आज का पंचाग आपका राशि फल, चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक धारी महापंचायत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उठाई ये मांग, स्वतंत्रता से पहले भारत की अर्थव्यवस्था

🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७८ || शक-सम्वत् १९४३ || सौम्यायन् || राक्षस नाम संवत्सर || ग्रीष्म ऋतु || आषाढ़ कृष्णपक्ष || तिथि चतुर्दशी ||गुरुवासर || आषाढ़ सौर २४ प्रविष्ठ || तदनुसार ०८ जुलाई २०२१ ई० || नक्षत्र मृगशिरा ( चन्द्र) || वृषस्थ चन्द्रमा पूर्वाह्ण ७:४१ तक उपरान्त मिथुनस्थ चन्द्र ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

*🌹🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓🌹*

*🌻गुरुवार, ८ जुलाई २०२१🌻*

सूर्योदय: 🌄 ०५:३३
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१४
चन्द्रोदय: 🌝 २८:२४
चन्द्रास्त: 🌜१८:११
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌦️ वर्षा
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 आषाढ़
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 चतुर्दशी (२९:१६ तक)
नक्षत्र 👉 मृगशिरा (२०:५९ तक)
योग 👉 वृद्धि (१६:२० तक)
प्रथम करण 👉 विष्टि (१६:२१ तक)
द्वितीय करण 👉 शकुनि (२९:१६ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
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सूर्य 🌟 मिथुन
चंद्र 🌟 मिथुन (०७:४१ से)
मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 मिथुन (उदय, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 कर्क (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:५०
अमृत काल 👉 ११:१२ से १२:५९
विजय मुहूर्त 👉 १४:४२ से १५:३८
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०८ से १९:३२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:४२
राहुकाल 👉 १४:०७ से १५:५२
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:२२ से ०७:०७
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पृथ्वी
भद्रावास 👉 स्वर्ग (१६:२१ तक)
चन्द्रवास 👉 दक्षिण (पश्चिम ०७:४२ से)
शिववास 👉 श्मशान में (२९:१६ गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पश्चिम-दक्षिण (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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*🙏मासिक शिवरात्रि व्रत, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः १०:४९ से दोपहर ०३:५८ तक आदि।🅿*
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २०:५९ तक जन्मे शिशुओ का नाम
मृगशिरा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वो, क, की) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमश (कु, घ) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मिथुन – २७:४८ से ०६:०३
कर्क – ०६:०३ से ०८:२५
सिंह – ०८:२५ से १०:४४
कन्या – १०:४४ से १३:०२
तुला – १३:०२ से १५:२२
वृश्चिक – १५:२२ से १७:४२
धनु – १७:४२ से १९:४५
मकर – १९:४५ से २१:२६
कुम्भ – २१:२६ से २२:५२
मीन – २२:५२ से २४:१६
मेष – २४:१६ से २५:५०
वृषभ – २५:५० से २७:४४
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पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०५:२२ से ०६:०३
शुभ मुहूर्त – ०६:०३ से ०८:२५
रोग पञ्चक – ०८:२५ से १०:४४
शुभ मुहूर्त – १०:४४ से १३:०२
मृत्यु पञ्चक – १३:०२ से १५:२२
अग्नि पञ्चक – १५:२२ से १७:४२
शुभ मुहूर्त – १७:४२ से १९:४५
रज पञ्चक – १९:४५ से २०:५९
शुभ मुहूर्त – २०:५९ से २१:२६
चोर पञ्चक – २१:२६ से २२:५२
शुभ मुहूर्त – २२:५२ से २४:१६
शुभ मुहूर्त – २४:१६ से २५:५०
चोर पञ्चक – २५:५० से २७:४४
शुभ मुहूर्त – २७:४४ से २९:१६
रोग पञ्चक – २९:१६ से २९:२३
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी आपके लिए धन लाभ वाला ही रहेगा। लेकिन बीते दिन की तुलना में आज सुख सुविधा की कमी भी अनुभव करेंगे। घर में भाई-बहनों अथवा अन्य किसी परिजन का विपरीत आचरण घर के सभी सदस्यों में चिंता बढ़ाएगा। विशेषकर आज धनु राशि वालों से कम व्यवहार करें ना ही इनकी कोई बातों पर भरोसा करें। घर में आज पैतृक संपत्ति के बंटवारे की बात भी चल सकती है। कार्य क्षेत्र पर काम तो करेंगे लेकिन मन अंदर से उदास ही रहेगा। धन की आमद अवश्य होगी दैनिक खर्चों के साथ भविष्य के लिए भी थोड़ा बहुत बचत कर लेंगे। सहकर्मियों की बातें अथवा मांगों को तुरंत पूरा करें अन्यथा आप के लिए कोई नई समस्या खड़ी हो सकती है। सरकारी कार्यों में आज उलझने बढ़ेगी इसलिए टालना ना ही बेहतर रहेगा। भोजन संबंधित नियमों का पालन करें अन्यथा सेहत खराब हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन भी आपके अनुकूल रहेगा लेकिन आज छोटी-छोटी बातों पर परिजनों अथवा किसी अन्य से बहस करना भारी पड़ सकता है। अन्य लोग आज आपकी उद्दंडता को स्वीकार नहीं करेंगे जिसके फलस्वरुप घर एवं बाहर अपमानित होने की स्थिति बन सकती है घर हो या कार्यक्षेत्र अपने दम पर काम करने की मानसिकता रखें पूर्व में किए किसी गलत आचरण अथवा लापरवाही के चलते आज कोई आपका साथ नहीं देगा। रोजगार व्यवसाय से धन की आमद के लिए ज्यादा प्रयत्न नहीं करना पड़ेगा जितना होगा उससे संतोष नहीं होगा। अधिक पाने के चक्कर में सरकारी नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं इससे भी लाभ ही होगा लेकिन निकट भविष्य में हानि भी हो सकती है। घर में मौन ही रहने का प्रयत्न करें दांपत्य जीवन में किसी न किसी कारण से कटुता बनेगी। संतानों को छोड़ अन्य किसी से कोई आशा न रखें। किसी पुराने रोग के फिर से उभरने पर परेशानी हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपके स्वभाव में चंचलता अधिक रहेगी। आप जहां भी जाएंगे वहां का वातावरण विनोदी स्वभाव से हल्का बनाएंगे परन्तु ध्यान रहे मर्यादा पार करने से आज किसी से झगड़ा अथवा संबंध विच्छेद भी हो सकता है। कार्य व्यवसाय आज कम रुचि लेने से भगवान भरोसे ही चलेगा फिर भी आकस्मिक लाभ के समाचार रोमांचित करेंगे। पुराने लिए निर्णय से हानि भी अकस्मात ही होगी फिर भी आज के दिन व्यय की अपेक्षा धन की आमद ज्यादा ही रहेगी। बाहर घूमने यात्रा पर्यटन खाने पीने में ज्यादा रुचि लेंगे इन पर खर्च भी आवश्यकता से अधिक करेंगे। महिलाये जिद्दी स्वभाव रहने से स्वयं के साथ अन्य लोगो को भी परेशानी में डालेंगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिए विपरीत फलदायक रहेगा। किसी भी कार्य में जोर-जबर्दस्ती ना करें ना ही किसी के ऊपर अनैतिक कार्य करने का दबाव डालें।आपका दिमाग असफलताओं से गिरकर अनैतिक कार्य करने के लिए प्रेरित होगा इससे बचकर रहें अन्यथा निकट भविष्य में अदालती उलझनों में फसलें की संभावना है। आर्थिक मामलों में अधिक स्पष्टता रखें धन को लेकर किसी से धोखा अथवा अपमानित हो सकते हैं। बिना सोचे समझे किसी से वादे ना करें पूरा करना संभव ही रहेगा। दूर वाले व्यवसाय एवं व्यवहारों को बढ़ने से रोके अन्यथा निकट भविष्य में इसका दुख होगा। घर का वातावरण भी अस्त व्यस्त रहेगा किसी आकस्मिक संकट के चलते घर में कोहराम जैसी स्थिति बन सकती है। यात्रा आज किसी भी हाल में ना करें। जोखिम वाले कार्यों से बचकर रहें अन्यथा कुछ भी अरिष्ट हो सकता है।🅿

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपके समस्त कार्य निर्बाधित रूप से चलते रहेंगे। कार्य व्यवसाय से आर्थिक लाभ भी रुक रुक कर होने से धन संबंधित परेशानियां कुछ हद तक सुलझेंगी। दोपहर के बाद किसी गुप्त चिंता के कारण मन व्याकुल रहेगा लेकिन जल्द ही इस समस्या से भी छुटकारा पा लेंगे। नौकरी पेशा महिलाये आज कार्य क्षेत्र पर किसी बात से नाराज रहेंगी लेकिन घर को सुंदर बनाने में सहयोग करेंगी शारीरिक दर्द के कारण थोड़ी असहजता भी रहेगी फिर भी घरेलू कार्य समय पर पूर्ण कर सकेंगी। आस-पड़ोसियों से सम्बन्धो में सुधार आएगा। संताने मनमानी करेंगी जिससे क्रोध आएगा। उधार के व्यवहार में आज कमी आने से राहत मिलेगी। घर के बुजुर्ग लाभ दिलाएंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए मंगलकारी रहेगा। आज आपके अंदर परोपकार की भावना रहेगी जिसके बदले में आपको सम्मान एवं भाग्योन्नति मिलेगी। व्यवसायी वर्ग कार्यो को लेकर आरम्भ में आशंकित रहंगे लेकिन धीरे-धीरे लाभ की स्थिति बनने लगेगी। नौकरी पेशा जातको को अतिरिक्त आय के साधन बनेंगे। आज घर के सदस्यों का मार्गदर्शन भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा बड़े बुजुर्गों के साथ कुछ समय अवश्य बिताएं। भाई-बंधुओ से आपसी लेन देन को लेकर बहस हो सकती है। किसी समारोह में सम्मिलित होने के लिए दिनचार्य में परिवर्तन करना पड़ सकता है। सेहत सामान्य रहेगी कुछ समय के लिए मानसिक उग्रता के कारण सर दर्द रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपका मन धार्मिक भावना से भरा रहेगा। लेकिन दैनिक जीवन की व्यस्तता के चलते इसके लिए उपयुक्त समय नहीं निकाल पाएंगे। फिर भी यथासंभव कुछ ना कुछ परोपकार अवश्य करेंगे। काम-धंधा भी ठीक-ठाक ही चलेगा लेकिन जिस उद्देश्य अथवा मनोकामना से कार्य करेंगे उसके पूर्ण होने में संदेह रहेगा। धन संबंधित मामले भाग दौड़ के बाद आधे पूर्ण होंगे शेष के लिए आश्वासन से ही काम चलाना पड़ेगा। फिर भी आज दैनिक खर्चे चलाने से अधिक आय मिल ही जाएंगे। घरेलू वातावरण शांत रहेगा लेकिन परिजन सुख पूर्ति के उद्देश्य से मीठा व्यवहार करेंगे। संतान को आज धन ना दें अन्य घरेलू आवश्यकताओं को समय रहते पूर्ण करें अन्यथा कलह हो सकती है। ठंडी वस्तुओं का सेवन अधिक ना करें गला खराब हो सकता है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपके शरीर में कुछ ना कुछ व्याधि लगी रहेगी। दिन के आरंभ से ही सर दर्द अथवा भारीपन अनुभव होगा सर्दी जुखाम की शिकायत भी हो सकती है। कार्य करने का उत्साह कम रहेगा खराब सेहत भी आलस्य बढ़ाएगी। फिर भी कार्य क्षेत्र पर अधूरे कार्य पूर्ण करने के उद्देश्य से बेमन से काम करना पड़ेगा। आज आर्थिक विषयों को लेकर कार्यक्षेत्र पर किसी से कहासुनी हो सकती है। देनदारों को झूठे वादे कर टालने का प्रयास करेंगे। धन लाभ के लिए आज भी गुप्त युक्तियों का प्रयोग करना पड़ेगा। इसके लिए कोई अनैतिक कार्य भी कर सकते हैं। मन में अफ़सोस रहेगा लेकिन परिस्थितिवश करने के लिए मजबूर होंगे। धन की आमद कहीं ना कहीं से होगी लेकिन उससे दैनिक खर्च निकल जाए वही काफी है। घरेलू वातावरण भी मन को क्षुब्ध करेगा आवश्यकता पूर्ति ना करने पर परिजनों की अवहेलना का शिकार होना पड़ेगा। उधर संबंधित व्याधियां कुछ समय के लिए परेशान करेंगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन से आप कुछ विशेष उम्मीद नही लगाएंगे फिर भी आज कुछ ऐसा होगा जिसकी आपने कल्पना ही नही की। आर्थिक दृष्टिकोण से भी दिन आशा से अधिक लाभदायक रहेगा लेकिन व्यवसायी वर्ग उधार के व्यवहार से बचने का विशेष ध्यान रखें आज उधार दिया धन निश्चित ही फंसेगा इसके विपरीत किसी से लिये उधार चुकाना आज शुभ रहेगा। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों से बात मनवाने के लिए कुछ गलत तरीके अपनाएगे जिस वजह से वाद विवाद की संभावना है। धन को लेकर आज आप अधिक लालची बनेंगे। पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति में भी कटौती करेंगे जिससे महिला अथवा संतानो की नाराजगी झेलनी पड़ेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपको अपने सामाजिक व्यवहारों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। बाहरी लोगों से कम ही संपर्क रखें अन्यथा किसी न किसी कारण से बदनामी होने का भय है। किसी पुराने अदालती विवाद को लेकर झगड़ा बढ़ सकता है। किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से पहले भविष्य में उसके द्वारा मिलने वाले फल के बारे में अवश्य सोच लें। कार्य क्षेत्र पर संतान अथवा स्त्री वर्ग का सहारा लेना पड़ेगा लेकिन भाई बंधुओं का सहयोग लेने से बचें अन्यथा कुछ ना कुछ गड़बड़ अवश्य होगी। नौकरीपेशा जातक अधिकारी वर्ग की मनमानी से परेशान रहेंगे। धन की आमद किसी न किसी रूप में होगी लेकिन अनचाहे अनावश्यक खर्च होने के कारण कुछ बचेगा नहीं। वाणी में विकार रहने के कारण शत्रु बढ़ सकते हैं। सेहत में थोड़ी बहुत नरमी रहने के बाद भी दैनिक कार्यो पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका बुद्धि विवेक प्रखर रहेगा सामाजिक क्षेत्र पर किसी विवाद को सुलझाने के के लिए आपका सहयोग लिया जाएगा। लेकिन किसी की जमानत लेने से बचें अन्यथा निकट भविष्य में मानहानि हो सकती है। कार्यक्षेत्र पर अपने अनुभव के बल पर लाभ के अवसर बनाएंगे लेकिन अंत समय में अति आत्मविश्वास की भावना बने-बनाए कार्य को बिगाड़ सकती है। धन की आमद बाहरी संपर्कों अथवा दूरस्थ व्यवसाय से अवश्य होगी लेकिन घरेलू खर्चों में वृद्धि होने से बचत मुश्किल से ही कर पाएंगे। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी का लापरवाह आचरण एवं धीमी गति से कार्य करना अखरेगा जिसके चलते स्वभाव गर्म होगा फिर भी व्यवहार में नरमी रखें अन्यथा अकेले पड़ सकते हैं। घर के सदस्य महत्वपूर्ण खर्चों के विषय में चर्चा करेंगे लेकिन यह सब आपको व्यक्तिगत स्वार्थ नजर आएंगे। सुख वृद्धि के चक्कर में कोई सरकार विरोधी कार्य हो सकता है इससे बचें अन्यथा मुश्किल में पड़ सकते हैं। दिन में दही अथवा मट्ठे का सेवन करने से काफी व्याधियों से बच सकते हैं।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी आपको व्यर्थ के कलह क्लेश का सामना करना पड़ेगा। परिजन आपसे किसी न किसी बात को लेकर असंतुष्ट ही रहेंगे। उनका विरोध तो नहीं करेंगे लेकिन अंदर ही अंदर से दुखी होंगे। मन में आज किसी ना किसी कारण से उधेड़बुन लगी रहेगी खर्च बढ़ने एवं आय सीमित होने के कारण भी भविष्य की चिंता सताएगी। कार्य क्षेत्र पर अथवा कार्य क्षेत्र से संबंधित कोई भी बात परिजनों से ना बाटे यही आज के लिए हितकर रहेगा। धन लाभ की आशा जहां से भी रहेगी वही से हाथ खाली रह जाएंगे फिर भी संध्या से पहले कहीं ना कहीं से आकस्मिक धन मिलने पर मन को थोड़ी शांति मिलेगी। परिवार में अचल संपत्ति को लेकर कलह अथवा माता से संबंधों में कटुता आएगी। शरीर में छोटे-मोटे विकार लगे रहेंगे लेकिन दिनचर्या को प्रभावित नहीं करेंगे।
🙏🌹🌻🎈🎄🅿🌳💧🙏

चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक धारी महापंचायत समिति ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर के चार धाम देवस्थान बोर्ड से संबंधित ज्ञापन प्रस्तुत किया जिसमें चार धाम देवस्थानम बोर्ड को तत्काल प्रभाव से बंद करने की मांग की गई। चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत का कहना है कि इस देवस्थानम बोर्ड ने हमारे सदियों से चले आ रहे हक हकूक व परंपराओं और पैतृक पूजा पाठ का विधान छीन लिया है। बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री यमुनोत्री ये सभी सदियों के तीर्थ हैं तीर्थ और धाम और तीर्थ हैं यह धाम और तीर्थ कोई सरकार या न्यायालय की कृपा से नहीं बने हैं यह सदियों से चली आ रही महान सांस्कृतिक परंपरा हैं।  

चार धाम देवस्थानम बोर्ड एक विकास की एजेंसी है तब इसका विरोध क्यों? 

 इस विषय पर चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक धारी महापंचायत समिति  का कहना है कि चार धाम देवस्थानम बोर्ड हक हक और तीर्थ पुरोहितों का हक छीन रहा है और परंपरागत से चले आ रही पद्धति के स्थान पर बोर्ड में नियुक्ति का प्रावधान है जो कि सर्वथा गलत है। इस तरह की नियुक्तियों से यह परम्परा समाप्त हो जायेगी। चार धाम की सदियों की परंपरा वहां के पंडे पुरोहितों और वृति धारकों की सदियों की तपस्या व परंपरा उनके संध्या पूजा विधान परंपरागत रूप से ही वेद सम्मत व्यवस्था यथावत रहनी चाहिए उसमें बोर्ड को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए  चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक धारी महापंचायत समिति के महामंत्री हरीश डिमरी का कहना है कि बोर्ड में आईएसएस की फौज भर दी गई है जबकि चार धाम तीर्थ पुरोहितों का प्रतिनिधित्व मात्र दो-तीन है ऐसे में जो भी निर्णय करेंगे सरकार के अधिकारी करेंगे और सरकार के अधिकारी कभी भी चार धाम की सांस्कृतिक परंपरा के पक्ष में हो ही नहीं सकते क्योंकि जहां भी शासकीय वित्त  संलिप्त होगा वहां शासकीय नियम लागू होंगे यदि चार धाम मेंं नियुक्ति का प्रावधान हो जाएगा तब यहां भी परंपरा समाप्त होकर कोई विधर्मी भी यहां नियुक्ति पा सकता है।  हरीश डिमरी ने बताया वह मूल रूप से किसी विकास एजेंसी के विरोधी नहीं है बल्कि वे परंपराओं में परंपराओं में हस्तक्षेप के विरोधी हैं 
 जानकारों का कहना हैै कि बोर्ड्ड में शंकराचार्य जी प्रतिनिधि हों, चारों धामों के वृत्ति धारक और पंडे पुरोहित धर्माधिकारी प्रतिनिधि तथा सनातन धर्म के वेदू पुराणों के जानकार संस्कृत के जानकार तथा उत्तराखंंड के सांस्कृतिक इतिहास जिन्होंने इस पर पुस्तकें लिखी हो वह भी इसमें इसमेंं प्रतिनिधियों प्रतिनिधि हो सकते हैं बोर्ड में धामों का प्रतिनिधित्व अवश्यय हो तथा एक धर्म संस्कृति संबंधितधी विषय हेतु एक इसमें परामर्शदाता मंडल हो और उसी मंडल के परामर्श के अनुसार चार धाम देवस्थानम बोर्ड कार्य करे।✍️हरीश मैखुरी 
भारत की ऐतिहासिक सांस्कृतिक और कृषि पशुपालन एवं स्वास्थ्य शिक्षा आयुर्वेद एवं सोने चांदी की समृद्धि छोड़ भी दें तो भी पोस्ट उनके लिए है जो कहते हैं स्वतंत्रता से पहले भारत में आधुनिक कुछ भी नहीं था। 
भारत में पहला हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट अंग्रेजो ने दार्जिलिंग में 1897 में बनाया था जो 130 किलो वाट का था .. भारत में पहला बड़ा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट मैसूर के राजा ने कोलर के खान से सोना निकालने के लिए कावेरी नदी पर शिवसमुद्रम फाल पर 1887 में बनाया जो 1902 में पूरा हुआ .. ये 6 मेगावाट का था .. इसका ठेका अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक को दिया गया था .. शीप से टरबाइन और अन्य साजोसामान आये फिर उन्हें सैकड़ो हाथियों पर लादकर साईट तक ले जाया गया था ..
आजादी तक भारत में कुल 230 छोटे बड़े पॉवर प्रोजेक्ट कार्यरत थे जिसमे कई कोयला आधारित थर्मल प्रोजेक्ट भी थे ..
दोराबजी टाटा ने 1910  में ही टाटा पावर नामक कम्पनी बनाई थी … दोराबजी ने टाटा पॉवर द्वारा 1915 में महाराष्ट्र के खोपोली ने 72 मेगावाट का विशाल पावर प्रोजेक्ट बनाया .. टाटा पावर ने 1947 तक भारत में 23 बड़े पॉवर प्रोजेक्ट बना चुकी थी और बम्बई, दिल्ली और कोलकाता में इलेक्ट्रिक डिस्ट्रीब्यूशन नेट्वर्क बना चुकी थी 
भारत के हैदराबाद,  बीकानेर, जोधपुर, बडौदा, ग्वालियर सहित तमाम रियासतों ने अपने राज्यों में कई पॉवर प्रोजेक्ट बनवाये थे .. 
आपको जानकर आश्चर्य होगा की 1947 तक चीन भारत से पॉवर, रेल, सडक तथा सेना आदि तमाम क्षमताओ में काफी पीछे था .. 
अंग्रेजो ने नेहरु को चाय और काफी के विशाल बगान बनाकर दिए थे .. उन बागानों तक जो काफी दुर्गम पहाड़ो पर थे वहां अंग्रेजो ने सिचाई, रेल, सड़क आदि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किये थे ..
अंग्रेजों के शाशन काल में बीस विशाल बंदरगाह और 23 एयरपोर्ट बने थे ..
अंग्रेजो ने भारत के हर इलाको में आधुनिक युनिवर्सिटी और कालेज खोले .. मद्रास दिल्ली मुंबई करांची में सेंट स्टीफ़न कोलेज, सियालकोट में मरे कोलेज, अजमेर में मेयो कालेज सहित पुरे भारत में 350 कालेज और 23 युनिवर्सिटी अंग्रेजो ने नेहरु को दिया था ..
• Serampore College: हावड़ा  Estd.: 1818.
• Indian Institute of Technology, Roorkee: Estd.: 1847.
• University of Mumbai: Estd.: 1857.
• University of Madras: Estd.: 1857.
• University of Calcutta: Estd.: 1857.
• Aligarh Muslim University: Estd.: 1875.
• Allahabad University: Estd-1887
• पंजाब विश्वविद्यालय – 1882 
• बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय -1916, युनिवर्सिटी ऑफ़ मैसूर -1916, पटना युनिवर्सिटी, नागपूर युनिवर्सिटी काशी विद्यापीठ सहित 49 बड़े विश्वविद्यालय थे .. 1947 तक भारत शिक्षा संस्थानों में तीसरे नम्बर पर था …
अंग्रेजो ने नेहरु को विशाल सेना दी थी .. ब्रिटिश इंडियन आर्मी 1895 में स्थापित हुई थी .. अंग्रेज आठ कमांड बनाकर गये थे जिसमे 2 पाकिस्तान में चले गये .. ब्रिटिश इंडियन आर्मी प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में बहादुरी से लड़ी थी .. अंग्रजो ने नेहरु को 45 सैनिक छावनियां और विशाल रोयल एयरफोर्स दिया था .. भारत विश्व में तीसरा देश था जिसने वायुसेना बनाया .. यानी चीन के पहले ही अंग्रेजो ने भारत को विशाल और आधुनिक वायुसेना बनाकर दी थी ..
आज देश में जितना भी रेलवे नेट्वर्क है उसका 67% 1947 तक बन चूका था .. भारत का ये विशाल रेल नेट्वर्क नेहरु का नही बल्कि अंग्रेजो का देन है .. उन्होंने विशाल नदियों पर पुल बनाये दुर्गम पहाड़ो को काटकर रेल लाइन बनाई .. भारत विश्व में चौथा देश और एशिया का पहला देश है जहाँ रेल चली .. भारत में 1853 को रेल चली .. जबकि इसके 30 साल बाद चीन में रेल चली ..
भारत में पहली लिफ्ट ओटिस कम्पनी ने 1890 में मैसूर पैलेस में लगाया था …भारत में विशाल चाय बागन और सागौन के लकड़ी के बागान लगाने वाली कम्पनी पारसी वाडिया खानदान की थी जिसका नाम था बाम्बे बर्मा ट्रेडिंग कम्पनी लिमिटेड .. ये कम्पनी 1863 में बनी थी ..और एशिया की बड़ी कम्पनी थी ..
1865: ALLAHABAD BANK
1892: BRITANNIA INDUSTRIES LTD
1895: PUNJAB NATIONAL BANK
1897: CENTURY TEXTILES AND INDUSTRIES LTD
1897: GODREJ AND BOYCE MANUFACTURING CO. LTD
1899: CALCUTTA ELECTRICITY SUPPLY CORPORATION
1902: SHALIMAR PAINT COLOUR AND VARNISH CO.
1903: INDIAN HOTELS CO. LTD
1908: BANK OF BARODA
1911: TVS
1904: KUMBAKONAM BANK LTD
1905: PHOENIX MILLS LTD
1906: CANARA BANKING CORP. (UDIPI) LTD
1906: BANK OF INDIA
1907: ALEMBIC PHARMACEUTICALS LTD
1907: TATA STEEL LTD सहित चार सौ से ज्यादा बड़ी कम्पनियां 1947 में पहले बन चुकी थी ..और 80 से ज्यादा बैंक थे 
यानी चाहे शिक्षा हो या बैंकिग हो या इन्फ्रास्ट्रक्चर हो या रेलवे हो या उर्जा हो .. 1947 तक भारत हर फिल्ड में तब भी टॉप पर था .. तब ये कहना कि स्वतंत्रता से पहले भारत में कुछ भी नहीं था, नेहरु आधुनिक भारत के निर्माता हैं सैक्युलर कहानीकार इस तरह से प्रचारित करते हैं जैसे 1947 तक भारत एकदम पिछड़ा था। इस्लामी आक्रांताओं के दमन के बावजूद 16 वीं शदी तक भारत में 7लाख गुरूकुल थे और नालंदा तक्षशिला जैसे अनेक बड़ विश्वविद्यालय थे शतप्रतिशत साक्षरता थी। भुखमरी नहीं थी और लोग फुटपाथ पर नहीं सोते थे। हर गांव में दो चार वैद्य थे। हर गांव की अपनी सक्षम निष्पक्ष व त्वरित निर्णय करने वाली पंचायत थी, हर गांव में कुआं मंदिर वट पीपल और हर घर में तुलसी पौधा व औसतन दस से अधिक गायें थी। वस्तु विनिमय व सारवार मो मदद की व्यवस्था थी किसी का मकान व खेत बंजर नहीं रहता था। यानी वास्तविक समृद्धि थी। मुस्लिम आक्रांताओं से पहले के अखंड भारतवर्ष में राजाओं के चक्रवर्ती बनने के लिए युद्ध भले मिलेंगे लेकिन दंगे और आतंक का इतिहास नहीं मिलता।