जिसकी चर्चा है अभ्युदय वात्सल्यम् परिवार का अनूठा आयोजन

गत 12 जनवरी 2020 रविवार को टाऊन हॉल, नगर निगम, देहरादून उत्तराखंड में अभ्युदय वात्सल्यम् परिवार के तत्वाधान में आहूत अखिल भारतीय शैक्षिक नवाचार , सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक , पर्यावरणीय विमर्श 2020 एवं National Innovative Excellence Award—2020 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम  में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा, रूड़की के मेयर गौरव गोयल, साहित्य जगत के शिरोमणी लीलाधर जगूड़ी, गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी, व एपीएन न्यूज़ में एंड नेपाल वन न्यूज़ के हेड परविंदर गोस्वामी आदि मौजूद रहे।         कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न राज्यों व विदेशों से आए प्रतिभागियों के बीच मुख्य अतिथियों द्वारा डॉक्टर अशोक कुमार मिश्र ‘क्षितिज’ की दो स्वरचित पुस्तकों का भी लोकार्पण किया गया जिनके नाम क्रमशः “पूँछ कटी छिपकली” व “उनसे कहना है” । 

 इस अवसर डॉक्टर अशोक कुमार मिश्रा ‘क्षितिज’ ने अपने संबोधन में  कहा कि यह पुस्तक के युवाओं में कुछ नया करने हेतु प्रेरित करेगी। 
इस कार्यक्रम में समाज सेविका श्रीमती पुष्पा प्रसाद रत्नपारखी मुंबई , डॉ सुनील यादव कर्नाटका के साथ ही तमिलनाडु, बिहार, हरियाणा, दिल्ली , राजस्थान, मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ आदि राज्यों से लोगों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का आयोजन कर रही संस्था कि अध्यक्ष/निदेशक गार्गी मिश्रा ने कार्यक्ररम में देश विदेश अमेरिका , रूस, बैंकाक, इन्डोनेशिया सहित देश के 18 राज्यों से सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।
इसी दिन अभ्युदय वात्सल्यम् के तत्वाधान में ही अखिल भारतीय शैक्षिक, पर्यावरणीय, सांस्कृतिक, लोक कला, अखिल भारतीय शैक्षिक नवाचार , सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक , पर्यावरणीय विमर्श 2020 एंव National Innovative Excellence Award—2020 प्रदान किया गया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि “यदि समाज व देश को विकास के रास्ते पर ले जाना है तो युवाओं को रचनात्मक सोच के साथ जवाब देही बनना होगा ।युवाओं की रचनात्मक सोच का लाभ पूरे देश को मिले नाम इसके लिए उन्हें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा”  इस अवसर पर उन्होंने श्री बी पी पांडे को प्राकृतिक उपचार, डॉक्टर विपुल कंडवाल (उदर रोग विशेषज्ञ), डॉक्टर सुशील ओझा (नेत्र विशेषज्ञ) ,लोक कला,लोक संस्कृति के संरक्षण हेतु श्री मनोज ईस्टवाल ,साथ साथ शिक्षा, साहित्य ,चिकित्सा ,समाज सेवा ,जैविक कृषि, प्रशिक्षण , पर्यावरण और जल संरक्षण आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली अनेक विभूतियों को सम्मानित किया। 

इस अवसर पर महानगर देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि “हर व्यक्ति को अपनी जन्मभूमि और समाज के प्रति कुछ न कुछ ज़रूर करते रहना चाहिए”। 
इस कार्यक्रम का संचालन प्रख्यात कवि श्रीकांत ‘श्री’ व डिंपल ने किया। कार्यक्रम में आएँ कवि हलधर की कविताओं ने समां बाँधा व बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी ।
कार्यक्रम में अमेरिका से पहुँचे श्री अनूप हिवाले, इंडोनेशिया से श्री पीयूष पंडित को, रूस से योगगुरू आचार्य मनीष आदि को भी सम्मानित किया गया।
आयोजक  संस्था अभ्युदय वात्सलयम् की अध्यक्ष एवं निदेशक गार्गी मिश्रा ने आयोजन की सफलता के लिए मुख्य अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “विदेश व देश के विभिन्न राज्यों (अमेरिका , रूस, बैंकाक, इन्डोनेशिया सहित देश के 18 राज्यों ) से पधारकर हमारे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आप सभी का दिल की गहराईयों से आभार, हमारे मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी , निर्भया का इलाज करने वाले डॉक्टर आदरणीय डॉ विपुल कण्डवाल जी , देहरादून मेयर आदरणीय श्री सुनील गामा जी , रूडकी के मेयर आदरणीय श्री गौरव गोयल जी व हमारे पिता तुल्य प्राकृतिक चिकित्सा से सैकड़ों लोगों को कैंसर मुक्त करने वाले आदरणीय श्री बी पी पाण्डेय जी , हमारे रीड की हड्डी की तरह अन्दर से हमें पग-पग हर कार्य के लिए प्रोत्साहन व शक्ति देने वाले बड़े भाई कुम्भ मेला प्रभारी आदरणीय डॉ एल एन मिश्रा जी व हरिद्वार के एडीएम आदरणीय श्री के के मिश्रा जी,भाई समान प्रख्यात वीर रस के कवि श्रीकांत ‘श्री’ जी, प्रख्यात साहित्यकार श्री लीलाधर जगूडी जी का , गढरत्न आदरणीय नरेन्द्र सिंह नेगी जी व योगगुरू श्री शशिकांत दूबे जी का जिनकी उपस्थिति ने हमारे कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिया”

इसके साथ ही साथ मैं अपने मीडिया पार्टनर APN News & Nepal 1 News, हरियाणा व मुम्बई संयोजक श्री सोहन कौशिक व श्री शरद मिश्रा जी का ह्रदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करना चाहूँगी जिन्होंने हमारे पूरे कार्यक्रम को स्तम्भ के रूप में सम्भाले रखा ।
प्रतिभागियों में एक सौ इक्कीस लोगों का नाम लेना तो सम्भव नहीं है लेकिन विशेषत: हमारे इस कार्यक्रम के लिए मुम्बई से सड़क मार्ग से इतनी लम्बी यात्रा करके पहुँची श्रीमती पुष्पा प्रसाद रत्नपारखी जी , कार्यक्रम हेतु USA से पधारे श्री अनूप हिवाले जी , कर्नाटक से आए श्री सुनील यादव जी, दिल्ली से आए आदरणीय पीयूष पंडित जी, तमिलनाडु से आएँ श्री श्याम सुन्दर जी व केरल से पूर्वी सरकार आदि का हृदय से आभार “। सप्ताह भर बाद भी इस कार्यक्रम की चर्चा हर प्रतिभागी की जुबां पर है। साहित्य और संस्कृति के पुरोधा इस आयोजन की गदगद भाव से प्रसंशा कर रहे हैं।