मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी की तूफानी कार्य शैली , शपथ लेते ही कैबिनेट बैठक की तो दूसरे दिन ही मुख्य सचिव बदल डाले, आईएसएस संधू बने उत्तराखंड के मुख्य सचिव, २० हजार नयी नौकरियां, अतिथि शिक्षकों का बढ़ाया वेतन और भी बहुत कुछ

✍️हरीश मैखुरी

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने एक दिन में ही अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है सबसे पहले बेलगाम हो चुकी अफसरशाही पर स्योंता (नकेल) डाल दी है, उत्तराखंड में नये मुख्य सचिव  की नियुक्ति करा दी है जिसकी उत्तराखंड को बहुत समय से आवश्यकता अनुभव की जा रही थी।केंद्र से १९८८ बैच के आईएएस श्री एसएस संधू उत्तराखंड के लिए मुक्त भी कर दिए गए हैं और राज्यपाल की ओर से आईएएस राधा रतूड़ी ने मुख्य सचिव पद पर उनकी नियुक्ति के आदेश भी जारी कर दिए हैं। सुखबीर संधू इमानदार और तेज तर्रार अधिकारी हैं। 

       कल की कैबिनेट में ही मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने 22000 नई सरकारी नौकरियों का भी रास्ता साफ कर दिया मार्ग प्रशस्त कर दिया। 
 
यही नहीं प्रदेश शिक्षा विभाग में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के वेतन वृद्धि हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे थे। फलस्वरूप, प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अपनी प्रथम कैबिनेट बैठक में उक्त सम्बन्ध में महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिया। 
 अतिथि शिक्षकों का वेतन ₹15000/ माह से वृद्धि कर ₹ 25000/ माह कर दिया गया है। 
– साथ ही अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति उनके गृह जनपद में करने के निर्देश कर दिए गए हैं।
 
शिक्षा मंत्री अरबिन्द पांडे ने कहा कि मैं, इस के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी एवं समस्त मंत्रिमंडल का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करता हूँ।
मुख्यमंत्री बनते ही पुष्कर सिंह धामी पूर्व मुख्यमंत्री जनरल बीसी खंडूरी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावतपूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भी मिले यही नहीं मुख्यमंत्री उत्तराखंड के सबसे सीनियर मंत्री सतपाल महाराज से भी मिले और उन्हें अपने मंत्रिमंडल में पहले स्थान पर शपथ दिलाई। 
 

वहीं आज ही मुख्यमंत्री द्वारा सचिवालय के सभी आईएएस और पीसीएस अधिकारीयों की बैठक भी बीजापुर गैस्ट हाउस में रखी है। समझा जाता है कि मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी अब पुलिस का ग्रेड पे बढ़ाने, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गठित चारों धामों की विकास ऐजेन्सी “चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड” को सुदृढ़ बनायेंगे और पंडिताें पुजारियों वृतिधारकों के परम्परागत हक हकूक परम्परा अनुसार पूरी तरह बहाल रखेंगे। खटीमा मसूरी रामपुर तिराहे के शहीदों के सपने साकार करते हुए उत्तराखंड आन्दोलनकारियों में विभेद करने वाली श्रेणियों को समाप्त कर समान व्यवस्था लागू करने, गैरसैंण स्थाई राजधानी बनाने तथा पहाड़ की सातों विधानसभा सींटे पूर्ववत बहाल करेंगे, उत्तराखंड ही अखंड भारत की मूल संस्कृति का मुख श्रोत है लेकिन यहां संस्कृति और संस्कृत महाविद्यालयों की दयनीय स्थिति किसी से छिपी नहीं है। संस्कृत महाविद्यालयों के कई कर्मचारी आज भी दो चार हजार रुपयों में जीवन खपा रहें हैं। सिमली मेडिकल कॉलेज की घोषणा होने से गैरसैंण राजधानी के निकट एक मेडिकल कॉलेज होगा और ये मेडिकल कॉलेज बागेश्वर चमोली व रुद्रप्रयाग को आच्छादित करेगा। सालों से अल्प मानदेय पर काम करने वाले एनएचएम व एड्स परियोजना के कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाना भी समय की मांग है, ये कर्मचारी कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे हैं चमोली के कंथोली सैंण सामरिक और पर्यटन महत्व हवाई पट्टी बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

जैसा कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट की पहली बैठक में ही ७ बड़े निर्णय लिए  है। 

1. अतिथि शिक्षकों का बढ़ा वेतन, 15 हजार से 25 हजार हुआ वेतन और अथिति शिक्षकों को गृह जनपद में मिलेगी नियुक्ति

2. जिन पॉलिटेक्निक संविदा कर्मचारियों को बाहर किया गया उन्हें पुनः नियुक्ति दी जाएगी

3. मनरेगा के रिक्त पदों को आउटसोर्सिंग से भरा जाएगा

4. जिला रोजगार कार्यालय में आउटसोर्सिंग एजेंसी के रूप में काम करेगा

5. पुलिस कर्मियों के ग्रेड पर को लेकर 3 सदस्य कैबिनेट की उप समिति बनाई गई

6. उपनल कर्मचारियों की मांगों को लेकर हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में बनाई गई उप समिति

7. 22000 रिक्त सरकारी नौकरियों के पदों को जल्द भरा जाएगा बैकलॉग के पदों को भी जल्द भरा जाएगा।

 इसी के साथ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का संकल्प लिया। दलित वर्ग के उत्थान के लिए संकल्प लिया

breakinguttarakhand.com की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को अनन्यतम शुभकामनाएं