चिताओं की अग्नि से डगमगाए शहर, उत्तराखण्ड में भी मृत्यु का कुल अकड़ा 2 हज़ार के पार, नये संक्रमितों की संख्या 4339, मुख्यमंत्री ने किया छावनी परिषद चिकित्सालय का निरीक्षण, उत्तराखंड में नहीं है आक्सीजन की कमी

पिछले वर्ष सभी तरह के अभावों के बावजूद मोदी सरकार ने भीषण कोरोना दोर में दिए मोमबत्ती जला कर ताली और थाली बजा कर कोरोना महामारी से देश को बचाने की कोशिश की। इस एक साल जितने आक्सीजन युक्त बेड सत्तर साल में थे उतने अकेले एक साल में तैयार हो गये यानी और अतिरिक्त बन गये। एक साल में तिगुने आईसीयू बेड बन गये, मास्क हैं सिनेटाईजर है पीपीई किट है कोरोना किट है तिगुनी आक्सीजन है। केन्द्र द्वारा १३ करोड़ लोगों को कोरोना टीका लग गया है, केन्द्र से पैंसा मिला है, फिर भी पूरे देश में अभी तक 1 करोड़ 62 लाख 63 हजार से अधिक लोग कोरोना के संक्रमण की चपेट में आए हैं। अभी तक कोरोना की चपेट में आए पूरे देश में 1 लाख 86 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैइन 3दिनों देश में लाख से ऊपर कोरोना के नये संक्रमित सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 3 लाख 32 हजार 730 कोरोना के नए संक्रमित पाये गए हैं। जबकि 24 घंटे के अंदर 2263 लोगों ने कोरोना से संक्रमित होकर जान गवाई है।

       कई राज्यों में “दिए की रौशनी कम पड़ी तो चिताओं की अग्नि से जगमगाए शहर!!” ये खोपनाक टाईटल मीडिया रिपोर्टों ने दिया।   

                लेकिन इन मीडिया रिपोर्ट के पास राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सवाल पूछने की हिम्मत नहीं कि जब केवल २०-३० लाख में छोटे मेडिकल आक्सीजन प्लांट लग जाते हैं। भारत सरकार का डीआरडीओ लगा भी रहा है। तो ये कोरोना हाई प्रिविलेज वाले राज्य लगाते क्यों नहीं। करोड़ों के विज्ञापन देकर चेहरा चमकाने से अच्छा नहीं होता कि दिल्ली महाराष्ट्र जैैसे हाई प्रिविलेज वालेे ऐसे राज्य आक्सीजन प्लांट लगाते? कम से कम आक्सीजन की कमी से तो लोग ना मरते!!! 

उत्तराखण्ड में भी मृत्यु का कुल अकड़ा शुक्रवार को 2 हज़ार के पार, पंहुच गया है। जबकि आज संक्रमितों की संख्या  4339 पंहुच गयी है इन दिनों उत्तराखंड में कोरोना का आंकड़ा हर दिन 4 हजार पार कर रहा है। पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड में 4339 नए मामले सामने आए हैं जबकि 49 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है उत्तराखंड में सबसे अधिक मामले 1605 देहरादून, 1115 हरिद्वार जबकि चमोली जैसे सुदूरवर्ती सीमांत जिले में भी 184 नए मामले आना उत्तराखंड में चिंता बढ़ाने वाला है। 

       लेकिन अच्छी खबर ये है कि चमोली रूद्रप्रयाग टिहरी जैसे जनपदों के लिए १०५ नये डाक्टर नियुक्त किए गए हैं। गोपेश्वर जिला चिकित्सालय में शीघ्र नया आक्सीजन प्लांट लगेगा। बद्रीनाथ के विधायक ने इस हेतु मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।

  मुख्यमंत्री श्री तीरथ रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अब 18 से 45 वर्ष तक के आयु वर्ग के लोगों को भी नि: शुल्क टीका लगाया जाएगा। मई माह के प्रथम सप्ताह से यह कार्य आरंभ हो जाएगा। इस दौरान उत्तराखंड के लगभग 50 लाख निवासियों का टीकाकरण किया जाएगा, जिसका संपूर्ण खर्च सरकार वहन करेगी। इसमें लगभग 400 करोड़ रुपए का खर्चा संभावित है। जो 345 नए डाॅक्टरों की नियुक्ति पीएचसी एवं सीएचसी में की जा रही है। वे कोविड से संबंधित ड्यूटी करेंगे। 

उत्तराखंड़ के प्रभारी सचिव स्वास्थ्य पंकज पांडे का कहना है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में तीन ऑक्सीजन मैनिफैक्चरिंग प्लांट में पर्याप्त उत्पादन हो रहा है। छह माह की समयावधि में यहां आठ ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए गए हैं। प्रदेश में अब ऑक्सीजन सिलिंडरों की भी कोई कमी नहीं है। पांडे ने बताया कि प्रदेश में 2500 से अधिक ऑक्सीजन सपोर्टर बेड खाली हैं। देहरादून में ऑक्सीपेंसी अधिक होने के कारण लोगों को थोड़ी परेशानी हो रही है, इस समस्या का समाधान भी किया जा रहा है। जबकि
देहरादून जिले में कोरोना के बढ़ते ग्राफ के चलते व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैं। बेड और ऑक्सीजन की खातिर मरीजों को लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक भटक रहे हैं। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गुरूवार को 350 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती थे।
गुरुवार को दून मेडिकल अस्पताल में एक मरीज की मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। डॉक्टरों ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि वह खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि डॉक्टरों और स्टाफ को भी अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ रहा है।

देहरादून : मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को कैंट स्थित छावनी परिषद जनरल अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने छावनी परिषद की सी.ई.ओ. सुश्री तनु जैन को अस्पताल में कोविड-19 के दृष्टिगत आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून डॉ आशीष श्रीवास्तव को भी इस संबंध में आवश्यक सहयोग प्रदान करने को कहा, मुख्यमंत्री ने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई व शौचालय आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी भी उपस्थित थे।
छावनी परिषद की सी.ई.ओ सुश्री तनु जैन ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के अंदर इस अस्पताल परिसर में 130 बेड की व्यवस्था कोविड-19 के दृष्टिगत कर दी जाएगी। इससे यहां पर भी पीड़ितों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी।