आज का पंचाग, आपका राशि फल, आहार विहार से बदलें क्रूर ग्रह के बुरे प्रभाव,

 📖 *नीतिदर्शन…………………*✍
*शीतवातातपक्लेशान्सहन्ते यान्पराश्रिता:।*
*तदंशेनापि मेधावी तपस्तप्त्वा सुखी भवेत्।।*
📝 *भावार्थ* 👉🏾 शीत, वात, धूप के क्लेशों को पराधीन होकर सहते हैं; उनका आधा क्लेश भी तपस्या में देनेसे बुद्धिमान् सिद्धि पाकर सुखी होता है।
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७७ || शक-सम्वत् १९४२ || याम्यायन् || प्रमादी नाम संवत्सर|| हेमन्त ऋतु || पौष कृष्णपक्ष || त्रयोदशी तिथि अपराह्न २:३६ तक उपरान्त चतुर्दशी || सौम्यवासर || पौष सौर २८ प्रविष्ठ || तदनुसार ११ जनवरी २०२१ ई० || ज्येष्ठा नक्षत्र पूर्वाह्ण ९:१० तक उपरान्त निऋति || वृश्चिकस्थ चन्द्रमा पूर्वाह्ण ९:१० तक उपरान्त धनुर्धरस्थ चन्द्र ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

             *।। ॐ ।।*
📜 ««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द……………………..5122
विक्रम संवत्…………………….2077
शक संवत्……………………….1942
मास………………………………..पौष
पक्ष………………………………..शुक्ल
तिथी……………………………..सप्तमी
दोप 01.16 पर्यंत पश्चात अष्टमी
रवि……………………………उत्तरायण
सूर्योदय…………..प्रातः 07.09.55 पर
सूर्यास्त…………..संध्या 06.06.24 पर
सूर्य राशि………………………….मकर
चन्द्र राशि…………………………..मीन
गुरु राशि…………………………..मकर
नक्षत्र………………………………रेवती
प्रातः 07.02 पर्यंत पश्चात अश्विनी
योग……………………………….सिद्ध
👍संध्या 07.23 पर्यंत पश्चात साध्य
करण…………………………….वणिज
दोप 01.16 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु………………………………..हेमंत
दिन……………………………..बुधवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
20 जनवरी सन 2021 ईस्वी ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
दोपहर 12.37 से 01.59 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*मकर*
06:48:58 08:35:09
*कुम्भ*
08:35:09 10:09:39
*मीन*
10:09:39 11:40:50
*मेष*
11:40:50 13:21:33
*वृषभ*
13:21:33 15:20:11
*मिथुन*
15:20:11 17:33:52
*कर्क*
17:33:52 19:50:03
*सिंह*
19:50:03 22:01:52
*कन्या*
22:01:52 24:12:31
*तुला*
24:12:31 26:27:08
*वृश्चिक*
26:27:08 28:43:19
*धनु*
28:43:19 30:48:58

🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक……………………..2
🔯 शुभ रंग……………………..हरा

💮 *चौघडिया :-*
प्रात: 08.33 से 09.54 तक अमृत
प्रात: 11.15 से 12.37 तक शुभ
दोप 03.19 से 04.40 तक चंचल
सायं 04.40 से 06.01 तक लाभ
रात्रि 07.40 से 09.19 तक शुभ ।

📿 *आज का मंत्र* :-
|| ॐ प्रमथनाथाय नम: ||

📯 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
दयाङ्गना सदा सेव्या सर्वकामफलप्रदा ।
सेवितासौ करोत्याशु मानसं करुणामयम् ॥
अर्थात :-
सब इच्छित फल देनेवाली दयांगना का सेवन करना चाहिए । यदि सेवन किया जाय तो तुरंत हि वह मन को करुणामय बनाता है ।

🍃 *आरोग्यं :*-
*जीभ के छाले का घरेलू उपचार :-*

*1. जीभ के छाले के लिए दही -*
दही एक प्राकृतिक प्रोबियोटिक है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं जो दर्द और सूजन को कम कर सकता हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो जीभ के छाले से जुड़े किसी भी संक्रमण का इलाज कर सकते हैं। इसके लिए आप एक कप सादा दही लीजिए और उसे दिन में एक बार जरूर सेवन कीजिए।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
दूसरों के कार्य में दखल न दें। योजना फलीभूत होगी। कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। नए उपक्रम प्रारंभ करने का मन बन सकता है। पार्टनरों तथा भाइयों से सहयोग मिलेगा। लाभ होगा। यात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
तीर्थाटन तथा संत दर्शन का लाभ मिल सकता है। अध्यात्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। किसी बड़ी चिंता से मुक्ति मिलेगी। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। वरिष्ठ जन का मार्गदर्शन तथा सहयोग प्राप्त होगा।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें। पुरानी व्याधि बाधा का कारण बन सकती है। वरिष्ठजनों की सलाह मानें तथा विवेक से कार्य करें। कार्य में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। धनहानि के योग हैं।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
कारोबारी क्षमता तथा आमदनी में वृद्धि के योग हैं। दांपत्य जीवन में खुशी रहेगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिल सकता है। कानूनी अड़चन दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
व्यवसाय ठीक चलेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। बाहरी व्यक्ति पर ध्यान दें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में प्रमोशन तथा रोजगार की प्राप्ति संभव है। कारोबारी बड़े निर्णय ले सकते हैं। स्थायी संपत्ति में वृद्धि तथा बड़ा लाभ हो सकता है।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
मित्र, संबंधी व परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। यात्रा सफल रहेगी। बौद्धिक कार्य पूर्ण लाभ देंगे। थकान रहेगी। मातहतों का अच्‍छा सहयोग प्राप्त होगा। कोई अपरिचित मार्गदर्शक मिल सकता है। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। गरीबों को भोजन कराएं। विरोध होगा।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
दूसरों से अपेक्षा न करें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रयास करते रहें। अपनों का व्यवहार पसंद नहीं आएगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कार्यों में अवरोध होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बुरी सूचना मिल सकती है। मेहनत अधिक होगी।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
मित्र व संबंधी के साथ समय सुखपूर्वक व्यतीत होगा। व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। घर-बाहर मान-सम्मान मिलेगा। मेहनत रंग लाएगी। आकांक्षाएं पूर्ण होने के योग हैं। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर से दूर प्रवास की योजना बनेगी। आय में वृद्धि होगी।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
संपत्ति व मशीनरी आदि के नवीनीकरण पर खर्च अधिक हो सकता है जिसका तत्काल लाभ नहीं होगा। पारिवारिक मित्र व संबंधियों का आगमन होगा। अच्‍छी खबर प्राप्त होगी। विवाद से क्लेश हो सकता है। पुरानी व्याधि उठ सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
कोई बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता रहेगी। किसी बड़ी चिंता से मुक्ति के योग हैं। संतान के विवाह के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। आय व रोजगार में वृद्धि होगी।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
घर-बाहर तनाव रह सकता है। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है।थकान तथा आलस्य रहेंगे। कार्य में अवरोध आ सकता है। शांति से प्रयास करें, सफलता मिलेगी। आय में वृद्धि हो सकती है। फिजूलखर्ची पर नियंत्रण रखें। कुसंगति से हानि होगी।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
घर-परिवार में मांगलिक कार्य हो सकता है। देनदारी कम होगी। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। प्रसन्नता रहेगी। बाहरी सहयोग मिलेगा। मेहनत सफल रहेगी। आय में वृद्धि होगी। डूबी हुई रकम प्राप्ति के योग बनते हैं। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

कभी-कभी आपने ध्यान दिया होगा कि आप सब अच्छा कर रहे हैं। सबका भला चाहते हैं। पूजा पाठ भी करते हैं लेकिन आप की स्वयं की समस्या बिपदा टेंशन धनाभाव या अपयश जाता नहीं। गृहदशा के दुष्प्रभाव आपको दूसरों से अधिक पीड़ित करते हैं। तभी प्रश्न उठता है कि आप खाते क्या हैं? अभक्ष्य खाने के अपने दुष्प्रभाव हैं। हम अपने आहार द्वारा भी ग्रहों को बल दे सकते हैं, जैसे:-

पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ
9919242815 निशुल्क परामर्श उपलब्ध

सूर्य :- सूर्य अगर मजबूत हो तो हमें मान- सम्मान, सुख-समृध्धि मिलती है पिता का संग और सहयोग मिलता है. अगर सूर्य कमजोर हो तो मुंह में थूक ज्यादा
बनेगा, होंटों के किनारों पर थूक इकट्ठा हो जाता हैं. पिता से नहीं बनेगी, सरकार से या सरकारी नौकरी में सस्पेंड होना या झूठे आरोप लगना मान सम्मान को ठेस पहुंचना आदि परेशानी रहेगी.
सूर्य को बल देने के लिए चौकर वाले आटे की रोटी खाएं , फल अधिक खाएं निहार मुंह गुड़ खाकर ऊपर से पानी पीयें, ग्वारपाठा का सेवन करें रोज़ाना व्यायाम करें सूर्य को जल दें.

चन्द्र :- माँ से दूरी बन जाये, जातक वहमी हो जाये, हाथ-पैर शिथिल पड़ जाएँ, चेहरे पर दाग-धब्बे पड़ जाएँ, मन में उमंग ख़ुशी न रहे तो समझें चंद्रमा खराब है.
चंद्रमा को ठीक करने के लिए दूध में हरी इलायची डालकर पियें खीर खाएं, केवडा डालकर और चांदी के गिलास में पनीर और , दूध पीयें लीची, पनीर,नारियल खाये
और मखाने की खीर खाने से चन्द्र मजबूत होता है. जंक फ़ूड खाने से बचें क्योंकि इससे राहू एक्टिव हो जाता है.

मंगल :- जल्दी थकना, भाई-बहन से झगड़ा हो या दूरी बन जाये , चोट ज्यादा लगे हड्डीयो का टूटना शरीर में खून की कमी हो जाये और शरीर में ऊर्जा की कमी
रहें, तो समझ लें मंगल ख़राब हैं पपीता, चुकंदर खाने से मंगल मजबूत होता है. गुड़ डालकर मीठी लस्सी पीयें, मंगल मजबूत होगा लौकी, तौरी की सब्जी खाएं

बुध :- बुध कमजोर होगा तो दांत ख़राब होंगे, जातक अपने विचारों को अभिव्यक्त नहीं कर पायेगा, स्किन (त्वचा) के रोग हो जाते हैं, बुद्धि ख़राब हो जाती है मेमोरी कम हो जायें इसके लिए हरी मिर्च,आंवला, हरी सब्जियों का खूब सेवन करें तांबे के
बर्तन में रखा हुआ जल पीये.

गुरु:- गुरु ख़राब हो तो जातक मोटा होता चला जाता है, आपसी रिश्ते बिगड़ जाते है लीवर ख़राब हो जाता है अस्तमां सांस की बीमारी हो इसके लिए अनार और पपीता गन्ना खायें , गुड खाएं. सूर्य अगर सम्मान देता है तो गुरु उस सम्मान को बनाये
रखता है. इसलिए गुरु को मजबूत रखें सांस की बीमारी हो तो रात को दूध में दो चुटकी हल्दी डालकर पीये. केला के सेवन से भी गुरु मजबूत होता है

शुक्र :- शुक्र ख़राब हो तो तन,मन,धन सब पर ग्रहण लग जाता है धन, वैभव,ऐश्वर्य सभी कुछ शुक्र अच्छा हो, तो ही मिलता है अतः शुक्र को बली रखने के लिए
साबूदाने की खीर खाएं, पनीर खाएं, छेना तथा छेने की बनी मिठाइयां खायें, दूध पछाड़कर उस पानी को पीने से भी शुक्र मजबूत होता है

शनि :- व्यवहारिक जीवन में कुछ पाना है तो शनि मजबूत होना चाहिए उड़द राजमा,खाये चावल आदि में (लौंग) डालकर खाएं, राई का पानी पीयें, शनि
मजबूत होगा

राहु/केतु :- राहु शनि के सामान है और केतु मंगल के समान. अतः, शनि और मंगल की चीजें खानी चाहिए