मुख्यमंत्री ने फोन पर की जिला पंचायत अध्यक्षों से बात, तो विधानसभा अध्यक्ष ने कोरोना की विधान सभा वार की समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज जिला पंचायत अध्यक्षों से फोन पर बात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री ने उनके जिलों में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बङी संख्या में दूसरे प्रदेशों से उत्तराखंड के प्रवासी भाई बहनों को लाया जा रहा है। काफी लोगों को लाया जा चुका है। राज्य सरकार द्वारा पूरी प्रक्रिया में सुरक्षा संबंधी मेडिकल नाॅर्म का पालन किया जा रहा है। अच्छी तरह से स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवासियों को राज्य में उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। जिन लोगों में कोई संकेत नहीं पाए गए, उन्हें अपने घर में होम क्वारेंटाईन रहना है। इसका सख्ती से पालन हो, इसके लिये ग्राम प्रधानों को अधिकार दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्षों से आग्रह किया कि वे भी अपने स्तर पर नजर रखें कि बाहर से आने वाले लोग क्वारेंटाईन का सही तरीके से पालन कर रहे हैं या नहीं। कोई भी समस्या होने पर तुरंत अवगत कराएं। दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी भाईयों को उनकी दिक्क़तों को देखते हुए वापस लाना है। परंतु यह भी सुनिश्चित करना है कि कोरोना संक्रमण फैलने न पाए। शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से लगा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज जिला पंचायत अध्यक्षों से फोन पर बात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री ने उनके जिलों में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बङी संख्या में दूसरे प्रदेशों से उत्तराखंड के प्रवासी भाई बहनों को लाया जा रहा है। काफी लोगों को लाया जा चुका है। राज्य सरकार द्वारा पूरी प्रक्रिया में सुरक्षा संबंधी मेडिकल नाॅर्म का पालन किया जा रहा है। अच्छी तरह से स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवासियों को राज्य में उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। जिन लोगों में कोई संकेत नहीं पाए गए, उन्हें अपने घर में होम क्वारेंटाईन रहना है। इसका सख्ती से पालन हो, इसके लिये ग्राम प्रधानों को अधिकार दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्षों से आग्रह किया कि वे भी अपने स्तर पर नजर रखें कि बाहर से आने वाले लोग क्वारेंटाईन का सही तरीके से पालन कर रहे हैं या नहीं। कोई भी समस्या होने पर तुरंत अवगत कराएं। दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी भाईयों को उनकी दिक्क़तों को देखते हुए वापस लाना है। परंतु यह भी सुनिश्चित करना है कि कोरोना संक्रमण फैलने न पाए। शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से लगा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है। 

देहरादून 11 मई। आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक कर वैश्विक महामारी कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए तथा देश में जारी लॉक डाउन के दौरान विधानसभा में स्थापित कंट्रोल रूम में कार्यरत अधिकारियों से श्री अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 से संबंधित विभिन्न राज्यों एवं उत्तराखंड राज्य के विधायकों से प्राप्त समस्याओं एवं उनके निराकरण से संबंधित विषयों पर अधिकारियों के संग समीक्षा की।

अवगत कराना है कि विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल के निर्देशानुसार उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय में वैश्विक महामारी कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए तथा देश में जारी लॉक डाउन के दौरान लोकसभा अध्यक्ष के सुझाव पर 23 अप्रैल को कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था।उस दौरान देहरादून रेड जोन में होने पर कंट्रोल रूम में तीन अधिकारियों के वर्क फ्रॉम होम के अंतर्गत ड्यूटी लगाई गई थी।कंट्रोल रूम के तीनों अधिकारी द्वारा सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक 4-4 घंटे शिफ्ट वॉइज कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में कार्यालय खुल जाने के बाद अब कंट्रोल रूम के अधिकारी कार्यालय एवं घर दोनों जगह से अपनी शिफ्ट के अनुसार प्रभावी रूप से 12 घंटे कार्य कर रहे हैं।

इस दौरान कंट्रोल रूम के अधिकारियों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को अभी तक प्राप्त कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन से संबंधित समस्याओं एवं उस पर की गई कार्यवाही से अवगत कराया गया।अधिकारियों द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड राज्य के विधायकों द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्रों से 34 समस्याएं प्राप्त हुई साथ ही विभिन्न राज्यों के विधानसभाओं के माध्यम से 7 समस्याएं उत्तराखंड विधानसभा कंट्रोल रूम को प्राप्त हुई थी।अधिकारियों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया गया कि सभी समस्या अग्रेत्तर कार्यवाही के लिए राज्य सरकार के संबंधित कंट्रोल रूम को प्रेषित की गई हैं जिसमें से कई समस्याओं का समाधान हो चुका है।अधिकारीयों द्वारा बताया गया कि ज्यादातर सभी समस्याएं विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तराखंड प्रवासियों को वापस राज्य में लाने संबंधित थी।कंट्रोल रूम ने बताया कि ज्यादातर समस्याओं का समाधान हो चुका है बाकी समस्याएं अब सरकार के द्वारा प्रवासियों को वापस अपने राज्य में लाए जाने हेतु की जा रही कार्रवाई में सम्मिलित हुयी हैं।अवगत कराया गया कि इस बीच विभिन्न राज्यों के विधानसभाओं एवं लोक सभा के साथ समन्वय स्थापित कर समस्याओं का हल किया गया।

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कंट्रोल रूम में कार्यरत सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा द्वारा प्राप्त होने वाले अंतरिम आदेश तक विधानसभा का कंट्रोल रूम प्रभावी रहेगा।

इस अवसर पर विधानसभा सचिव जगदीश चंद, संयुक्त सचिव मदन सिंह कुंजवाल, उप सचिव चंद्रमोहन गोस्वामी, सुरक्षा अधिकारी प्रदीप गुणवंत, वरिष्ठ निजी सचिव अजय अग्रवाल, जनसंपर्क अधिकारी राजेश थपलियाल मौजूद थे।