मोदी सरकार के सात वर्ष, पत्रकारिता दिवस विशेष: मुख्यमंत्री ने दी बधाई, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय को मुख्यमंत्री की सौगात, बादल फटने से पौड़ी-श्रीनगर मोटर मार्ग पर बैंग्वाड़ी गांव में भारी तबाही, बाबा रामदेव राष्ट्र को समर्पित एक संत,

प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi के नेतृत्व वाली NDA सरकार के द्वितीय कार्यकाल के 2 वर्ष पूरे हो रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को प्रधान सेवक के रूप में देश की सत्ता को संभालते हुए आज 7 वर्ष पूरे हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी कोरोना संक्रमण के महामारी काल में इसे सेवा दिवस के रूप में मना रही है। आज 1 लाख गांवों और बस्तियों में भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता सेवाभाव से जरूरतमंदों की सेवा करते हुए उनकी उनकी हर समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रयास करेंंगे। केंद्र में 7 वर्षों से सफलता पूर्वक कार्य कर रहे नरेन्द्र मोदी ने इस सुअवसर पर समस्त देशवासियों को हृदय से शुभकामनाएं अर्पित करते हुए देश वासियों का आभार प्रकट किया। 

पिछले 7 वर्षों में केंद्र सरकार ने जन-धन योजना, उज्जवला योजना, किसान सहायता योजना आयुष्मान भारत, जल जीवन मिशन, नमामि गंगे, राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान, प्रधानमंत्री सड़क योजना में लाखों मोटरमार्गों का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना, नयी शिक्षा नीति, सहित अनेकों जनहितकारी योजनाओं के माध्यम से देश के सामान्य जनमानस के जीवन में उल्लेखनीय सुधार लाने के लिए हरसम्भव कदम उठाए हैं। कोरोना संक्रमण की भयंकर राष्ट्रव्यापी महामारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने जिस तत्परता और दृढ़ता से कार्य किया है वह भी अभूतपूर्व है। 

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश निरन्तर आगे बढ़ रहा है और विश्व पटल पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोरोना काल में विभिन्न देशों की सहायता कर के हमने विश्व बंधुत्व का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। इमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के सात साल। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज, शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत, केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, काबीना मंत्री डा हरक सिंह रावत काबीना मंत्री यशपाल आर्य, राज्य मंत्री रेखा आर्य बीजेपी राज्य अध्यक्ष मदन कौशिक चमोली के विधायक महेंद्र भट्ट सुरेन्द्र सिंह नेगी मुन्नी देवी शाह ने भी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। 

प्रधानमंत्री मोदी के सफलतापूर्वक 7 वर्ष सरकार चलाने, उत्कृष्ट विकास करने एवं भारत को विदेशों में नयी पहचान देने के उपलक्ष मे जनपद चमोली मेंनीलम सिंह नेगी एडवोकेट विधि सयोजक भाजपा चमोली एवं पन्ना प्रमुख दशोली ग्रामीण मण्डल ने जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा दशोली ग्रामीण मण्डल के शक्ति केंद्र सोनला मे मण्डल अध्यक्ष आ.विक्रम सिंह वर्तवाल पूर्व अध्यक्ष ओम प्रसाद जी,हर्षवर्धन मैठाणी, वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता कृपाल सिंह, लक्ष्मण सिंह, गजेंद्र सिंह, नीलम सिंह एवं गांव के तमाम वासिन्दो की उपस्थिति में कोविड रक्षा किट प्रदान किया।

*🔴 बाबा रामदेव: राष्ट्र को समर्पित एक ज़िद्दी भारतपुत्र…!*

*बाबा कई बार भाषा की सीमा लाँघ जाते हैं या हल्का बोल जाते हैं। ये मैं बहुत पहले से कहता आया हूँ।*
*क्योंकि जिस तरह से एक लॉबी उनके पीछे प्रारम्भ से पड़ी है, उसके विरुद्ध मुखर होना मजबूरी बन जाती है।*

*परन्तु कुछ बातें ऐसी भी हैं जो निश्चित ही मील का पत्थर हैं:*

*1- हम सैकड़ों साल से स्वदेशी स्वदेशी चिल्लाते रहे, लेकिन हमारे पास विकल्प नहीं या बेहद कम थे।*
(अच्छा खराब अलग विषय है, और इसकी जाँच हमने कभी भी विदेशी कम्पनियों में नहीं किया)। *बाबा ने हमे धीरे धीरे स्वदेशी उत्पादों की एक श्रृंखला दी है, विकल्प दिया है कि हम बिना हिचक स्वदेशी उत्पाद चुन सकें। स्वदेशी के गीत गाने वाले अनेक संगठन आज तक ऐसा नहीं कर पाए थे।*

*2-परम्परागत वैद्य दवाइयों को कूट पीस कर पुड़िया बना कर देते थे। जिसमें क्या है किसी को कुछ पता नहीं होता था। साथ ही उनका ज्ञान सदैव सीमित लोगों तक पहुंचा और प्रायः वो अगली पीढ़ी तक अपना ज्ञान अग्रसारित नहीं कर सके। जबकि बाबा ने उसको आधुनिकीकरण और मशीनों के द्वारा टैबलेट का रूप दिया है, जिसकी उपलब्धता सहज और खाना आसान हुआ है।*

*3-आचार्य बालकृष्ण ने एक औषधीय वनस्पतियों का संकलन तैयार किया है जिसमे 6,000 से अधिक आयुर्वेदिक औषधियों का सचित्र विवरण उपलब्ध है। जो अपने आप मे एक बड़ा योगदान है।*

*4-गुरुकुल परम्परा को पुनरुज्जीवित करने और वेद सांख्य दर्शन के साथ साथ योग आयुर्वेद में निष्णात लाखों योगी तैयार करने का भागीरथ कार्य प्रारम्भ किया है, जो अपने आप मे अद्वितीय है।*
और इसे सोचा बहुतों ने लेकिन कर कोई नहीं पाया बड़े स्तर पर। इसका परिणाम आने वाले वर्षों में दिखेगा।

*5-आयुर्वेद को आधुनिक चिकित्साशास्त्र के साथ खड़ा करने के लिए आधुनिक परीक्षण शाला बनाए, निसमे अहर्निश अनुसंधान कार्य चलते हैं, डेटा एकत्र किए जाते हैं और नवीन औषधियों के सूत्र खोजे जाते हैं।*

*6-आज एलोपैथी में जहाँ हम कम से कम 500-1000 तक फीस देकर डॉक्टर को दिखाते हैं। वहीं पतञ्जलि ने लाखों डॉक्टर बिना शुल्क उपलब्ध कराए हैं। जो पतञ्जलि से इतर भी दवाएँ लिखते हैं।*

*7-योग आसान और प्राणायाम को सहज रूप में प्रस्तुत कर घर घर पहुँचाया ही नहीं वरन वैश्विक प्रसिद्धि भी बढ़ाया है, जिससे कोई अनभिज्ञ नहीं है।*

*8-स्वदेशी व्यापार का बड़ा मॉडल खड़ा कर के दिखा दिया है कि केवल मठों में दण्ड पेलने और दान के राशन से पेट भरने और चाँदी के सिंहासन पर बैठने भर से समाज का उत्थान नहीं होगा।*
समाज के बीच उतर कर राष्ट्रवाद, स्वास्थ्य और स्वदेशी की भावना लोगों में जगाने का बीड़ा स्वयं उठाने से देश समाज में परिवर्तन आएगा। और वो कर दिखाया है इसमें कोई संशय नहीं है।

*9-बाबा रामदेव आज भी एक लँगोटी और भगवा वस्त्र में भूमि शयन करते हैं। उनके नैतिक जीवन की शुचिता पर कोई दाग नहीं है, जो कि धन और वैभव मिलते ही प्रायः बड़े बड़े तथाकथित सन्यासी भूल जाते हैं।*

*10-दिल्ली के मैदान से आधी रात सन्यासियों को पीट कर भगाए जाने के बाद बाबा का प्रण था कि जब तक काँग्रेस का नाश न कर लूँगा हरिद्वार नहीं लौटूँगा। और चाणक्य की भाँति वो प्रण पूरा करने के लिये पूरे देश मे लाखों किलोमीटर की यात्रा की, हजारों सभाएँ की और काँग्रेस को सत्ता से जाना पड़ा। ये बाबा की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचायक है।*

*शेष: मनुष्य कोई भी परिपूर्ण नहीं होता है। सभी में कुछ कमियाँ होती हैं। परन्तु हमें आधा भरा गिलास देखना है और आशान्वित रहना ही श्रेयस्कर है।*

*लड़ाई किसी पैथी या विधा से नहीं है। सब का अपना अपना महत्व है, परन्तु लॉबी बना कर किसी पैथी को जबरन हतोत्साहित करना या दबाना भी ठीक नहीं है जो कि IMA करना चाहती है। अभी बहुत कुछ देखना शेष है। (साभार – महाराणा प्रताप सेवा समिति ) 

बादल फटने का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। देवप्रयाग,चमोली,टीहरी और पिथौरागढ़ में बादल फटने के बाद हुई तबाही के बाद अब पौड़ी-श्रीनगर मोटर मार्ग पर बैंग्वाड़ी गांव के आमसेरा में रविवार सुबह बादल फटने से भारी तबाही हुई है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पौड़ी प्रशासन को क्षति का आकलन करने और तत्काल सहायता पंहुचाने के निर्देश दिए। 


30 मई  हिंदी पत्रकारिता दिवस पर विशेष।।
✍️चिरंजीव सेमवाल

कलम में जहर नहीं थोड़ी स्याही भर, तुझे डसना नहीं तकदीर लिखना है। बेशक दौर बदला, लेकिन कलम के सिपाहियों ने अपनी लेखनी से अलख जगाने का काम बदस्तूर जारी रखा। जिसकी बदौलत समाज ने समय-समय पर अपने को निखारा।
आजादी की लड़ाई से लेकर पत्रकारों ने देशवासियों
को नई दिशा दी। इस आंदोलन में कही न कही कलम के सिपाहियों की कुच रही है । संचार क्रांति के बदलते परिवेश में पत्रकारों के समक्ष कई चुनौतियां हैं मानवीय मूल्यों की रक्षा करना पत्रकारिता का धर्म है। सरकार और प्रशासन के बीच मीडिया पुल का काम करती है। मीडिया के माध्यम से तथ्यों की जानकारी मिलती है। मीडिया में प्रकाशित खबरों से शासन प्रशासन पर दबाव बनता है और जनता के कार्य हो जाते हैं। पत्रकार तो पत्रकारिता का धर्म निभाता आ रहा है । पत्रकार समाज में हो रहे कार्यों सरकार की योजनाओं व भ्रष्टाचार में लिप्त खादी और अफसरशाही पर अंकुश लगाने के लिए सरकार और जनता को जगाने का काम करता है। वर्तमान पत्रकारिता के दौर में कुछ पत्रकारों ने अपनी कलम को खाकी और खादी के हाथों में खेल कर दिशाहीन कर दिया है। यदि उत्तराखंड राज्य की पत्रकारिता पर ध्यान केंद्रित करे बहुत से पत्रकारों ने समय-समय पर खादी और खाकी को समाज के प्रति जवाबदेह बनाने को में कोई कोई कसर नहीं छोडी वह अलग बात है कि खादी खाकी के साथ में लेकर पत्रकारों पर दमन भी हुआ। किसी भी राज्य की तरक्की के लिए राज्य का सूचना तंत्र महत्वपूर्ण निभाता है जो मुखिया को समय-समय पर राज्य में घटित हो रही हर गतिविधियों की जानकारी साझा कर तरक्की का मार्ग प्रशस्त करती है। लेकिन विगत कुछ वर्षों से सरकारों ने कलम के खिलाफ दमनकारी नीतियां अपनाई है। पत्रकार का काम ही समाज हित में सरकारी खामियांं रखना है करना है, उन्हें मुख्य कैसे अमल में करते हैं? यह काम मुख्य और उनके सिपहसालारो का है । पत्रकार को अपने धर्म पर अडिग रहना चाहिए, उनकी कलमों में अदृश्य शक्तियां मौजूद है। जब जब सरकारों ने कलम के खिलाफ दमनकारी नीतियां अपनाने का प्रयास किया, तब तब सरकारों के सिंहासन ढोले हैं। वैसे भी कलम की स्याही अपना पराय नहीं देखती, उसे वही दिखाई देता है आईने की तरह जो समाज में चल रहा ओर सामने हैं।
वह बार-बार सरकार को जगाने का प्रयास करती है, लेकिन सरकारों के मुख्य उसे अपने व्यक्तिगत प्रतिष्ठा बना देते हैं जो शुभ शुभ नहीं कहा जा सकता। 
हिंदी पत्रकारिता दिवस के शुभ अवसर पर समस्त सुदी पाठकों को शुभकामनाएं।।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी हैं। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में हिन्दी पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं ने समाज में जन जागरूकता के प्रसार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में पत्रकारिता देश की राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वर्तमान में कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करने में भी हिंदी पत्रकारिता महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में भी हिन्दी पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास रहा है।

    मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने आज वरिष्ठ पत्रकार श्री आदित्य राम डबराल जी (104 वर्ष) के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
गौरतलब है कि वर्ष 1917 में जन्मे श्री डबराल की प्राथमिक शिक्षा उनके पैतृक गांव डाबर ,तहसील लैंसडौन में हुई। मेरठ विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद वे दिल्ली में स्टेट्समैन अखबार से जुङे रहे।

 

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के अन्तर्गत बेस अस्पताल में 500×2 एलएमपी एवं अल्मोड़ा जिला अस्पताल में 216 एलएमपी के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का लोकार्पण किया। कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में लगने वाले ये पहले ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट हैं।

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि अल्मोड़ा में इन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना से अल्मोड़ा एवं उसके आसपास वाले जनपदों के लोगों को इससे फायदा होगा। हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में भी इससे वर्कलोड कम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा की मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों के बाद सीएचसी स्तर तक ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा की कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी तैयारियां पहले से ही पूर्ण कर ली जाय। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में अन्य राज्यों की तुलना में औसतन अधिक टेस्टिंग हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जो निगरानी समितियां बनाई गई हैं, उनके द्वारा व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाय। कोरोना टेस्टिंग और टीकाकरण के लिए लगातर जागरूकता अभियान चलाए जाय।

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अधिकांश लोगों का टीकाकरण हो चुका है। भारत सरकार से भी समय- समय पर राज्य को वैक्सीन उपलब्ध हो रही है।18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण तेजी से हो इसके लिए अन्य देशों से भी वैक्सीन मंगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राशनकार्ड धारकों को अतिरिक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा की जल्द ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

सांसद श्री अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना से अल्मोड़ा के अलावा बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़ जनपदों के लोगों को भी फायदा होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत का आभार व्यक्त किया।

महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री एवं अल्मोड़ा जनपद की कोविड प्रभारी मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए हम एक कदम और आगे बढ़े हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतरी के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमेश्वर में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य शुरु हो चुका है, जो जल्द पूर्ण हो जायेगा।
विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुमाँऊ के पर्वतीय जिलों में यह पहला प्लांट है जो हमारे लिए गर्व की बात है। इन ऑक्सीजन प्लांट के बन जाने से कोरोना मरीजों के इलाज में राहत मिलेगी।
जिलाधिकारी अल्मोड़ा श्री नितिन भदौरिया ने कहा कि अल्मोड़ा में 20 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया जा रहा है, जो एक सप्ताह में
तैयार हो जाएगा। जनपद के ग्रामीण इलाकों में जाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से भाजपा के जिला अध्यक्ष श्री रवि रौतेला, सीडीओ श्री नवनीत पाण्डे, सीएमओ डॉ सविता ह्यांकी,प्राचार्य अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज डॉ आर जी नौटियाल आदि उपस्थित थे।