नींद कम हाेने से बढ़ सकती है नपुंसकता

निद्रायतं सुखं दु:खं,पुष्टि कार्श्यं बलाबलम् वृषता क्लीवता ज्ञानमज्ञानं जीवितं न च. निद्रा सुख व दुख,पुष्टि व कृषता, बल व दुर्वलता कारक है.निद्रा पाैरुष-क्लीवता व ज्ञान-अज्ञान

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