आज का पंचाग, आपका राशि फल, एकादशी व्रत के लाभ, नित्य विधिपूर्ण संध्या वंदन उपासना करने से सभी का हो सकता है ब्रह्म जागृत

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, १९ मई २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:३३
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५८
चन्द्रोदय: 🌝 ११:२६
चन्द्रास्त: 🌜२५:१९
अयन 🌕 उत्तराणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🍁 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 वैशाख
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 सप्तमी (१२:५० तक)
नक्षत्र 👉 आश्लेशा (१५:४८ तक)
योग 👉 ध्रुव (२५:१० तक)
प्रथम करण 👉 वणिज (१२:५० तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (२४:४२ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 सिंह (१५:४८ से)
मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृष (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
अमृत काल 👉 १४:०९ से १५:४८
विजय मुहूर्त 👉 १४:३१ से १५:२६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५२ से १९:१६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५३ से २४:३४
राहुकाल 👉 १२:१३ से १३:५७
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:०४ से ०८:४७
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१२:५० तक)
भद्रावास 👉 मृत्यु (१२:५० से २४:४२)
चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व १५:४८ से)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पूर्व (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १५:४८ तक जन्मे शिशुओ का नाम
आश्लेषा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (डे, डो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मघा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमश (मा, मी, मू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृषभ – २९:१० से ०७:०५
मिथुन – ०७:०५ से ०९:२०
कर्क – ०९:२० से ११:४१
सिंह – ११:४१ से १४:००
कन्या – १४:०० से १६:१८
तुला – १६:१८ से १८:३९
वृश्चिक – १८:३९ से २०:५८
धनु – २०:५८ से २३:०२
मकर – २३:०२ से २४:४३
कुम्भ – २४:४३ से २६:०९
मीन – २६:०९ से २७:३२
मेष – २७:३२ से २९:०६
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०५:२१ से ०७:०५
शुभ मुहूर्त – ०७:०५ से ०९:२०
चोर पञ्चक – ०९:२० से ११:४१
शुभ मुहूर्त – ११:४१ से १२:५०
रोग पञ्चक – १२:५० से १४:००
शुभ मुहूर्त – १४:०० से १५:४८
मृत्यु पञ्चक – १५:४८ से १६:१८
अग्नि पञ्चक – १६:१८ से १८:३९
शुभ मुहूर्त – १८:३९ से २०:५८
रज पञ्चक – २०:५८ से २३:०२
शुभ मुहूर्त – २३:०२ से २४:४३
चोर पञ्चक – २४:४३ से २६:०९
शुभ मुहूर्त – २६:०९ से २७:३२
शुभ मुहूर्त – २७:३२ से २९:०६
चोर पञ्चक – २९:०६ से २९:२०
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन मध्यम फलदायी रहेगा। व्यापार अथवा नौकरी करने वाले जातक आज परिश्रम के बाद ही कार्य में सफलता पा सकेंगे। उच्चाधिकारी से किसी बात पर मतभेद रह सकता है आज इनसे बचकर रहने का प्रयास करें। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियों का पूर्ण सहयोग मिलने से थोड़ी राहत अनुभव होगी। परिवार में पत्नी अथवा पुत्र के कारण कलह के योग बनेंगे। खर्च अधिक रहेगा। आज आर्थिक मामलों में ढील ना दें अन्यथा आगे परेशानी हो सकती है। गैस कब्ज के कारण परेशानी होने की संभावना है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिये शुभ फलदायी रहेगा। आज नौकरी एवं व्यवसाय में थोड़े परिश्रम से अधिक लाभ मिल सकेगा अधिकारी आप पर प्रसन्न रहेंगे लेकिन आज स्वभाव में अतिआत्मविश्वास भी रहेगा जिसके कारण लोगो के बीच हास्य के पात्र भी बन सकते है। आज आश्वासनों के चक्कर में धन ना फसाएँ हानि हो सकती है। मध्यान पश्चात नए कार्यो में सोच समझकर धन लगाए गलत निवेश हानि करा सकता है। पारिवारिक वातावरण भी आज अन्य दिनों की अपेक्षा शांत रहेगा। बुजुर्गो का आशीर्वाद मिलेगा। सेहत में थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव लगा रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आप आपके लिए लाभदायक रहेगा। आज स्वास्थ्य छोटी-मोटी परेशानियों को छोड़ उत्तम ही रहेगा। आज आपके सोचे हुए कार्य व्यवहारिकता के बल पर अपने आप होते चले जायेंगे जिससे मन प्रसन्न रहेगा। आज परिश्रम के कार्यो की अपेक्षा बौद्धिक कार्यो में सहज सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। संध्या पश्चात परिजनों के साथ किसी महत्त्वपूर्ण विषय पर बात करेंगे यहाँ अपने विचार अंत मे रखें अन्यथा किसी की कटु वाणी सुनने को मिलेगी। दूर के कार्यो से धन लाभ होगा लेकिन खर्चीला स्वभाव बचत नही करने देगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन शान्तिप्रद रहेगा दिन के आरंभ से मन मे चंचलता रहेगी परिजनों के साथ हल्की फुल्की मजाक से वातावरण हल्का बनेगा मध्यान के आस-पास किसी से शुभ समाचार मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर लाभ के सौदे हाथ लेंगेंगे लेकिन इनसे जितनी आशा थी उतना लाभ नही ले सकेंगे फिर भी आज खर्च से अधिक आय हो ही जाएगी। साथ काम करने वाले लोग आपके व्यवहार से आकर्षित होंगे। किसी से भी काम निकालना आज आसान रहेगा। महिलाओं अथवा बुजुर्गो को छाती में संक्रमण हो सकता है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन बचते बचते कुछ ना कुछ हानि कराएगा। आज आपके विचार किसी से जल्दी मेल नही खाएंगे हानि वाले कामो में रुचि अधिक रहेगी। आज जिसकी आशंका नही रहेगी उसी कार्य से नुकसान होने की संभावना है। धन संबंधित लेन-देन अथवा निवेश पर आज विराम रखें अन्यथा आर्थिक कमी के कारण बाद में परेशानी होगी। नौकरी वाले जातको को लापरवाही के कारण डांट सुननी पड़ेगी। घर मे कुछ अप्रिय घटना होने से मन बेचैन रहेगा। हित शत्रुओ से विशेष सावधान रहें पीठ पीछे हानि पहुँचा सकते है। सेहत अकस्मात खराब होने की संभावना है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज प्रत्येक क्षेत्र में विरोधी परास्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान भी बढेगा। व्यापार विस्तार अथवा नए कार्य के आरंभ की योजना बनेगी जो कि भविष्य के लिये लाभदायक सिद्ध होगा परंतु आज कोई नया कार्य आरंभ ना करें। आस-पास के धार्मिक स्थान की यात्रा से मन को शान्ति मिलेगी। किसी परिचित से लंबे समय बाद भेंट से हर्ष एवं लाभ होगा। स्त्री एवं संतान के ऊपर खर्च करेंगे परंतु आज इनसे किसी न किसी कारण मानसिक क्लेश ही मिलेगा। संध्या बाद परिस्थिति पहले से बेहतर बनेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन ज्यादा लाभदायक तो नही फिर भी सधा रहने से आगे के लिये सफलता का मार्ग खोलेगा। दिन का आरंभ सुस्ती में होगा लेकिन इसके बाद सभी कार्य नियमित समय पर पूर्ण कर लेंगे। कार्य-व्यवसाय के प्रति आज अधिक गंभीर रहेंगे इसके लिये लघु यात्रा भी करनी पड़ेगी मध्यान के समय भगदौड़ व्यर्थ होती प्रतीत होगी धन की आमद आज अनिश्चित रहने के कारण मन निराश होगा लेकिन अपने कार्यो से संतुष्ट एवं भविष्य के लिये निश्चिन्त भी रहेंगे। परिवार में आपसी प्रेम स्नेह बढेगा। स्वास्थ्य में संध्या बाद कुछ नरमी आएगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। कई दिनों से लटकी योजना अथवा अति महत्त्वपूर्ण कार्य सम्पन्न होने से राहत मिलेगी। भाग दौड़ अन्य दिनों की अपेक्षा आज अधिक करनी पड़ेगी फिर भी परिणाम निराशाजनक नही रहेंगे। आज काम छोटा हो या बड़ा सभी कुछ ना कुछ लाभ ही देंगे। धन की आमद संतोषजनक रहेगी लेकिन कार्य क्षेत्र पर किसी से कहासुनी होने की संभावना है। आज गृहस्थ में बाहर की अपेक्षा शांति अनुभव करेंगे। संध्या के समय मन मे विपरीत विचार आएंगे सेहत सामान्य रहेगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन प्रतिकूल रहेगा सेहत में सुबह से ही कुछ ना कुछ कमी बनेगी अनदेखी पर मध्यान तक इसके बढ़ने की संभावना है। कार्य क्षेत्र से आज आशा कम ही रखें दिन परिश्रम साध्य रहेगा कम परिश्रम करने पर लाभ भी कम ही मिल सकेगा। आज अकस्मात खर्च ज्यादा परेशान करेंगे व्यर्थ के खर्चो पर नियंत्रण की आवश्यकता है। नौकरी करने वाले कामना पूर्ति ना होने पर अधिकारियों से नाराज रहेंगे जानकर काम खराब भी कर सकते है। मध्यान के बाद धार्मिक भावनाओं का उदय होगा लेकिन पूजा पाठ में फिर भी मन केंद्रित नही कर पाएंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन कार्य सफलता वाला है इसका लाभ उठाएं स्वभाव में आलस्य अधिक रहेगा इससे बचे अन्यथा लाभ हाथ आकर निकल भी सकता है। कार्य क्षेत्र पर मध्यान बाद ही अनुकूल परिस्थितियां बनेंगी लाभ के कई अवसर मिलेंगे लेकिन सकारात्मक परिणाम कुछ एक से ही मिलेगा। धन लाभ आवश्यकता अनुसार हो ही जायेगा। नौकरी वाले लोग किसी बहुप्रतीक्षित योजना पर कार्य आरंभ करेंगे शीघ्र ही इसके सही दिशा लेने पर भविष्य सुरक्षित बनेगा। सरकार की तरफ से नरमी रहेगी कागजी कार्य आज अवश्य पूर्ण करलें। घर मे सुख शांति रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका स्वभाव अत्यंत आलसी रहेगा परन्तु फिर भी जिस भी कार्य को करेंगे उसमे सफलता अवश्य ही मिलेगी। घरेलू कार्यो के साथ ही व्यावसायिक कार्य भी एकसाथ करने में थोड़ी दुविधा बनेगी लेकिन बुजुर्गो का सहयोग मिलने से इससे निजात पा लेंगे। कार्य-व्यवसाय में आज किसी बहुप्रतीक्षित योजना के परिणाम को लेकर बेचैन रहेंगे धर्य से काम लें जल्दबाजी में कोई गलत निर्णय लेने से बचें विजय आपकी ही होगी। धन की आमद को लेकर दिन के आरंभ में आशंकित रहेंगे मध्यान बाद अकस्मात हो जाएगी। आपके पीछे से चुगली करने वाले लोग हानि पहुचा सकते है सतर्क रहें। सेहत में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा मनोरंजन के अवसर मिलेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन साधारण रहेगा पूर्व में किया किसी गलत आचरण का अफसोस होगा लेकिन सुधार फिर भी नही करेंगे। अन्य लोगो के ऊपर आश्रित रहने के कारण कार्य व्यवसाय में परिश्रम का लाभ कम ही मिलेगा फिर भी आज आवश्यकताए कम रहने से परेशानी नही होगी धन की आमद कम ही रहेगी। नौकरी वाले लोग आलसी व्यवहार के कारण कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था फैलाएंगे। परिजनों का सहयोग सानिध्य हौसला बढ़ाएगा लेकिन फिर भी काम नही आएगा। खान पान संयमित रखें पेट खराब हो सकता है।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️🙏राधे राधे🙏

 

🌀हम व्रत क्यों करते हैं, और क्या भूखे रहने से ही भगवान का भजन होता है.?🌀

🙏व्रत का अर्थ होता है संकल्प।🙏

🌀वैष्णव तन्त्र नामक ग्रन्थ में शरणागति के जो लक्षण दिये हैं, उसमें पहला ही लक्षण है- ‘आनुकूलस्य संकल्पः’ अर्थात् जिन जिन क्रियायों से भक्त और भगवान प्रसन्न होते हैं, उन सभी कार्यों को करने का संकल्प लेना।

🌀एकादशी का व्रत रखने से भगवान श्रीकृष्ण बड़े प्रसन्न होते हैं, तो मैं भगवान की प्रसन्नता के
लिए एकादशी व्रत करूंगा म/करूंगी, इस प्रकार का संकल्प ही एकादशी का उपवास कहलाता है।

🌀व्रत का एक और पर्यायवाची शब्द होता है – उपवास।
उप् + वास = उप् का अर्थ होता है नज़दीक, तथा वास का अर्थ होता है रहना।

🌀तो व्रत का एक और अर्थ हुआ, भगवान के अधिक से अधिक नज़दीक रहना।
यानि की व्रत के दिन अधिक से अधिक समय भगवान के भक्तों के साथ, भगवान की चर्चा सुनते हुए, बोलते हुए, अथवा स्मरण करते हुए, व्यतीत करना चाहिये।

🌀इसलिए भक्त लोग, एकादशी आदि व्रत के दिन,
तुलसी की माला पर अधिक हरे कृष्ण महामन्त्र का जाप करते हैं, व भक्तों के साथ अधिक समय तक
संकीर्तन करते हैं।

🌀केवल मात्र भूखा रहना व्रत का तात्पर्य नहीं है।
व्रत का मुख्य तात्पर्य अपने आप को भगवान से
जोड़ना है।

🌀हमारे शास्त्रों में एकादशी आदि व्रत में अनुक्ल्प की व्यवस्था दी गयी है।
अनुक्ल्प का अर्थ होता है विकल्प यानि कि व्रत में दाल, चावाल, रोटी इत्यादि नहीं खाते हैं।(किसी प्रकार अन्न )

🌀फिर यदि भूख लगे तो उसका विकल्प क्या है?

🌀उसका विकल्प है कि हम फल, दूध, दही, पानी , इत्यादि ले सकते हैं, बिमार होने पर दवाई भी ले सकते हैं।

🌀कहने का अर्थ केवल मात्र भूखे रहने से ही भगवान का भजन नहीं होता है, भगवान को प्रसन्न करने की चेष्टाओं को करने से ही भजन होता है।

🌀अन्त में हम इतना अवश्य कहना चाहेंगे की इस युग में शुद्ध भक्तों के साथ हरे कृष्ण महामन्त्र का संकीर्तन करने से तथा विभिन्न प्रकार के व्रतों
में अपने मन को ना उलझा कर, पूरी निष्ठा के साथ एकादशी का व्रत करने से, तथा भगवान के प्रेमी भक्तों की सेवा करने से भगवान जितना प्रसन्न होते हैं, और क्रियाओं से उतना प्रसन्न नहीं होते।

🌀अतः शुद्ध भक्तों के साथ हरे कृष्ण महामन्त्र का
संकीर्तन करना, एकादशी व्रत करना, तथा भगवान के उच्च कोटी के भक्तों की सेवा करना ही सर्वोत्तम हरि भजन है

नित्य विधिपूर्ण संध्या वंदन उपासना करने से सभी का हो सकता है ब्रह्म जागृत

पूजा संध्या_2
संध्या द्विज का नित्य और अनिवार्य कर्म है प्रतिदिन समय पर संध्या नहीं करने पर पाप का भागी होना पड़ता है।
छांदोग्य उपनिषद् के अनुसार जो द्विज संध्या नहीं करता, वह सर्वदा अपवित्र रहता है और समस्त कर्मों के योग्य नहीं रहता वह जो कुछ भी सत्कर्म करता है उसका फल उसे नहीं मिलता ।
देवी भागवत का वचन है जिसने संध्या का ज्ञान नहीं किया जिसने संध्या की उपासना नहीं कि वह भी जीवित रहते हुए शुद्र के समान रहते हैं और मरने पर कुत्ते की योनि को पाता है। ऐसा ही वचन मनुस्मृति में भी है।

समय पर की गई संध्या इच्छानुसार फल देती है और असमय की गई संध्या बांझ स्त्री के समान निष्फल होती है।
धर्म शास्त्रों में कहा गया है जनना शौच और मरणाशौच में भी संध्या का त्याग नहीं होता। धर्म ग्रन्थ के निर्देशानुसार सावधानीपूर्वक संध्या करनी चाहिए।
ब्राह्मण धर्मवृक्ष है जिसकी मूल (जड) संध्या है। वेद शाखा हैं और धर्म और कर्म पत्ते हैं।जिस प्रकार वृक्षमूल की रक्षा सींचन आदि करने से होती है उसी प्रकार संध्या करने से धर्म-वृक्ष रक्षित एवं पल्लवित होता है।🚩🚩🚩🚩

अन्तिम हिन्दू सम्राट, अदम्य वीरता के धनी, साहस की प्रतिमूर्ति न्यायप्रिय वीर शिरोमणि सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर उन्हें सादर नमन।