भगवान राम के मंदिर हेतु मुख्यमंत्री की कुर्सी त्यागने वाले उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याणसिंह का देवलोक गमन का समाचार व्यथित कर गया, देश-विदेश से भावभीनी श्रध्दांजलि का क्रम जारी 💐🙏

✍️हरीश मैखुरी

भगवान राम मंदिर निर्माण के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी त्यागने वाले उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का देवलोक गमन के समाचार से समूचे सनातन धर्म संस्कृति प्रेमी स्तब्ध हैं। सत्ता पाकर तो हर कोई अमर हो जाता है..!! सत्ता ठुकराकर जो अमर हो जाए वही कल्याण सिंह कहलाता है..!कल्याण सिंह एक प्रयोग हैं, प्रयोग मरते नहीं: वह फॉर्मूला जिसके दम पर BJP आज अपराजेय है। श्री राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेता रहे ८९ वर्ष के कल्याण सिंह ने एसजीपीजीआई लखनऊ में अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भावभीनी श्रध्दांजलि अर्पित की। परिक्षाओं में नकल रोकने के लिए वे नकल अध्यादेश लाये। इमानदारी और निष्ठा कल्याणसिंह के रक्त में थी। भव्य राम मंदिर निर्माण सदैव उनका लक्ष्य रहा।

” देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा” कल्याण सिंह जी के निधन से देश ने आज एक सच्चे राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता को खो दिया। बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एक सच्चे उपासक के रूप में उन्होंने जीवनभर देश व जनता की सेवा की।

कल्याण सिंह जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा व राजनीतिक कौशल से सुशासन की संकल्पना को साकार कर जनता को भय व अपराध से मुक्त एक जनकल्याणकारी शासन दिया और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए उत्कृष्ट आदर्श भी स्थापित किए।”

देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रध्दांजलि देते हुए कहा “श्री कल्याण सिंह जी उ. प्र. ही नहीं भारतीय राजनीति की वह क़द्दावर हस्ती थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से देश और समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनका लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित रहा। वे उत्तर प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए।

जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मज़बूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने के लिए कड़ी मेहनत की। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है”

श्री कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति!

देश के पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उ.प्र आदरणीय श्री कल्याण सिंह जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुःखित हूँ। श्री कल्याण सिंह जी जनसंघ के समय से भारतीय जनता पार्टी के एक निष्ठावान समर्पित लोकप्रिय नेता रहे हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को खड़ा करने में अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अयोध्या में आज भव्य रामलला के मंदिर की जो परिकल्पना साकार होने जा रही है उसमें भी श्री कल्याण सिंह जी का योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा।
मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ । भगवान श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें…..ॐ शाँति”

पूर्व राज्यपाल व उ.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य आदरणीय कल्याण सिंह जी अब हमारे बीच नहीं रहे।

भारतीय राजनीति में शुचिता, पारदर्शिता व जन सेवा के पर्याय, अप्रतिम संगठनकर्ता एवं लोकप्रिय जननेता आदरणीय कल्याण सिंह जी का देहावसान संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है।

उन्हें कोटि-कोटि श्रद्धांजलि!

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि “उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिजनों को दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।

समाज, कल्याण सिंह जी को उनके युगांतरकारी निर्णयों, कर्तव्यनिष्ठा व शुचितापूर्ण जीवन के लिए सदियों तक स्मरण करते हुए प्रेरित होता रहेगा।”

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह जी न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरी भारतीय राजनीति का एक मजबूत चेहरा थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और रचनात्मकता से पूरे भारत में एक अमिट छाप छोड़ी। उनका लंबा राजनीतिक जीवन जनता की सेवा के लिए समर्पित था।

जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मजबूत किया और कड़ी मेहनत कर अपना सारा जीवन धर्म-राष्ट्र की सेवा में दिया। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए देश उन्हें हमेशा याद रखेगा।

श्री कल्याण सिंह जी ने भयमुक्त और अपराधमुक्त जनकल्याणकारी सरकार दी और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए मील के पत्थर भी स्थापित किए।

देश और धर्म की रक्षा के लिए उनका समर्पण अविस्मरणीय रहेगा।

भगवान श्री राम दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

 उत्तराखंड के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ‌ नेता एवं उत्तर प्रदेश की राजनीति को एक नई दिशा प्रदान करने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राजस्थान के पूर्व राज्यपाल, श्री कल्याण सिंह जी के निधन का दु:खद समाचार मिला। उनका निधन नि:संदेह देश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। मेरी गहरी संवेदनाएं स्वर्गीय कल्याण सिंह जी के परिजनों के साथ हैं। ॐ शांति!”राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि “राजस्थान के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह जी के निधन का समाचार पाकर बहुत दुःखी हूं। स्व. कल्याण जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने हमेशा भारत व भारतीयों की उन्नति के लिए कार्य किया तथा विभिन्न मौकों पर देश का सिर गर्व से ऊंचा किया।

स्व. कल्याण सिंह जी से मेरा गहरा जुड़ाव था। मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में उन्होंने राज्यपाल के रूप में एक वरिष्ठ पारिवारिक सदस्य की भांति हमारा साथ निभाया था। मैं प्रभु श्रीराम से दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करती हूं।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि “अयोध्या में श्री राम लला मंदिर बने उसके लिए मार्ग प्रशस्त करने का काम ये स्व. कल्याण सिंह जी ने किया। राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में उनकी भूमिका को सदा-सर्वदा याद किया जाएगा। वे एक साहसी नेता थे जिन्होंने बाबरी ढांचा गिराने की जिम्मेदारी स्वयं ले ली थी। भारतीय जनता पार्टी को शहरों से गांवों तक पहुंचाने का काम “गांव गरीब झुग्गी झोपड़ी का इंसान” इस नारे के साथ भारतीय जनता पार्टी को विराट स्वरूप प्रदान किया था।

उत्तराखंड वासियों के लिए यह और भी महत्वपूर्ण है कि 12 अगस्त 1992 को मा. कल्याण सिंह जी जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने उत्तरांचल प्रदेश का संकल्प प्रस्ताव विधानसभा से पारित कर केंद्र को भेजा था। उत्तराखंड वासी उन्हें इस रूप में भी सदैव याद करेंगे। हम उत्तराखंड वासी स्व. कल्याण सिंह जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनका हमारे मध्य से चले जाना हमारे लिए अत्यंत दुखद ही नहीं बल्कि कष्टकारी है।

मैं उन्हें अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रभु श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस महान कष्ट को सहने की शक्ति प्रदान करें।”

केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि” राम भक्त, उत्तर प्रदेश के पूर्व CM श्रद्धेय ‘बाबूजी’ कल्याण सिंह जी का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत अपूरणीय क्षति है। दृढ़ निश्चयी व असाधारण प्रशासक के रूप में उन्होंने भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी है।

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिजनों को इस कठिन समय में संबल दें।”

 बद्रीनाथ के विधायक और चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के सदस्य महेन्द्र भट्ट ने कहा कि “राम मन्दिर निर्माण के मुख्य सूत्रधार,परीक्षा में नकल रोकने का कानून लाने वाले,मूर्धन्य नेता,मेरे मार्गदर्शक आदरणीय कल्याण सिंह के निधन का दुःखद समाचार है।
भगवान राम इन्हें अपने चरणों मे स्थान दें,तथा परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति।ॐ शान्ति।

आज याद आता है जब कल्याण सिंह जी और सुन्दर सिंह भण्डारी जी ऋषिकेश आये थे,और उस कार्यक्रम में मैं भी उपस्थित था।

आज दोनों इस दुनिया मे नही रहे।यादें सदैव बनी रहती है।”

अपडेट – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी  ने आज लखनऊ पहुंचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर पुष्पांजलि अर्पित की, इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित भाजपा के अधिकांश राष्ट्रीय नेताओं ने लखनऊ पंहुच कर भावभीनी श्रध्दांजलि अर्पित की ।

“राम लला हम आयेंगे,मंदिर वहीं बनायें”
६ दिसंबर,१९९२ का दिन ऐतिहासिक दिन स्वर्ण अंक्षरो में अंकित हो गया, जब राम मंदिर आंदोलन के नायक तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जिन्होने विवादित ढाँचा तोड़ रहे कार सेवकों पर गोली चलाने से मना कर दिया। जिसके कारण उन्हे अपनी सरकार की बलि देनी पड़ी। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राममंदिर निर्माण का भूमि पूजन की बहुत  राम मंदि थी। राम मंदिर में दर्शन के बाद दुनियां से विदा होना चाहते थे।