनानायक नवनीत भुल्लर ने कहा की हमारे जवान लगातार कार्य कर रहे हैं हमारा उद्देश्य पानी के दवाब को समाप्त करना है हम लगातार ही QDA ओर सेटेलाइट फोन के माध्यम से टीम के सम्पर्क में बने हुए है।