ऐसे भी हो सकती है अपनों की मदद

कहीं ऐसा तो नहीं कि देश की बेटियां तुम्हारे लिए मिट्टी के दिये बनाते बनाते धूप में सूख जांय और तुम चायना मेड दिये और लडि़यां खरीद लाओ। अबकी बार शुद्ध भारतीय दिये लायें, इससे जरूरतमंदों की मदद का संतोष भी मिलेगा और देश का पैंसा देश में रहेगा।