शाहीन बाग जैसे जमावड़ों से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा

चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस की भारी दहशत है। तेजी से फैलने वाले इस लाईलाज संक्रमण से जापान, कोरिया, हांगकांग, आस्ट्रेलिया, सहित विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस से ग्रसित या संदिग्ध देखने में आ रहे हैं। वायरस के फैलने की संभावना बढ़ती जा रही है। केन्द्र की मोदी सरकार ने चीन के कोरोना वायरस प्रभावित हुयान प्रान्त से अपने देश सभी ६५० भारतीयों को हवाई जहाज भेज कर वापस भारत मंगा लिया और उन्हें करोना वायरस की टैस्ट स्क्रीनिंग के बाद 15 दिनों तक दिल्ली के आईटीबीपी मानेटरिंग कैम्प में रखा गया है। जबकि पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान ने वहां अपने नागरिकों को ये कह कर भगवान भरोसे हुआन चीन में ही छोड़ दिया है कि वहां से उन्हें लाना खतरे से खाली नहीं। अभी तक कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोई वैक्सीन या उपचार के लिए कोई सटीक दवा तैयार नहीं हो पाई है।

रोग एवं औषधि तथा वैक्सीन अनुसंधान क्षेत्र में विश्व के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। डिफ्थीरिया, काली खांसी, टिटेनस के साथ ही चेचक, रैबीज, पोलियो, हिपेटाइटिस आदि अनेक रोगों के बचाव के लिए सफल वैक्सीन बनने से इन ख़तरनाक रोगों से मनुष्यों की सुरक्षा करने में सफलता मिली है। बैक्टीरिया, वायरस जनित अनेक गंभीर बीमारियां वैक्सीन या औषधियों के जरिए नियंत्रित हो पाई हैं। ट्यूबरक्लोसिस, लेप्रोसी जैसी गंभीर बीमारियां नियंत्रित हुई हैं। कैंसर के उपचार के लिए धीरे धीरे बेहतर उपचार वैज्ञानिक खोजते जा रहे हैं।
प्राय: साल दर साल कुछ नये नये वायरस तथा नई नई बीमारियां पैदा होने से चिकित्सकों तथा वैज्ञानिकों के लिए नई नई चुनौतियां पैदा होती रहती हैं। इंसेफेलाइटिस, डेंगू, बर्ड फ्लू, स्वाइन फ्लू आदि अनेक बीमारियां खतरा बनती रही हैं।
कोरोना वायरस भी आज चुनौती बना है। उम्मीद है कि विज्ञान जल्द ही इसका समाधान ढूंढने में सफल होगा। विश्व के वैज्ञानिक इसमें लगे होंगे। विश्वास है कि हिंदुस्तान के वैज्ञानिक जल्द उचित समाधान ढूंढने में सफल हो सकेंगे।
चीन से लौटे लोगों तथा कोरोना वायरस से ग्रसित व संदिग्ध लोगों को लंबे समय तक निरीक्षण में ही रखना होगा। संक्रमण से बचने के लिए आम लोगों को जागरूक करने के साथ ही संवेदनशील तथा सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने तथा विशेष सावधानी रखने की जरूरत है। गैरजरूरी रूप से जनसंख्या का जमाव होने से बचाने के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश देने होंगे। हिंदुस्तान भी इसके संक्रमण का खतरा बना हुआ है। शाहीन बाग जैसे प्रर्दशन तथा जनसंख्या का जमाव कोरोना वायरस के फैलने के लिए ख़तरनाक हो सकते हैं। ऐसे हालात में यदि एक को भी संक्रमण हुआ तो पूरी कम्युनिटी तथा क्षेत्र व देश में कोरोना वायरस फैलने का बड़ा खतरा हो सकता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। अब एक नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है जिसने सैकड़ों को संक्रमित किया है। हांगकांग विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वायरोलॉजिस्ट लियो पून, जिन्होंने पहले इस वायरस को डिकोड किया था, और पाया कि भीड़ भाड़ में इसके संंक्रमण  का खतरा सबसे अधिक है। चीन में कोरोना वायरस से अब तक 213 लोगों की मौत हो चुकी है।