पुलिस द्वारा जनता से सीधे संवाद करने के नतीजे


हरीश मैखुरी

चमोली – ये क्या पुलिस जनता के द्वार? ये तस्वीरें  कुछ हट के हैं। जो पुलिस बमुश्किल जनता की शिकायत दर्ज करती थी वो अब  जनता से सीधे संवाद करने और कानून, अपराध के साथ-साथ जन सरोकारों से जुडे़  मुद्दों के लिए चमोली पुलिस ने अब सीधी मुलाकात की पहल की है। ग्रामीण चौपाल लगाकर पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने स्वयं इसकी शुरूआत नगर क्षेत्र के  गांव हल्दापानी में की।

पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं से संबंधित अपराधों, साइबर क्राइम, बैंक, एटीएम  फ्राड संबंधी जानकारी जनता के बीच साझा की और जानकारी दी कि वे किस प्रकार से इन अपराधों से बचें। कन्या भू्रण हत्या और बालिका शिक्षा तथा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान में जागरूकता हेतु  आह्वान किया। थानाध्यक्ष गोपेश्वर कुंदन राम ने कानून संबंधी जानकारियों के साथ बताया कि लोग जाने अंजाने में एटीएम फ्राड के चक्कर में आ जाते हैं । उन्होंने बारीकी से इस विषय में जानकारी प्रस्तुत की। 

जनता ने भी चौपाल में अपनी समस्याएं  रखी। जन प्रतिनिधियों ने कहा कि इस तरह से पुलिस सीधे आम लोगो से खुद उनके द्वार पर आकर मिलेगी तो जनता का उन विश्वास और जगेगा, पुलिस जनता के बीच की दूरी कम होगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, “प्रत्येक विवार को इस तरह के कार्यक्रम अन्य थाना क्षेत्रों मे भी चलाया गया। इसके साथ ही रविवार को पुलिस लाइन क्षेत्र में एनसीसी, एनएसएस के छात्रों के साथ ही स्थानीय लोगों के साथ मिल कर सफाई अभियान चलाया तथा शीतकालीन पौधरोपण भी किया गया।”

इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने अपने पुलिस महकमे की ओवरहालिंग भी शुरू कर दी,  अब वे थानेवार केसों की समीक्षा करती हैं और उनकी कम्पलांईंस भी देखती हैं। मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठियों का आयोजन किया जाता है। गोपेश्वेर में आयोजित पुलिस कर्मियों के सम्मेलन में अपराध गोष्ठी में थाना प्रभारियों को अपने-2 क्षेत्र में नशे के दुष्प्रभाव के सम्बन्ध में अभियान चलाने एवं आम जनता को ATM फ्रॉड, फेक काल, साइबर क्राइम आदि के बारे में गोष्टी कर जागरूक करने, बाहर से आने वाले व्यक्तियों, नेपाली, फेरी वाले आदि का 100% सत्यापन करने, यातायात व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने एवं सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु बिना हेलमेट/3 सवारी/नो पार्किंग आदि यातायात नियमों का उलंघन करने वालो के विरुद्ध लगातार MV ACT के तहत कार्यवाही करने तथा अवैधानिक रुप से वाहनों पर नाम/पद पट्टिका/चिन्ह हटाने एंव लम्बित विवेचना/शिकायती प्रार्थना पत्रों के शीघ्र निस्तारण करने, अवैध शराब/खनन, जुआ, वन्य जीव तस्करी आदि के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु कड़े निर्देश दिये। तथा माह दिसम्बर 2017 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया। चमोली पुलिस की कार्यप्रणाली किए जा रहे  इन प्रयासों के अच्छे नतीजे भी आ रहे हैं  लोग अब पुलिस से डरते और कतराते नहीं अपनी समस्या रखते हैं। इस पहल से अपराधी और अपराधिक गतिविधियों में सुधार देखा जा रहा है।  पुलिस महकमे को ऐसे प्रयास समूचे प्रदेश में करने चाहिए ताकि मित्र पुलिस की अवधारणा सच्च साबित हो।