गोली लगने के बाद भी जिंदा बची बेटी को बाप ने जिंदा जलाया

बेटी की हत्या पिता ने षड्यंत्र रचकर की थी। यही नहीं, बेटी जब गोली लगने के बाद भी जिंदा बची तो पूरे परिवार ने मिलकर उसे जिंदा जला दिया। मामला धौलपुर के रघुवीरपुरा इलाके का है। इसका खुलासा मृतका की चाची गीता ने किया है। चश्मदीद ने डिटेल के साथ घटना वाली रात की पूरी कहानी बताई। उसे सबूत मिटाने के आरोप में अरेस्ट किया है। इससे पहले पिता और चाचा को भी हिरासत में लेकर दूसरे आरोपियों की तलाश की जा रही है।

थाना प्रभारी पूरनमल यादव ने बताया कि मृतका का मोठियापुरा कस्बे के एक लड़के के साथ 3 साल से लव अफेयर चल रहा था, इसकी भनक पिता बनिया को लग गई थी। इसके बाद पिता ने बेटी का दाखिला मोठियपुरा से सरमथुरा के प्राइवेट स्कूल में करा दिया था और वहीं पर कमरा भी दिला दिया। 8 दिसंबर को बेटी के कमरा से गायब मिलने पर पिता बनिया बेटी से बहुत नाराज था। 10 दिसंबर को बनिया ने छोटे बेटे रिंकू को सरमथुरा भेजकर नाबालिग को गांव बुला लिया।

पिता के बेटी को गोली मार देने के बाद छोटे भाई की पत्नी गीता ने सबूत मिटाने के लिए आरोपियों का सहयोग किया था। बेटी को ले जाने के बाद गीता ने जमीन से खून को कपड़ा से साफ करने के साथ बुलेट को कपड़े में छिपाकर राख के ढेर में दबा दिया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस ने मृतका के खून से सना कपड़ा और गर्दन से पार हुआ ब्लड लगा कारतूस का बुलेट भी बरामद किया है।