सुविख्यात युवा गायिका मैथिली ठाकुर ने मांगल गायन को सराहने के लिए उतराखंड का धन्यवाद किया और दी ईगास की शुभकामनाएं

डाॅ. हरीश मैखुरी

#मैथली_ठाकुर ने गढ़वाल के सुप्रसिद्ध मांगल गायन को अपना स्वर देकर जो धमाका किया है उसकी गूंज उत्तराखंड के अन्तर्मन को झकझोर गयी। यही कारण है कि उत्तराखंड के लोगों के साथ ही यहां के सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों में भी मैथिली ठाकुर को जमकर सुना और शेयर किया गया है। इसका एक प्रमुख कारण है कि सगुन का ये मांगल हमारे रक्त में रचा बसा है। अब इसके लिए मैथिली ठाकुर ने उत्तराखंड का आभार व्यक्त किया और उन्हें इगास बग्वाल की शुभकामनाएं भी दी।

           मैथली ठाकुर बालपन से ही अपनी बोली भाषा को जो ऊंचाईयां दे रही है। वह अतुलनीय उदाहरण है। सबसे बड़ी बात वो अपनी भाषा शैली में उर्दू या अंग्रेजी के शब्द ज्ञान बघारने के लिए ‘जबरन’ नहीं ठूंसती। मैथली टिकटाक और वीडियो गेम खेलने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श उदाहरण हो सकतीं है। मैथली ने छोटी सी आयु में अपनी सुर साधना के द्वारा जिन उंचाईयों को छुआ है ऐसे अनुपम उदाहरण भी गिने चुने हैं। हमें #नरेंद्रसिंह_नेगी और मैथली में सतत सुर साधना की दृष्टि से समानता दिखती है। हालांकि अपणी बोली भाषा में नेगी समाज सुधार के तीक्ष्ण एवं स्पष्ट व्यंग्य कार हैं। और #मैथली भक्ति रस की अविरल साधिका। अब तक मैथली ने देश की बहुत सी भाषाओं के लोक गीतों को सुर दिए हैं। अब गढ़वाली लोक मंगल का मांगल गाकर उसने यहां की नयी पीढ़ी को चौंका दिया है। यही कार्य लगभग इसी आयु में चमोली की नन्दा सती भी कर रही है। पर हमने धारणा बना दी है कि हमारे उत्तराखंड के कलाकारों ने तो अपनी भाषाओं में गाना ही था गा रहे हैं #कबूतरी_देवी, #डाॅ_प्रीतम_भर्त्वाण, #दर्वान_नैथ्वाल, #किशन_महिपाल, #रेखा_धस्माना, #बसंती_बिष्ट, #डाॅ_राकेश_भट्ट #चंद्रसिंह_राही, #पप्पू_कार्की, #नन्दा_सती, #ओमप्रकाश_सेमवाल जैसे अनेक मूर्धन्य नाम हैं जिन्होंने गीतों के माध्यम से उत्तराखंड की लोक भाषाओं को सुर देकर आगे बढ़ाया, बढ़ा रहे हैं । लेकिन मैथली ने गढ़वाली मांगल को सुर देकर जो सबक दिया है उसे अनदेखा करना एनराईड युग की उपेक्षा होगी। मैथली की शालीनता और बड़प्पन देखो सराहना के लिए उतराखंड का आभार भी व्यक्त किया। breakinguttarakhand.com की ओर से धन्यवाद आभार मैथिली Renowned young singer Maithili Thakur thanked Uttarakhand for appreciating Mangal singing and wishes Igas