ड्रेस कोड का चयन छात्र ही करेंगे

देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज समेत जिन संस्थानों में अभी तक ड्रेस कोड लागू नहीं हुआ है, वहां सर्वे अथवा मतदान के जरिए रायशुमारी की जाएगी और बहुमत के आधार पर फैसला लिया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड को लेकर सरकार के रुख में बदलाव आया है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव निबटने के बाद अक्टूबर के पहले सप्ताह में यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

भाजपा मुख्यालय में जनता दरबार के बाद पत्रकारों से मुखातिब राज्यमंत्री डॉ. रावत ने दावा किया कि राज्य के अधिकांश महाविद्यालयों में ड्रेस कोड लागू हो चुका है। उन्होंने कहा कि जिन महाविद्यालयों में यह लागू नहीं हुआ है, वहां रायशुमारी से फैसला होगा। जहां भी ड्रेस कोड के पक्ष में 51 फीसद विद्यार्थी होंगे, वहां इसे लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोशिश ये रहेगी कि ड्रेस एक हजार रुपये की सीमा के अंदर हो, ताकि सभी विद्यार्थी इसे वहन कर सकें।

दीक्षांत पोशाक को भी मतदान 

डॉ.रावत ने कहा कि दीक्षांत पोशाक के निर्धारण के लिए भी मतदान होगा। उन्होंने बताया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआइएफटी) से दीक्षांत समारोह के लिए तीन ड्रेस बनवाई गई हैं। प्रत्येक विवि में यह तीनों उपलब्ध कराई जाएंगी और फिर इनमें से एक के चयन के लिए विद्यार्थियों के बीच रायशुमारी की जाएगी। बहुमत के आधार पर एक ड्रेस फाइनल होगी और अगले साल से इसे अमल में लाया जाएगा।