आज का पंचाग, आपका राशि फल, दुनियां के सातों आश्चर्य इन मंदिरों के आगे कहां ठहरते हैं!, रामायण काल के चार हवाई अड्डे, एक राज परंपरा जो पुन: जीवित हो रही

🕉️ श्री गणेशाय नमः 🕉️ जगत् जनन्यै जगदंबा भगवत्यै नम 🕉️ नमः शिवाय 🕉️ नमो भगवते वासुदेवाय नमः सभी मित्र मंडली को आज का पंचांग एवं राशिफल भेजा जा रहा है इस का लाभ उठाएंगे आपका आज का दिन मंगलमय हो गणेश जी आपकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे
बुध ग्रह की स्तुति:–
*प्रियंगुकलिकाश्यामं,रूपेण प्रतिमंबुधम्।सौम्यंसौम्यगुणोपेतं,तं बुधं प्रणमाम्यहम्*।।
हिन्दी ब्याख्या:–
फ्
प्रियुंग की कली की तरह जिनका श्याम वर्ण है जिनके के रूप की कोई उपमा ही नहीं है सौम्या और सौम्या गुणों से युक्त बुद्ध भगवान को मैं प्रणाम करता हूं।।
बुध गायत्री मंत्र,:–
🕉️ *चन्द्रसुताय विद्महे रोहिणी प्रियाय धीमहि तन्नो बुध: प्रचोदयात्*।।
यथाशक्ति बुध गायत्री का जप करने के बाद अपामार्ग मिश्रित पायस घीसे दशांश हवन करें।।
आपका अपना *पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री*
✡️दैनिक पंचांग✡️
✡️वीर विक्रमादित्य संवत् ✡️
✡️2078✡️
✡️ज्येष्ठ मासे ✡️
✡️27 गते ✡️
✡️दिनांक ✡️:09 – 06 – 2021(बुधवार)
सूर्योदय :05.44 पूर्वाह्न
सूर्यास्त :07.08 अपराह्न
सूर्य राशि :वृषभ
चन्द्रोदय :04.42 पूर्वाह्न
चंद्रास्त :06.22 अपराह्न
चन्द्र राशि :वृषभ
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2078
अमांत महीना :बैशाख 29
पूर्णिमांत महीना :ज्येष्ठ 14
पक्ष :कृष्ण 14
तिथि :चतुर्दशी 2:00 अपराह्न तक, बाद में अमावस्या
नक्षत्र :कृत्तिका 8.44 पूर्वाह्न तक, बाद में रोहिणी
योग :सुकर्मा 6.47 पूर्वाह्न तक, बाद में धृति
करण :शकुनि 1:58 अपराह्नतक, बाद में चतुष्पद
राहु काल :12.31 अपराह्न से- 2.12 अपराह्न तक
कुलिक काल :10.51 पूर्वाह्न से – 12.31 अपराह्न तक
यमगण्ड :7.31 पूर्वाह्न – 9.11 पूर्वाह्न
अभिजीत मुहूर्त : –
दुर्मुहूर्त :11:59 पूर्वाह्न – 12:52 अपराह्न
[9/6, 09:02] चक्रधर प्रसाद शास्त्री: *नाम अक्षर से राशि देखने के नियम* मित्रों बहुत से मित्रों ने राशि नाम एवं प्रसिद्ध नाम के माध्यम से राशिफल देखने की प्रक्रिया जाननी चाही इसके विषय में महर्षि पाराशर जी ने पाराशरी नामक ग्रंथ में लिखा है कि:–
*देशे ग्रामे गृहे युद्धे, सेवायां व्यवहार के। नाम राशे प्रधानत्वं , जन्म राशि न चिंन्तयेत्*।।
हिंदी ब्यख्या:–
प्रदेश में घर के बाहर गांव में युद्ध के समय सेवारत में व्यवहारिक नाम की प्रधानता होती है स्थानों पर जन्म राशि का चिंतन न करके प्रचलित नाम की राशि का चिंतन करना चाहिए।
*विवाह सर्वमांगल्यै, यात्रायां ग्रह गोचरे । जन्म राशे प्रधानत्वम्, नाम राशि न चिंन्तयेत्*।।
हिन्दी ब्याख्या:–
विवाह के समय मां सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों में यात्रा में ग्रह गोचर दशा के पूजन में जन्म राशि की प्रधानता होती है प्रसिद्ध नाम राशि का चिंतन नहीं करना चाहिए।।
*आज के लिए राशिफल* *(09-06-2021)*
*मेष*
09-06-2021
आज का दिन आपके लिए बहुत शुभ है। माता पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी होने वाली है। कुछ कार्य के प्रति आप ज्यादा ही महत्त्व देने वाले है। जीवनसाथी के साथ रोमांस में बढ़ोतरी हो सकती है। अपने जज़्बात पर काबू रखें और ऐसा कोई गैरजिम्मेदाराना काम न करें जिसके लिए बाद में आपको पछताना पड़े। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। बड़ों की बात मानें, लाभ होगा। आज सामाजिक स्तर पर आप अधिक व्यस्त न रहें नहीं तो आप खुद के लिए भी समय नहीं निकाल पाएंगे।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : लाल रंग
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*वृष*
09-06-2021
आज आपको कोई महत्वपूर्ण समाचार मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत हासिल होगी। आपके मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। कारोबार में कुछ नए लोग आपसे जुड़ सकते हैं। किसी महिला मित्र का सहयोग प्राप्त होगा। आर्थिक पक्ष पहले से बेहतर रहेगा। करियर में आगे बढ़ने के नए अवसर सामने आएंगे। सोचे हुए कुछ जरूरी काम पूरे होंगे। आज आप बड़े ही खुश नजर आयेंगे। तकनीकी क्षेत्र के स्टूडेंट्स के लिए दिन फेवरेबल रहने वाला है। दुर्गा जी को प्रणाम करें, जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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*मिथुन*
09-06-2021
पारिवारिक जीवन में भी भाई-बहनों से विवाद के कारण अस्थिरता हो सकती है। प्रेम-संबंध यथावत रहेंगे। समर्पित परिश्रम से यदि आप वरिष्ठों को संतुष्ट कर सकते हैं, यदि आप अपना दृष्टिकोण बदल सकते हैं और ईमानदारी से काम कर सकते हैं तो आपकी रैंक, पारिश्रमिक और लोकप्रियता बढ़ जाएगी। आपको आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है। आप मनोगत और रहस्यवादी विषयों के अध्ययन के प्रति शौक विकसित कर सकते हैं।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हल्का लाल
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*कर्क*
09-06-2021
कर्क राशि वाले आज अपने करियर के विषय में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। जीवनसाथी से मतभेद मानसिक उद्विग्नता को बढ़ाएंगे। कामकाज को आगे बढ़ाने के लिए थोड़ी मेहनत को बढ़ाने की ज़रुरत है। दिन आपका बहुत अच्छी तरीके से बीतने वाला है। सोचा समझा सभी प्रकार का कार्य आपका पूर्ण होने वाला है। नकारात्मक से जितना हो सके आपको बच के रहें। पुराने समय से अटके हुए कार्य बन सकते हैं, लेकिन नई योजनाओं पर कार्य आरंभ न करें।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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*सिंह*
09-06-2021
आज आपको नए लोगों से थोड़ा संभलकर रहना चाहिए। किसी भी काम को करने से पहले बड़ों की सलाह लेना फायदेमंद रहेगा। आज बच्चे पढ़ाई के प्रति कुछ कम रूचि लेंगे। उन्हें पढ़ाई-लिखाई में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बिजनेस में विरोधियों से आपको बचकर रहना चाहिए। ऑफिस में सीनियर आपके काम से खुश होकर आपको कुछ गिफ्ट कर सकते हैं। खुद को फिट रखने के लिए आपको व्यायाम करना चाहिए। पार्टनर आपकी इच्छाएं पूरी करने की कोशिश करेंगे। आज अपनी बहन या बुआ को कुछ गिफ्ट करें, पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग
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कन्या
09-06-2021
आज आप बहुत भाग्यशाली होंगे और अधिकारियों से विशेष सहयोग प्राप्त करेंगे। आप अपने सभी प्रयासों में सफल होंगे। आपकी कुछ पोषित इच्छाओं की पूर्ति होगी और आपके पास नए अधिग्रहण हो सकते हैं। आपका पारिवारिक-जीवन आरामदायक परिवेश से खुश रहेगा और सामाजिक रूप से आप अधिक लोकप्रियता हासिल करेंगे। रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ आपके संबंध अधिक सौहार्दपूर्ण बनेंगे। आप सामाजिक समारोहों में आकर्षण का केंद्र होंगे।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : हल्का हरा
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*तुला *
09-06-2021
आज आपको आपके प्रयासों के लिए इनाम मिल सकता है। आपको एक कदम पीछे हटकर अपने पार्टनर को थोड़ी अधिक आजादी देनी चाहिए क्योंकि आप पिछले कुछ समय से उनके निजी दायरे में ज्यादा ही दखलंदाजी कर रहें हैं। किसी यात्रा, परिवर्तन या बदलाव का विचार आपको अपनों के करीब ला सकता है, इस वजह से ऐसी सोच बना कर ज़िन्दगी में अपने कदम आगे बढ़ा लें। अपने प्रिय के समक्ष दिल खोलकर प्यार का इज़हार करने के लिए उपयुक्त दिन है।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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वृश्चिक
09-06-2021
आज आपका सोचा हुआ काम पूरा होगा। आसपास के लोगों से आपको सहयोग प्राप्त होगा। आपको माता-पिता का आशीर्वाद मिलेगा। आज किसी पुराने मित्र से मुलाकात होने की संभावना है। आज आप कोई बड़ा काम कर सकते हैं। इससे आपको फायदा जरूर होगा। रोजमर्रा के काम समय पर पूरे होंगे। नए व्यक्ति से मुलाकात होने के योग बन रहे हैं। आपके काम से जीवनसाथी खुश होंगे। ऑफिस में आपको किसी नए प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी मिलने की संभावना है।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : गहरा नीला
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*धनु*
09-06-2021
आज आपको विभिन्न स्रोतों से लाभ होगा। आपकी कुछ महत्वाकांक्षाएं पूरी हो सकती हैं और आपके पास नए अधिग्रहण हो सकते हैं। जो आपकी संतुष्टि को बढ़ाएगा। आप एक समृद्ध और सुखी पारिवारिक जीवन जिएंगे। परिवार में उत्सव हो सकता है। आपके बच्चों का प्रदर्शन आपके मन में गर्व और खुशी की भावना पैदा करेगा। आप अपने घर के निर्माण के लिए कुछ नवीकरण करने के लिए बहुत खर्च कर सकते हैं।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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*मकर*
09-06-2021
आपका उदार स्वभाव आज आपके लिए कई खुशनुमा पल लेकर आएगा। लव पार्टनर से मुलाकात करने के लिए या लव लाइफ को सेलिब्रेट करने के लिए यह दिन सबसे बेहतर हैं। मेहनत से किए गए कार्यों का शुभ परिणाम प्राप्त होगा। व्यापार में लाभ के नए अवसर सामने आएंगे। परिवार का सहयोग मिलेगा। सामाजिक कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मांगलिक कार्यों हेतु योगदान देंगे। सृजनात्मक कार्य पर धन लगा सकते हैं।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : ग्रे रंग
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*कुंभ*
09-06-2021
आज आपको किस्मत का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। आय के नए स्रोत सामने आयेंगे। ऑफिस का काम रोज की तुलना में बेहतर तरीके से होगा। आज जीवनसाथी आपकी बहुत तारीफ करेगा। इससे आप दोनों के बीच नजदीकियां बढेंगी। शाम को मेहमानों के आने से घर का माहौल खुशनुमा बना रहेगा। आपके धन-संपत्ति में वृद्धि होगी। खर्चे भी नियंत्रण में रहेंगे। आज आपको अपनी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा। ब्राह्मण के पैर छूकर आशीर्वाद लें, रिश्ते मजबूत होंगे।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग
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*मीन*
09-06-2021
व्यापारिक संदर्भ में आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आपके वरिष्ठ व सहयोगी आपको पूर्ण सहयोग देंगे। आपके कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध बनेंगे। इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति होगी। आपको वाहन की प्राप्ति भी हो सकती है। एक यादगार यात्रा होने के योग हैं। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। यह समय प्रेम-संबंधों के लिए भी अच्छा है।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : गहरा नीला
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*आपका अपना पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर ✡️ 8449046631,9149003677*
[9/6, 09:03] चक्रधर प्रसाद शास्त्री: *वट सावत्री अमावस्या व्रत पूजा* *की पौराणिक कथा एवं व्रत के नियम* अमावस्या तिथि जेष्ठ मास को 27 गते
9 जून 2021 ,14:00बजे से आरंभ होगी व 10 जून 28 गते जेष्ट ब्रहस्पतिवार को 16:21 तक रहेगी इस लिए वट पूजा 10 जून को मान्य है उत्तराखंड के वाणी भूषण पंचांग के अनुसार है। इस दिन सूर्य ग्रहण भी है परंतु भारतवर्ष में अदृश्य होने के कारण इसका कोई भी प्रभाव भारत में एवं व्रत में नहीं पड़ेगा यह व्रत कथा के विषय में *स्कंद पुराण के प्रभास खंड* में इसका वर्णन मिलता है की ।भद्र देश के राजा अश्वपति सन्तानविहीन थे ।राजा रानी दोनों ने प्रभाष छेत्र में जाकर ब्रह्मा शिष्या सावत्री की पूजा इस मंत्र से की ।
*ओंकार पूर्वके देवी वीणा पुस्तक धारिणी* ।
*देव्यम्बिके नमस्तुभ्यमवैधब्यं प्रयच्छ मे* ।।मन्त्र से प्रसन्न होकर *भुर्भव: स्व:स्वरूपा सावत्री* ने प्रसन्न होकर सन्तान का वर दिया स्वंय पुत्री रूप मे जन्मी राजा ने पुत्री का नाम भी सावित्री रखा ।सावित्री ने अपनी इच्छा से शास्वदेश में राजा द्युमत्सैन के पुत्र सत्यवान थे राजा अचानक अंधे हो गए समय का लाभ पाकर रुक्मी ने इनके राज्य पर अधिकार कर लिया राजा रानी अपने पुत्र को लेकर जंगल में तपस्या करने चले गए लकड़ी काट कर जीवन व्यतीत करते थे एवं पुत्र का पालन करते थे करते थे इन्हीं के पुत्र का नाम सत्यवान था इसी सत्यवान को सावित्री ने वर (पत्ति) के रूप में चुना चुनाव कर के पिता के पास आई वर का चुनाव बताया वहीं पर राजा के सामने बैठे नारद जी ने बताया कि सत्यवान की आयु केवल 1 वर्ष रह गई है इस कारण इस से विवाह करना शुभ नहीं है सावित्री नहीं मानी सावित्री ने कहा पिताजी जिसका वरुण मैंने एक बार कर दिया वही मेरा पति होगा अब मैं इसमें कोई संशोधन नहीं कर सकती सावित्री ने पिता के मना करने के बाद भी सत्यवान से शादी की व लकड़ी काट कर गुजारा करते थे इसकी उम्र एक वर्ष थी उम्र के अंतिम दिन सावित्री सत्यवान के साथ जंगल गई अंतिम समय सावत्री सत्यवान को लेकर एक वट व्रक्ष के नीचे बैठे थे अचानक सत्यवान को चक्कर आया जमीन पर गिर पड़ा सावित्री ने सत्यवान का सिर अपनी गोद में रखा एवं मूल सावित्री देवी का अध्ययन किया व्रत रखा उसी दिन जेष्ठ मास की अमावस्या थी किसी अमावस्या को वट सावित्री अमावस्या कहते हैं क्योंकि सावित्री ने अमावस्या के दिन वटवृक्ष अर्थात बरगद के वृक्ष के नीचे पूजन किया था इतने में यमराज वहां पर आते हैं सत्यवान के प्राण लेते हैं सावित्री यमराज की पीछे पीछे चलती है कहती है कि प्रभु जहां मेरे पति हैं मैं वही जाऊंगी यमराज वर मांगने को कहते हैं सावित्री कहती है कि मेरे ससुर जी अंधे हैं इनको नेत्र प्रदान करो यह जीविका कैसे चलाएंगे यमराज तथास्तु करके वरदान देकर आगे चलते हैं सावित्री फिर पीछे पीछे चलती है पुनः यमराज कहते हैं अब क्या चाहिए सावित्री कहती है कि महाराज हमारा हारा हुआ राज्य हमें वापस दे दो यमराज इस वरदान को भी दे देते हैं सावित्री फिर पीछे पीछे चलती है यमराज क्रोधित होकर कहते हैं अब क्या चाहिए सावित्री करती है प्रभु मेरी शादी की अभी 1 वर्ष नहीं हुए है मुझे पुत्र की कामना है यमराज जल्दी बाजी में तथास्तु कहकर सौ पुत्रों का वरदान दे देते हैं सावित्री फिर पीछे पीछे चलती है कहती है कि यमराज ने क्रोधित होकर कहा कि अब आपको क्या चाहिए तो हम सावित्री कहती है प्रभु आप मेरे पति को ले जा रहे हो पति को आप अपने साथ ले जाएंगे तो मुझे पुत्र प्राप्त कैसे होगा यह बात सुनकर यमराजा हार मानता है और चने के दाने के रूप में सावित्री को उसके पति सत्यवान की आत्मा दे देता है सावित्री अपने पति के पास आती है चने का दाना अपने पति के मुंह पर रखती है तो सत्यवान खड़े हो जाते हैं इस प्रकार से वट सावित्री व्रत में वटवृक्ष बरगद के वृक्ष के नीचे सत्यवान सावित्री यमराजा एवं वट वृक्ष का पूजन एक साथ किया जाता है इस ब्रत को कुंवारी लड़की सौभाग्यवती स्त्रियां एवं विधवा स्त्रियों सभी कर सकती है इसमें चने का प्रसाद का विवरण अधिक है फिर भी नारियल छुहारा अनार जामुन नारंगी ककड़ी आदि वस्तुएं बांस के पात्र में रखकर कंठ सूत्र को सुंदर केसर कुमकुम की रंगों से मंत्रोच्चारण पूर्वक उपरोक्त श्लोक ओंकार पूर्वके देवी——- को पढ़ते हुए पूजन करना चाहिए यह व्रत समस्त प्रकार की मनोकामना को पूर्ण करने वाला होता है इस व्रत के विषय में महर्षि वेदव्यास जी *स्कंदमहापुराण प्रभास खण्ड* अंतर्गत सत्यवान सावित्री वटवृक्ष एवं यमराजा के पूजन का वर्णन किया है सभी विद्वत जन मित्र मंडली इस व्रत को कल 10 जून 2021 को आरंभ करके 11 जून 2021 को सूर्य भगवान को अर्घ देने के बाद इस व्रत का उद्यापन किया जाता है धन्यवाद आपका अपना *पंडित चक्रधर शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून 8449046631*

अन्य प्रदेश से पंचाग *दिनाँक-:09/06/2021,बुधवार*
चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष
ज्वैशाख/येष्ठ

तिथि———– चतुर्दशी 13:57:28 तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र——— कृत्तिका 08:42:54
योग———— सुकर्मा 06:45:42
करण———– शकुनी 13:57:28
करण———- चतुष्पद 27:11:12
वार————————- बुधवार
माह—————————-ज्येष्ठ
चन्द्र राशि——————– वृषभ
सूर्य राशि——————– वृषभ
रितु—————————-ग्रीष्म
आयन——————– उत्तरायण
संवत्सर———————– प्लव
संवत्सर (उत्तर) ———आनंद
विक्रम संवत————— 2078
विक्रम संवत (कर्तक)—- 2077
शाका संवत—————– 1943
सूर्योदय————— 05:24:32
सूर्यास्त—————– 19:12:36
दिन काल————- 13:48:04
रात्री काल————— 10:11:55
चंद्रोदय—————- 05:43:44
चंद्रास्त—————— 18:23:28

लग्न—- वृषभ 24°14′ , 54°14′

सूर्य नक्षत्र——————मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र—————— कृत्तिका
नक्षत्र पाया——————–लोहा

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

ए—- कृत्तिका 08:42:54

ओ—- रोहिणी 15:29:02

वा—- रोहिणी 22:14:34

वी—- रोहिणी 28:59:23

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= वृषभ 24°52 ‘ मृगशिरा , 1 वे
चन्द्र = वृषभ 08°23 ‘कृतिका , 4 ए
बुध = वृषभ(व) 27°57’मृगशिरा’ 2 वो
शुक्र= मिथुन 13°55, आर्द्रा ‘ 3 ङ
मंगल=कर्क 04°30 ‘ पुष्य ‘ 1 हु
गुरु=कुम्भ 07°30 ‘ शतभिषा, 1 गो
शनि=मकर 19°43 ‘ श्रवण ‘ 3 खे
राहू=(व)वृषभ 16°30 ‘ रोहिणी , 2 वा
केतु=(व)वृश्चिक 16°30 अनुराधा , 4 ने

*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*

राहू काल 12:19 – 14:02 अशुभ
यम घंटा 07:08 – 08:52 अशुभ
गुली काल 10:35 – 12:19 अशुभ
अभिजित 11:51 -12:46 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:51 – 12:46 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 05:25 – 07:08 शुभ
अमृत 07:08 – 08:52 शुभ
काल 08:52 – 10:35 अशुभ
शुभ 10:35 – 12:19 शुभ
रोग 12:19 – 14:02 अशुभ
उद्वेग 14:02 – 15:46 अशुभ
चर 15:46 – 17:29 शुभ
लाभ 17:29 – 19:13 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 19:13 – 20:29 अशुभ
शुभ 20:29 – 21:46 शुभ
अमृत 21:46 – 23:02 शुभ
चर 23:02 – 24:19* शुभ
रोग 24:19* – 25:35* अशुभ
काल 25:35* – 26:52* अशुभ
लाभ 26:52* – 28:08* शुभ
उद्वेग 28:08* – 29:25* अशुभ

💮होरा, दिन
बुध 05:25 – 06:34
चन्द्र 06:34 – 07:43
शनि 07:43 – 08:52
बृहस्पति 08:52 – 10:01
मंगल 10:01 – 11:10
सूर्य 11:10 – 12:19
शुक्र 12:19 – 13:28
बुध 13:28 – 14:37
चन्द्र 14:37 – 15:46
शनि 15:46 – 16:55
बृहस्पति 16:55 – 18:04
मंगल 18:04 – 19:13

🚩होरा, रात
सूर्य 19:13 – 20:04
शुक्र 20:04 – 20:55
बुध 20:55 – 21:46
चन्द्र 21:46 – 22:37
शनि 22:37 – 23:28
बृहस्पति 23:28 – 24:19
मंगल 24:19* – 25:10
सूर्य 25:10* – 26:01
शुक्र 26:01* – 26:52
बुध 26:52* – 27:43
चन्द्र 27:43* – 28:34
शनि 28:34* – 29:25

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कष्ट, भय, चिंता तथा तनाव का वातावरण बन सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब होने से खिन्नता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। भागदौड़ रहेगी। जोखिम न लें।

🐂वृष
आंखों को रोग व चोट से बचाएं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। मनोरंजक यात्रा की आयोजना हो सकती है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। मित्र व संबंधियों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। जोखिम न लें।

👫मिथुन
कोई ऐसा कार्य न करें जिससे अपमान हो। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधनों पर व्यय होगा। स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। प्रॉपर्टी के काम बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में सुख-शांति रहेंगे। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें।

🦀कर्क
कानूनी बाधा संभव है। हल्की हंसी-मजाक करने से बचें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। धनहानि किसी भी तरह हो सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ में वृद्धि होगी।

🐅सिंह
प्रेम-प्रसंग में हड़बड़ी न करें। विवाद हो सकता है। नकारात्मकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। युवक व युवती विशेष सावधानी बरतें। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। आय में निश्चितता रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
थकान व कमजोरी रह सकती है। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। किसी धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति मनोनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति हो सकती है। धन प्राप्ति सुगम होगी।

⚖️तुला
संतान पक्ष से स्वास्थ्‍य तथा अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यशैली में परिवर्तन करना पड़ सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देंगे।

🦂वृश्चिक
शत्रु शांत रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। भाग्य का साथ रहेगा।

🏹धनु
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जीवनसाथी के स्वास्‍थ्य पर खर्च होगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। चिंता तथा तनाव में वृद्धि होगी। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। समय नेष्ट है। नकारात्मकता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

🐊मकर
जल्दबाजी में कोई भी लेन-देन न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। फालतू खर्च होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। सट्टे व लॉटरी के चक्कर में न पड़ें। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।

🍯कुंभ
दुष्टजनों से सावधान रहें, हानि पहुंचा सकते हैं। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। कहीं से बुरी खबर मिल सकती है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय बनी रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। आज के काम कल पर नहीं टालें। विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा।

🐟मीन
कम प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। शेयर मार्केट में सोच-समझकर निवेश करें। कष्ट, भय, चिंता तथा तनाव का वातावरण बन सकता है। कुसगंति से हानि होगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩
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जोतिष आचार्य पांडुरंगराव शास्त्री
कुंडली हसतरेखा वास्तुशास्त्र निष्णात एवम संपुर्ण पुजाविधी संपन्न
मो: +9321113407
Mob.9851113407
Email- pigweshastri@gmail.com
🙏Mumbai🙏

♦️80 टन नक्काशीदार ग्रेनाइट को लगभग 216 फीट की ऊंचाई पर बिना मशीन ले जाया गया ….. और लगभग शून्य डिग्री वाला झुकाव।

🔹 1,30,000 टन का वजन और 6 बड़े भूकंप से बचा हुवा है… और वे पूछते हैं कि हमने क्या बनाया है ।। हमारे ऋषि मुनियों ने कितना पढा !! स्कूल तो गए नहीं !!

🔹जहां से दुनिया सोचना बंद कर देती है वहां से सनातन धर्म की रहस्यमई दुनिया और अविष्कार शुरू होते हैं, आखिर क्यों ना करें हम गर्व खुद पर

🔹बृहदेश्वरा मंदिर। तंजुर। तमिलनाडु।

♦️ जय सनातन हिन्दू धर्म की। महान सनातन धर्म। भारतीय होने पर गर्व कीजिये। और स्कूलोँ में इसे पढ़ाईये।

*एक परंपरा जो फिर जीवित हो रही है !*
*महाराज विक्रमादित्य के बाद सभी महाजनपदों, जनपदों के राजा सामंत को अयोध्या जाकर अपने चक्रवर्ती महाराज भगवान श्रीरामचन्द्र जी के दरबार मे आने वाले उत्तराधिकारी का आशीर्वाद लेना अनिवार्य था। जिससे वह धर्म, न्याय के प्रति अपनी प्रजा के साथ कर्तव्यनिष्ठ रहे।*

*राममंदिर विध्वंस और मुगल काल के बाद यह परंपरा टूट गई। स्वंतत्रता के बाद यह राष्ट्र सेकुलर हो गया तो यहाँ लोकतांत्रिक शासकों से यह आशा न रही।*

*लेकिन राणा प्रताप के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़ ने अपने नये उत्तराधिकारी पौत्र के जन्म के बाद भगवान राम के दरबार मे जाकर आशीर्वाद लिया।*

*जनमानस सब कुछ जीवित कर सकता है, लेकिन भगीरथ जैसी तपस्या और आत्मबल चाहिये।*

*सत्य सनातन धर्म की सदा जय हो।*(विनीत त्रिपाठी)

*रामायण कालीन 4 हवाई अड्डे………..*
रावण के
रामायण कालीन
४ हवाई अड्डे खोजने का दावा किया है
*श्री लंका की रामायण अनुसन्धान कमेटी ने।*
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पिछले 9 वर्षों से
ये कमेटी श्री लंका का कोना कोना छान रही थी
जिसके तहत कई छुट पुट जानकारी व अवशेष भी मिलते रहे

परन्तु पिछले 4 सालों में लंका के दुर्गम स्थानों में की गई खोज के समय
*रावण के 4 हवाई अड्डे हाथ लगे हैं ।*
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*कमेटी के अध्यक्ष अशोक केंथ*
का कहना है की
रामायण में वर्णित लंका वास्तव में
श्री लंका ही है
जहाँ
*१. उसानगोडा,*
*२.गुरुलोपोथा,*
*३. तोतुपोलाकंदा* तथा
*४. वरियापोला*
*नामक चार हवाई अड्डे मिले है ।*

उसानगोडा रावण का निजी हवाई अड्डा था✔️
तथा यहाँ का रनवे लाल रंग का है ।

इसके आसपास की जमीं कहीं काली तो कहीं हरी घास वाली है ।
जब हनुमान जी सीता जी की खोज में लंका गये ,
तो वहां से लौटते समय उन्होंने रावण के निजी उसानगोडा को नष्ट कर दिया था ।
.
आगे केंथ ने बताया की
अब तक उनकी टीम ने लंका के 50 दुर्गम स्थानों की खोज की है ।
इससे पूर्व पंजाब के अशोक केंथ सन 2004 में लंका में स्थित अशोक वाटिका खोजने के कारण सुर्खियों में आये थे ।
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तत्पश्चात श्री लंका सरकार ने 2007 में
‘श्री रामायण अनुसन्धान कमेटी’
का गठन किया
तथा केंथ को इसका अध्यक्ष बनाया था ।
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श्री रामायण अनुसन्धान कमेटी के मुख्य सदस्य ………
इस कमेटी में
*श्री लंका के पर्यटन मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल क्लाइव सिलबम,*
*आस्ट्रेलिया के हेरिक बाक्सी,*
*श्रीलंका के पीवाई सुदेशम,*
*जर्मनी के उर्सला मुलर,*
*इंग्लॅण्ड की हिमी जायज*
शामिल हैं।

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