नहीं रहे आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वाले पंजाब केसरी के संपादक

(ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज की भावभीनी श्रध्दांजलि—–हरीश मैखुरी) 

आज लोकतंत्र को बड़ी अपूरणीय क्षति पहुंची है। पंजाब केसरी के संपादक और राजनेता अश्विनी कुमार का निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ । आजकल की डिजिटल दुनिया के लोग अश्विनी कुमार के बारे में बहुत कम जानते होंगे अश्वनी कुमार उस दौर के निर्भीक पत्रकारों में गिने जाते थे । जब पंजाब के अंदर आतंकवाद का दौर जारी था । उस दौर मे आतंकवादियों के खिलाफ समाचार लिखने वाले पत्रकारों और संपादकों को आए दिन धमकियां मिलती थी या उन्हें जान से मार दिया जाता था । उस दौर में पंजाब केसरी आतंकवाद के खिलाफ कलम से एक मजबूत लड़ाई लडता था। आतंकवादियों द्वारा कि जाने वाली हर छोटी बड़ी घटना को बड़ी प्रमुखता के साथ छापना और उनकी ईमानदारी से विवेचना करना का काम पंजाब केसरी करता था । ऐसे में अशवनी कुमार जैसे लेखक राजनेता का जाना भारतीय लोकतंत्र के लिए बेहद अपूर्णिय क्षति है । ईश्वर अश्विनी कुमार जी को अपने चरणों में स्थान देगा। – धर्मवीर सिंह गुसांई