आज का पंचाग आपका राशि फल, देहरादून में खुला अन्तर्राष्ट्रीय ढ़ोलसागर प्रशिक्षण संस्थान-मुख्यमंत्री धामी ने किया शुभारम्भ, सनातन धर्म संस्कृति और देवभूमि का अस्तित्व

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻सोमवार, १८ अक्टूबर २०२१🌻

कपाट बंद होने के उपरांत गोपेश्वर पंहुची रूद्रनाथ की डोली

सूर्योदय: 🌄 ०६:२४

सूर्यास्त: 🌅 ०५:४५

चन्द्रोदय: 🌝 १६:४७
चन्द्रास्त: 🌜२८:५६
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 आश्विन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉त्रयोदशी (१८:०७ तक)
नक्षत्र 👉पूर्व भाद्रपद (१०:५० तक)
योग 👉 ध्रुव (२०:५९ तक)
प्रथम करण 👉 तैतिल (१८:०७ तक)
द्वितीय करण 👉 गर (पूर्ण रात्रि)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 मीन
मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰〰〰〰〰〰〰
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२४
रवियोग 👉 १०:५० से ३०:२१
विजय मुहूर्त 👉 १३:५५ से १४:४१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३१ से १७:५५
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३७ से २४:२७
राहुकाल 👉 ०७:४६ से ०९:११
राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड 👉 १०:३६ से १२:०२
होमाहुति 👉 शनि (१०:५० तक)
दिशाशूल 👉 पूर्व
नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (१०:५० तक)
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१८:०७ तक)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 नन्दी पर (१८:०७ भोजन में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – अमृत २ – काल
३ – शुभ ४ – रोग
५ – उद्वेग ६ – चर
७ – लाभ ८ – अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – चर २ – रोग
३ – काल ४ – लाभ
५ – उद्वेग ६ – शुभ
७ – अमृत ८ – चर
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
सोम प्रदोष व्रत, बुध मार्गी २०:४६ से, गुरु मार्गी ११:०१ से, विवाहादि मुहूर्त (हिमाचल, पंजाब, कश्मीर, हरियाणा) आदि के लिये वृश्चिक-धनु लग्न प्रातः १०:४९ से ०१:०७ तक, नीवखुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त प्रातः ११:४९ से दोपहर १२:३५ तक, गृहप्रवेश+व्यवसाय आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०९:२० से १०:४५ तक आदि।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
आज ०९:५३ तक जन्मे शिशुओ का नाम
शतभिषा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (से, सो, द, दी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – ३०:२० से ०८:४१
वृश्चिक – ०८:४१ से ११:०१
धनु – ११:०१ से १३:०४
मकर – १३:०४ से १४:४५
कुम्भ – १४:४५ से १६:११
मीन – १६:११ से १७:३५
मेष – १७:३५ से १९:०९
वृषभ – १९:०९ से २१:०३
मिथुन – २१:०३ से २३:१८
कर्क – २३:१८ से २५:४०
सिंह – २५:४० से २७:५९
कन्या – २७:५९ से ३०:१७
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक – ०६:२१ से ०८:४१
शुभ मुहूर्त – ०८:४१ से १०:५०
रज पञ्चक – १०:५० से ११:०१
शुभ मुहूर्त – ११:०१ से १३:०४
चोर पञ्चक – १३:०४ से १४:४५
शुभ मुहूर्त – १४:४५ से १६:११
रोग पञ्चक – १६:११ से १७:३५
चोर पञ्चक – १७:३५ से १८:०७
शुभ मुहूर्त – १८:०७ से १९:०९
रोग पञ्चक – १९:०९ से २१:०३
शुभ मुहूर्त – २१:०३ से २३:१८
मृत्यु पञ्चक – २३:१८ से २५:४०
अग्नि पञ्चक – २५:४० से २७:५९
शुभ मुहूर्त – २७:५९ से ३०:१७
रज पञ्चक – ३०:१७ से ३०:२१
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज भी दिन निराशाजनक रहेगा मन मे हानि का भय रहने से कार्य करने का उत्साह नही बना सकेंगे। नौकरी वाले एवं व्यवसायी लोगो को किसी गलती की भरपाई करने के लिए दिनचार्य में फेरबदल करना पड़ेगा। व्यवसाय में स्वयं के निर्णय गलत साबित होंगे अभिमान त्याग किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें शीघ्र ही कोई रास्ता मिलेगा। आस-पड़ोसियों की मामूली बातों को अनदेखा करें अन्यथा अकारण ही विवाद गहरा सकता है। शारीरिक समस्याएं मध्यान के समय प्रबल रहेंगी अधिक मसाले वाले भोजन अथवा बाहर के खान-पान से परहेज करें। परिजन भी किसी न किसी कारण से नाराज रहेंगें। किसी से धन सम्बंधित वादे ना करे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप सार्वजनिक कार्यो में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे इसके विपरीत स्वयं के कार्य विलम्ब से करेंगे। पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करने पर परिज आप पर गर्व करेंगे। लेकिन घरेलू कार्यो में लचीलापन दिखाने से कुछ समय के लिये माहौल खराब होगा। मध्यान तक का समय भागदौड़ वाला रहेगा। कार्य व्यवसाय में किसी से बहस के बाद लाभ होगा। धन लाभ आशानुकूल ही रहेगा। नौकरी वाले लोग आराम के मूड में रहेंगे अधिकांश समय काम से मन चुरायेंगे। महिलाये भी ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगी। इसके विपरीत सुखोपभोग की मानसिकता अधिक रहेगी। खर्च भी आज आवश्यकता से अधिक करेंगे। संध्या के समय सेहत खराब हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन कार्य सिद्धि वाला रहेगा दिन के आरम्भ से ही किसी कार्य को पूर्ण करने की जल्दी रहेगी। व्यवसायी वर्ग को आज कुछ ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी नौकरी पेशाओ को भी अतिरिक्त कार्य मिलने से थोड़ी असहजता होगी लेकिन मेहनत का फल मध्यान के आस-पास मिलने लगेगा। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन संतोषजनक रहेगा फिर भी धन संबंधित कार्यो में स्पष्टता रखें किसी से कहासुनी हो सकती है। परिवार में पूजा पाठ अथवा अन्य धार्मिक कार्यो का आयोजन होगा। परिजन आपकी गलतियों को अपने मतलब से अनदेखा करेंगे फिर भी उद्दंडता से बचें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन बीते कल की अपेक्षा अच्छा रहेगा। लेकिन आप अपनी ही मूर्खता से हास्य और हानि के भागीदार भी बनेंगे। सामर्थ्य से बड़ा काम करने पर मुश्किल में फंसेंगे इसलिए सोच समझकर ही कोई काम हाथ मे लें। व्यवसाय नौकरी में मध्यान तक उत्साह हीनता रहेगी इसके बाद का समय व्यस्त रहेगा परिश्रम का फल धन एव सम्मान के रूप में मिलने से राहत अनुभव करेंगे। घर एवं बाहर के लोग आपसे स्वार्थ सिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। संध्या के समय से सभी क्षेत्र में विजय मिलेगी शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। खान-पान में संयम ना रखने से सेहत खराब हो सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप दिनभर शारीरिक समस्या से जूझेंगे मौसमी बीमारियों का प्रकोप परिवार के सदस्यों को भी प्रभावित करेगा। अव्यवस्था रहने से प्रत्येक कार्य विलम्ब से चलेंगे पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद नही रहेगी आज पूर्ण होने वाले कार्य भी दौड़-धूप की कमी के कारण आगे के लिये निरस्त होंगे। धन संबंधित समस्या नही रहेगी फिर भी व्यर्थ के खर्च आने से मन दुखी होगा। महिलाये चाह कर भी घर को व्यवस्थित रूप से चलाने मे असफल रहेंगी। संध्या के समय परेशानी बढ़ेगी। घर अथवा बाहर किसी भी प्रकार के जोखिम से बचें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए शान्तिप्रद रहेगा दिन के मध्यान तक कि दिनचार्य धीमी रहेगी कार्यो को लेकर ज्यादा गंभीर नही रहेंगे फिर भी जिस कार्य को करेंगे उसमे निश्चित सफलता मिलेगी।किसी से किया वादा समय पर पूर्ण करने में असमर्थ रहेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन कम लाभ वाला रहेगा अधिकांश खर्च जमा रकम से ही निकालने पड़ेंगे फिर भी आज आप मानसिक रूप से निश्चिन्त रहेंगे। महिलाओ को स्वसन अथवा मूत्राशय सम्बन्धित समस्या हो सकती है। आज आपके व्यवहार से कुछ ऐसे संबंध बनेंगे जिनसे लंबे समय तक लाभ प्राप्त किया जा सकेगा। संध्या के समय मनपसंद भोजन वस्त्र एवं अन्य सुख मिलने से प्रसन्नचित रहेंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन भी समृद्धि वाला रहेगा लेकिन आज आप ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगे स्वभाव में आलस्य दिन के आरम्भ से ही बना रहेगा। के दिनों से अधूरे घरेलू कार्य आने से असहज अनुभव करेंगे। जिस कार्यो को करेंगे उसे आसानी से पूर्ण कर लेंगे। आवश्यकता पड़ने पर सहयोग भी बिना मांगे मिल जायेगा। व्यवसायियों को धन लाभ समय पर होने से आर्थिक स्थिति बेहतर बनेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों के विपरीत व्यवहार से परेशान रहेंगे। महिला वर्ग मन इच्छित कार्य होने से आनंदित रहेंगी लेकिन किसी के व्यर्थ टोकने पर कलह कर सकती है। परिजनों की जिद पूरी करने पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। सेहत सामान्य बनी रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपकी दिनचार्य उथल-पुथल रहेगी। आज आपको बेमन से कोई खर्चीला कार्य करना पड़ेगा पारिवारिक सुख शान्ति के लिये य आवश्यक तो रहेगा लेकिन बजट बिगड़ने का डर है। अधिकांश समय आप अपने मे ही मगन रहेंगे लेकिन अपने कार्यो को थोड़े आलस्य के बाद पूरी निष्ठा से करेंगे। आर्थिक रूप से दिन कुछ खास लाभ नही देगा। व्यवसायियों को नियमित कार्यो से मध्यम आय होगी धन को लेकर ज्यादा हाथ-पैर ना मारे अन्यथा कुछ ना कुछ हानि ही मिलेगी। पारिवारिक सदस्य आपकी मनोदशा को समझेंगे जिससे आपसी तालमेल बना रहेगा। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा के प्रसंग भी बनेंगे। अविवाहितों के विवाह के प्रस्ताव आएंगे लेकिन जल्दबाजी ना करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपको मानसिक अशांति देगा। दिन के आरम्भ से ही विवाद होने की रूप रेखा तैयार मिलेगी थोड़ा सा धर्य खोने पर परिजनों से व्यर्थ की बहस होने की पूर्ण संभावना है इसका परिणाम आगे दुखदायी रहेगा विवेक से काम लें। आज आप किसी की हास्य भरी बात भी सहन नही कर सकेंगे। महिलाये भी किसी के गलत आचरण का तुरंत प्रतिशोध लेंगी। कार्य व्यवसाय से आज आपको अधिक उम्मीद रहेगी परन्तु निराश ही होंगे। आर्थिक स्थिति में गिरावट आएगी। संध्या के समय किसी के सहयोग से थोड़ा बहुत धन लाभ हो जायेगा। निराश होकर कोई गलत कदम भी उठा सकते है परन्तु ध्यान रहे प्रलोभन में पड़कर हानि ही होगी। सेहत भी गड़बड़ ही रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज भी परिस्थितियां आपके लिये अनुकूल बनी है लेकिन लापरवाही के कारण किसी भी कार्य को सही समय पर पूर्ण नही कर सकेंगे। कार्य व्यवसाय से धन लाभ की पूर्ण सम्भवना है लेट लतीफी से बचें अन्यथा लाभ में कमी आ सकती है। घर मे किसी आयोजन को लेकर व्यस्तता बढ़ेगी व्यावसायिक कार्य भी होने पर अतिरिक्त भाग-दौड़ होगी। आपके स्वभाव में थोड़ी उद्दंडता रहेगी एवं आपको भी अन्य लोगो से ऐसे ही व्यवहार का सामना करना पड़ेगा जिससे दिनचार्य खराब होगी। नौकरी वाले जातक अधिकारी एवं सहकर्मियों के स्वभाव में अचानक परिवर्तन आने से परेशान होंगे। महिलाये अपना काम किसी और के ऊपर टालेंगी बिगड़ने पर बाद में ग्लानि होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन को आप शांति से आराम में बिताने की योजना में रहेंगे लेकिन पारिवारिक सदस्य आपकी इच्छा पूर्ति में अवश्य ही बाधक बनेंगे। घर मे किसी से किया वाद पूरा करने में टालमटोल अशान्ति फैलाएगी। आर्थिक रूप से आज का दिन संतोषजनक ही रहेगा फिर भी धन को लेकर किसी से बहस ना करें।आज दिन भर मानसिक रूप से शांति अनुभव करेंगे कुछ गलतियों के कारण आत्म ग्लानि भी होगी। महिलाओ का ध्यान परिवार में सुख शान्ति कायम रखने पर रहेगा। घर में सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। घूमने-फिरने के अवसर भी मिलेंगे। परिवार के बुजुर्गो अथवा बच्चों की सेहत पर खर्च होगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपका ध्यान कार्यो को छोड़ मनोरंजन की ओर ज्यादा आकर्षित रहेगा जिसके चलते अधिकांश कार्य अधूरे रहेंगे या विलम्ब से पूर्ण होंगे। परिजनों को आपके व्यवहार की उद्दंडता पसंद नही आयेगी बुजुर्गो से बच कर रहें खरी-खोटी सुन्नी पड़ेगी। आप अपने कार्य से संतुष्ट नहीं रहेंगे कम समय में ज्यादा कमाने की भावना मानसिक रूप से विचलित रखेंगी। आप धैर्य से कम ही काम लेंगे अनैतिक कार्यो में पड़ने की सम्भावना है। मन के विचार भी पल-पल में बदलने से सही निर्णय लेने में कठिनाई अनुभव करेंगे। आज केवल पैतृक सम्बन्धो द्वारा ही लाभ की संभावना बन रही है इसलिए परिजनों के साथ व्यर्थ की बहस ना ही करे तो बेहतर रहेगा। शारीरिक शिथिलता बनेगी।————————————————🙏राधे राधे🙏

  • मुख्यमंत्री ने नालापानी चौक में प्रीतम भरतवाण जागर ढोल सागर इंटर नेशनल अकादमी का किया शुभारंभ।
  • लोक संस्कृति हमारी पहचान है- मुख्यमंत्री

       मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नालापानी चौक में प्रीतम भरतवाण जागर ढोल सागर इंटर नेशनल अकादमी का शुभारंभ किया।
       मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अकादमी को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की ताकि इस अकादमी के माध्यम से हमारी संस्कृति को संरक्षित करने हेतु प्रयास सफल हो सके। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक कलाकारों को सम्मानित भी किया।
       इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा की लोक संस्कृति हमारी पहचान है, हमें नहीं भूलना चाहिए की हमारी जड़े कहाँ है। जड़े कट जाए तो हरा भरा पेड़ भी धीरे धीरे सुख जाता है। जड़ सुरक्षित रहेगी तो पेड़ भी सुरक्षित रहेगा, इसी तरह हमारी संस्कृति सुरक्षित रहेगी तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी संस्कृति को संरक्षित रखने हेतु हम सबको अपने अपने स्तर से प्रयास करना होगा। इस क्षेत्र में पद्मश्री प्रीतम भरतवाण का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है।
        मुख्यमंत्री ने कहा की आज हमने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है, उत्तराखण्ड राज्य, पूर्ण रूप से पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाये जाने वाला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा की सभी प्रदेशवासियों इसके लिये बधाई के पात्र हैं। नियत समय से पहले ही इस लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। इसमें स्वास्थ्य, पुलिस विभागों सहित अन्य विभागों के कार्मिकों, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, मीडिया, और सभी प्रदेशवासियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।
        इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पहली डोज लेने वाले लोगों से दूसरी डोज भी समय पर लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि जैसे ही 18 वर्ष से कम आयु वालों के लिए वैक्सीनेशन की अनुमति मिलेगी, राज्य सरकार इनका वैक्सीनेशन भी जल्द करवाने का प्रयास करेगी।
       मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारत का मान सम्मान बढा है।शक्तिशाली, गौरवशाली भारत के रूप मे देश आगे बढ रहा है। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक शासन प्रशासन पहुंचे और विकास का लाभ मिले, इस पर काम किया जा रहा है।
       कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने प्रसिद्ध जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण को बधाई देते हुए कहा की लोक संस्कृति को संरक्षित करने का उनका यह प्रयास सराहनीय है।
       इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, प्रसिद्ध जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, चार धाम अस्पताल के एम०डी० डॉ० केपी जोशी, श्री शेर दास विद्वान, श्री संजय कुमोला, श्री गजेंद्र नौटियाल, श्री प्रेम सिंह पयाल आदि गणमान्य उपस्थित थे।
सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग

धर्म अर्थात आध्यात्म एक विज्ञान सम्मत सत्य सनातन वैदिक धर्म संस्कृति का नाम है। जो आत्मा के अधिष्ठाता अर्थात परमात्मा का बोध ही नहीं अपितु उस आनंदकंद के साक्षात्कार भी कराता है। आत्मा के परिस्कार हेतु सोलह संस्कार किए जाते हैं। पिछले चार करोड़ वर्षों में हमारे ऋषिमुनियों द्वारा प्रकृति को संरक्षित करते हुए यह विज्ञान सम्मत श्रेष्ठ जीवन पद्धति विकसित की गयी है। इसके लिए चार वेद अट्ठारह पुराण सताईस नक्षत्र। ब्राह्मण ग्रंथों गीता रामायण और महाभारत में इसका गहन ज्ञान प्रख्यापित किया गया है। इस पद्धति का कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि यही जीवन का सर्व श्रेष्ठ लक्ष्य और आचरण करने योग्य संकल्प है। अन्यथा पशुवत जीवन के लिए क्या संंस्कार और क्या परिस्कार और क्या धर्म? इसीलिए गुरूकुलों में हर व्यक्ति को 25 वर्ष तक केवल चरित्रवान सोलह कला संपन्न व्यक्ति बनाया जाता था, प्रकृति संरक्षण हेतु दयमय जीवन और राष्ट्र के लिए एक कर्तव्य परायण व्यक्तित्व विकसित किया जाता था। समूचे ब्रहमांड की एक एक पल की गतिविधियों पर दृष्टि रखने के लिए ज्योतिष विद्या सिखाई जाती है और जीवन की शंका व भ्रांतियों को दूर करने के लिए दीर्घ सिद्धांत कौमुदी का ज्ञान दिया जाता है।

लेकिन आजकल अधिकांश लोग गुरू पंथी होने को ही आध्यात्म समझ बैठते हैं। और इनका  कथित मोटिवेशन करने वाले गुरू भी भगवद भाव जगाने की बजाय अपना अपना पंथी यानी पिछलग्गू बना देते हैं। यहां तक कि भारी अज्ञानतावश लोग पीर-फकीरों के रैडिक्लाईज पिछलग्गू बनने को भी धर्म समझते हैं कुछ तो इतने अंधकार में होते हैं कि अराजक असहिष्णु और आतंकवादी तक बन जाते हैं, यही अधर्म कहा गया है। देवभूमि उत्तराखंड समूचे विश्व में इस वैज्ञानिक सनातन धर्म संस्कृति का एकमात्र केन्द्र है। यह भूमि अधर्म की चपेट में न आये इसके लिए तत्काल उत्तराखंड को धार्मिक क्षेत्र अधिसूचित किया जाना चाहिए ✍️ हरीश मैखुरी

अंडमान निकोबार में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करते हुए अमित शाह ने एक बार फिर राष्ट्रवादियों को झकझोर दिया है।
कहा, “वीर शब्द सावरकर जी के नाम के आगे से कोई हटा नहीं सकता”। ठीक उसी प्रकार सुभाष चंद्र बोस के नाम के आगे से नेताजी शब्द कोई हटा नहीं सकता। भारत के असली नेता दोनों महापुरुषों को अगर एक साथ स्मरण करना हो तो अंडमान निकोबार से बेहतर स्थान और क्या हो सकता है।
एक ने जिस भूमि पर सेल्यूलर जेल की दीवारों पर अपनी उंगलियों से आजादी के साहित्य रच दिए। दूसरे ने उसी भूमि पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। एक ने स्वतंत्रता संघर्ष को आरंभ दिया था और दूसरे ने परिणाम दिया।
एक ने 1857 के सैनिक विद्रोह को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बदल कर दिया था। वहीं दूसरे ने बर्मा को आजाद कराकर जुबली हॉल से नारा दिया था, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा”। इस नारे की उर्जा से आजाद हिंद फौज ने अंग्रेजी तिलिस्म की चूलें हिला दी थी। आजाद हिंद सैनिकों की इस उर्जा ने पूरे भारत के सैनिकों को यह भरोसा दिला दिया था कि असल ताकत क्रांति में है। क्रांति ज्वाला रूप में 1946 में नौसेना विद्रोह बनकर कर निकल आया। आजादी की यह क्रांति इतनी निर्णायक थी कि इस विद्रोह को दबाने का प्रयत्न अंग्रेजों के साथ-साथ मुस्लिम लीग तथा कांग्रेस ने भी किया।
विगत 70 वर्षों में जहां सावरकर को माफी वीर सिद्ध करने की सरकारी कोशिश हुई। वहीं सुभाष को वार क्रिमिनल घोषित किया गया। दोनों को एक साथ स्मरण करने के लिए पोर्ट ब्लेयर जाना कितना आवश्यक है!
अवधेश प्रताप सिंह कानपुर उत्तर प्रदेश,9451221253