हिमालय को साफ सुथरा रखना मुख्य मकसद: प्रेरणा

एवरेस्ट चढ़ना नहीं, बल्कि एवरेस्ट को साफ और सुरक्षित रखना मेरा मुख्य मकसद है। हिमालय का क्षेत्र काफी व्यापक है। इसलिए इसे साफ सुथरा रखना हम सबका कर्त्तव्य है। आज जिस तरह से हिमालय प्रदूषित होते जा रहा है। वह हम सब के लिए एक चिंता का विषय है। यह बात मंगलवार को पर्वतारोहण के क्षेत्र में देश व विदेश में ख्याति प्राप्त कर चुकी असाधारण प्रतिभा की धनी प्रेरणा डांगी ने यहां एक होटल में पत्रकारों से अपने अनुभवों को साझा करते हुए कही। बता दें कि प्रेरणा मूल रूप से मजखाली रानीखेत की रहने वाली हैं। वह बचपन से ही अपने माता-पिता के साथ दिल्ली में रहती हैं। प्रेरणा ने कहा कि वह बचपन से हिमालय से प्यार करती है।

सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली से पढ़ी प्रेरणा ने स्कूल समय से ही कई स्पोर्ट्स में भाग लेना शुरू कर दिया था। लेकिन इसी दौरान पर्वतारोहण के क्षेत्र में उनके मन में कुछ कर दिखाने का ख्याल आया। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य भविष्य में हिमालय को नजदीक से जानने के साथ ही उसकी रक्षा के लिए लोगों को जागरूक करना है।

इधर, प्रेरणा के पिता चंदन डांगी ने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार ही कार्य करना देना चाहिए। वहीं, उनकी माता पुष्पा डांगी ने कहा कि प्रेरणा की रुचि बचपन से ही स्पोर्ट्स में थी। पत्रकारों से वार्ता के दौरान उलोवा के केंद्रीय अध्यक्ष डा शमशेर सिंह बिष्ट, भरत साह, जंग बहादुर शाह, राजीव लोचन साह, जयमित्र बिष्ट, दयाकृष्ण कांडपाल आदि मौजूद रहे।

प्रेरणा 2014 में अमेरिका की सर्वोच्च डेनाली चोटी को बिना किसी सहयोग के फतह कर चुकी हैं। इसके बाद उन्हें देश-विदेश में काफी ख्याति प्राप्त हुई। इसके अलावा प्रेरणा ने इसी वर्ष अप्रैल माह में राष्ट्रीय आरोहण बोल्डरिंग में स्वर्ण पदक हासिल किया है। इसके साथ ही वह हिम आरोहण में सफलता प्राप्त करने वाली पहली भारतीय बालिका बन गई हैं।