इस तस्वीर ने रूला दिया


भले ही कुछ लोग अपने मादरे वतन से गद्दारी को मजहब समझते हों, लेकिन आज बिहार से जो तस्वीर आई है वह निश्चित रूप से  अपने वतन से  प्यार लगाव और अपनी मातृभूमि को शीश नवाने वाला ऐसा दृश्य है जिसे देखकर आंखों में आंसू आ गए। दिल्ली मुंबई से पैदल पैदल चलकर जब बिहार के छपरा पंहुचे तो इन लोगों ने अपनी मातृभूमि पर कदम रखने से पहले उस भूमि पर शीश झुका कर प्रणाम किया। और उसे चूमा। और प्रतिज्ञा की कि  अब चाहे कुछ भी अपनी मिट्टी को ही मेहनत करके सोना बनाएंगे, लेकिन किसी की नौकरी नहीं करेंगे जो दो वक्त की रोटी न दे पाए उसकी नौकरी क्यों? यह होती है अपनी भूमि से लगाव और चाहत। यह दृश्य देख कर वहां आस पास खड़े लोगों की आंखों में भी आंसू भर आये 

       इस कोरोना महामारी और लॉक डाउन के बाद दुनिया पहले जैसे नहीं रहेगी लोग अपनी सीमा और अपनी जरूरत है समझ गए हैं अब लोग अपनी मिट्टी में फिर से वापस मेहनत करने का मूड बना रही हैं उत्तराखंड में भी बहुत सारे लोगों ने ऐसा ही किया है करीब 200000 लोग देश के विभिन्न शहरों से उत्तराखंड वापस आने का मन बना चुके हैं करीब 20000 लोग वापस लौट भी चुके हैं