आज का पंचाग, आपका राशि फल, गौतमबुद्ध भी जानते थे गायत्री महामंत्र, सोनम वांगचुक ये नाम नहीं सुने क्या?

पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरो को भी अवश्य भेजिये🙏🏻
🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 21 फरवरी 2021*
⛅ *दिन – रविवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2077*
⛅ *शक संवत – 1942*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – वसंत*
⛅ *मास – माघ*
⛅ *पक्ष – शुक्ल*
⛅ *तिथि – नवमी शाम 03:42 तक तत्पश्चात दशमी*
⛅ *नक्षत्र – रोहिणी सुबह 08:44 तक तत्पश्चात मॄगशिरा*
⛅ *योग – विष्कम्भ 22 फरवरी प्रातः 05:35 तक तत्पश्चात प्रीति*
⛅ *राहुकाल – शाम 05:13 से शाम 06:40 तक*
⛅ *सूर्योदय – 07:06*
⛅ *सूर्यास्त – 18:38*
(सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे जिलेवार अंतर संभव है)
⛅ *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण – महानंदा नवमी*
💥 *विशेष – नवमी को लौकी खाना मना है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *नौकरी की समस्या या घर में परेशानी* 🌷
➡ *नौकरी की परेशानी हो तो ५ बत्तीवाली दिया मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी की मूर्ति के सामने जलाएं | संकल्प करें कि हमारी ये समस्या है,प्रभु दूर हो जाये| जरुर दूर होगी |*
➡ *घर में ज्यादा कष्ट और परेशानियाँ हो तो घर में पूजा की जगह प़र रोज ५ बत्ती वाली दिया जलाएं और संकल्प करें कि हमारी ये समस्या दूर हो जाये|*
🙏🏻
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *यदि कोई शिशु रात को चौंकता है* 🌷
😩 *यदि कोई शिशु रात को चौंकता है, उसे नींद नहीं आती, माँ को जगाता है, परेशान रहता है तो उसके सिरहाने के नीचे फिटकरी रख दें। इससे उसे बढ़िया नींद आयेगी।*

🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *अथर्व मंत्र विधि* 🌷
🙏🏻 *कोई भी रोग हो, कोई भी परेशानी हो “ॐ अच्युताय नमः, ॐ गोविन्दाय नमः, ॐ अनंताय नमः नामभेशजात” (अच्युताय नमः – जो कभी चुय्त नहीं होते, गोविन्दाय नमः – जिनकी सत्ता से इन्द्रियाँ विचरण करती हैं, अनंताय नमः- जिसकी सत्ता से शक्ति, सामर्थ्य व कृपा का कोई अंत नहीं) इस मंत्र से अभिमंत्रित करके गंगा जल या तुलसी के पत्ते खाएं या दूसरों को दें तो रोगों व नीच विचारों में गिरने से बचता है l इसे बोलते हैं, अथर्व मंत्र विधि ……….. ऐसा रोज़ सुमिरन करें l*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻पंचक

11 मार्च प्रात: 9.19 बजे से 16 मार्च प्रात: 4.45 बजे तक
7 अप्रैल दोपहर 3 बजे से 12 अप्रैल प्रात: 11.30 बजे तक

जया एकादशी मंगलवार, 23 फरवरी 2021
विजया एकादशी मंगलवार, 09 मार्च 2021
आमलकी एकादशी गुरुवार, 25 मार्च 2021

24 फरवरी: प्रदोष व्रत

10 मार्च: प्रदोष व्रत

26 मार्च: प्रदोष व्रत

माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, शनिवार
फाल्गुन पूर्णिमा 28 मार्च, रविवार

फाल्गुनी अमावस्या- शनिवार, 13 मार्च 2021.

मेष
आज छात्रों के शिक्षा के क्षेत्र में कुछ परेशानी दिख रही है। आर्थिक स्थितियां भी तनाव प्रद रहेंगी। घर के रखरखाव पर आज कुछ धन खर्च हो सकता है, इसलिए थोड़ा संभल कर चलें। धार्मिक एवं सामाजिक कार्य में आज आप सहयोग करेंगे, जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा। रोजगार के क्षेत्रों में भी सुधार होता दिख रहा है और आपको नए अवसर मिलने की पूरी उम्मीद है। यदि आपकी कोई जमीन जायदाद से जुड़ी समस्या चल रही है,तो वह खत्म होगी। आपके व्यापार के सकारात्मक परिवर्तन आपको आगे चलकर भरपूर लाभ देंगे। शाम के समय आज अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, इसलिए खाने-पीने में परहेज करें। संतान से कोई शुभ समाचार सुनने को मिलेगा।
वृष 
 आज का दिन आपके कार्यक्षेत्र में सफलता दायक रहेगा। अधिकारी वर्ग से भी प्रशंसा मिलने की पूरी उम्मीद है। प्रेम जीवन में आनंद भरा समय व्यतीत होगा और आज परिवार के किसी सदस्य से कोई मंगल समाचार सुनने को मिल सकता है, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। शाम के समय आज स्थितियां कुछ सुधरेंगी और पड़ोसी भी आपकी मदद के लिए आगे आएंगे। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और उनके स्वास्थ्य के नियमों का पालन करें। आपके द्वारा शुरू किए गए कार्यों में सफलता मिलेगी, लेकिन सांसारिक सुख भोग में और नौकर चाकरो  के सहयोग से आज आपको परेशानी रहेगी।
मिथुन
आज का दिन आपके पारिवारिक जीवन में मनमुटाव की स्थिति पैदा कर सकता है, जिससे आपको मानसिक तनाव रहेगा। कार्य क्षेत्र में भी आप धैर्य से काम लें क्योंकि जल्दबाजी से किया गया कार्य खराब हो सकता है, जिसका आपको नुकसान हो सकता है। आज आपका कोई वाहन खराब होने से आपके खर्चों में अचानक वृद्धि हो सकती है। साथ ही परिवार के छोटे बच्चों के साथ आज अच्छा समय व्यतीत होगा।
कर्क
आज आप अपनी बुद्धि और विवेक से नए नए कार्यों की खोज करने में लगेंगे। यदि पारिवारिक संपत्ति से संबंधित कोई विवाद चल रहा है, तो वह किसी बड़े अधिकारी की मदद से सुलझ जाएगा। विद्यार्थियों को आज उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए कुछ अधिक मेहनत की आवश्यकता पड़ेगी, तभी सफलता मिलती दिख रही है। भाई व मित्रों के सहयोग से नए अवसरों की प्राप्ति होगी। आपके कार्य के क्षेत्र में आज जीवनसाथी की सलाह से आपको भरपूर लाभ होगा, जिससे दोनों के बीच रिश्ते में प्रगाढ़ता आएगी। आज शाम का समय दान पुण्य के कार्य में व्यतीत होगा और किसी शुभ समाचार के आने से भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी।
सिंह
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। आपको कार्य क्षेत्र में आज किसी भी वाद विवाद से बचना होगा अन्यथा यह वाद विवाद कानूनी मसला बन सकता है। रोजगार के क्षेत्र में अस्थिरता के कारण कुछ परेशानी हो सकती है, जिससे मन परेशान रहेगा। अपने घर परिवार की समस्याओं को धैर्य से सुलझाएं और बड़े लोगों की मदद से आज आपके अटके हुए सरकारी कार्य भी पूरे होते दिख रहे हैं। व्यापारी वर्ग को आज नगद धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। आज शाम के समय धर्म व अध्यात्म में रूचि बढ़ेगी। विद्यार्थियों को सफलता प्राप्ति के लिए अधिक एकाग्रता से कार्य करने की जरूरत है।
कन्या
आज रोजगार से जुड़े क्षेत्र में जो अडचने हैं, उनसे आज मुक्ति मिलेगी, लेकिन आपको किसी भी तरह के जोखिम से दूरी बनाकर रखनी होगी। विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्ति के लिए जो आर्थिक समस्याएं थी, वह आज समाप्त होगी। आपकी कार्यशैली से आज लोग प्रभावित होंगे और आपका सम्मान करेंगे। अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए आज आप कुछ नए प्रयोग करेंगे। पारिवारिक वातावरण खुशनुमा रहेगा और कार्यक्षेत्र में आप के प्रभाव व प्रताप में वृद्धि होगी। आज कुछ अनावश्यक खर्चे भी आएंगे, जो आपको में करने पड़ेंगे, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति डगमगा सकती है। प्रेम जीवन की नई ऊर्जा का संचार होगा और अपने पिताजी से आज आपको पूर्ण सहयोग मिलेगा। आज शाम का समय आपका अपने मित्रों के साथ किसी मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने में व्यतीत करेंगे।
तुला
आज का दिन आपके पारिवारिक जीवन में मान सम्मान बढ़ेगा, जिससे आप अपने जीवनसाथी के प्रति केयरफुल होंगे। आज आपके परिवार में किसी व्यक्ति से कोई शुभ समाचार मिलने के संकेत हैं। यदि आप नौकरी करते हैं, तो आपके अधिकारों में आज वृद्धि होगी और आपका उत्तरदायित्व बढ़ेगा। समाजिक कार्य करने से समाज की ओर से वंचित सहयोग मिलेगा और सब लोग आपके साहस और पराक्रम की प्रशंसा करते दिखेंगे, जिससे मन में खुशी की लहर दौड़ेगी। व्यापार में दिन आज अधिक मेहनत कर कराएगा, जिससे कारण आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शाम के समय किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं।
वृश्चिक
आज का दिन आपके लिए उत्तम लाभदायक रहेगा। संतान की नौकरी से संबंधित आज कोई शुभ समाचार मिलेगा, जिससे आपको संतान के भविष्य की चिंता कम होगी। व्यस्तता के बीच आज आप अपनी लाइफ लिए समय निकाल ही लेंगे। नए व्यापार की शुरुआत के लिए भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा, लेकिन अनावश्यक खर्चे आज सामने खड़े रहेंगे। आर्थिक लाभ की स्थिति भी आज बहुत उत्तम है। विद्यार्थियों को गुरुजनों का सहयोग मिलेगा, जिससे वह प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे। आपके पिताजी का सहयोग आपके पारिवारिक बिजनेस की विषम परिस्थितियों में सहायक रहेगा, जिससे पारिवारिक बिजनेस में चल रही समस्या समाप्त होगी। आज शाम का समय आपको किसी मांगलिक समारोह में होने का अवसर प्राप्त होगा।
धनु
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। परिवार में किसी चर्चा को लेकर मतभेद हो सकता है, लेकिन आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा, नहीं तो आपके रिश्तो में दरार आ जाएगी। अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें। विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत की आवश्यकता होगी। अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और खानपान पर विशेष ध्यान रखें। भौतिक सुख-सुविधाओं में आज कुछ कमी आती दिख रही है। यदि आप अपने मन की बात दूसरों से उजागर नहीं करेंगे, तो आपको रुके हुए धन की प्राप्ति हो सकती है। आज आप अपने जीवन साथी के लिए कोई उपहार ला सकते हैं, जिससे जीवनसाथी प्रसन्न होंगे। आज शाम का समय धर्म वे आध्यात्मिक व्यतीत होगा।
मकर
आज का दिन विद्यार्थियों के लिए कुछ तनावग्रस्त रह सकता है। प्रतियोगी परीक्षा में आज कुछ समस्याएं आ सकती हैं, इसलिए सतर्क रहें। प्रेम जीवन को रिश्तो में बदलने के प्रयास सफल होंगे। परिवार में किसी मांगलिक कार्यक्रम पर विचार विमर्श हो सकता है। राजनीतिक लोगों को जनसमर्थन प्राप्त होगा। व्यापार में निर्णय लेने की क्षमता से आज आपको लाभ होगा, जिससे आगे चलकर आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। अगर कोई विवाद मामला चल रहा है, तो उसमें आज पूर्ण लाभ मिलने की संभावना है।शाम का समय आप धर्म-कर्म के कार्य में व्यतीत करेंगे।
कुंभ
आज का दिन व्यापारियों के लिए भविष्य की नई योजनाएं लेकर आएगा। पिता से संबंधों में सुधार होगा और उनके विचारों को आप प्राथमिकता देंगे, जिससे आपको भरपूर लाभ मिलेगा। कार्य क्षेत्र में सभी को अपने कार्य के दम पर आज परास्त करेंगे। आज शाम का समय आप गाने बजाने संगीत और सैर सपाटे में व्यतीत करेंगे। विस्तार और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यदि बहुत दिनों से कोई समस्या चली आ रही है, तो आज उससे मुक्ति मिलेगी और उलझन से मुक्ति के लिए नया मार्ग ढूंढ लेंगे।
मीन
आज का दिन उत्तम लाभदायक रहेगा। संतान व जीवनसाथी के प्रति प्रेम की भावना बढ़ेगी। अच्छे कर्मों से आपके खानदान का नाम रोशन होगा और बुजुर्गों के आशीर्वाद से आपके सभी कार्य बनते चले जाएंगे। व्यापारियों को भी धन लाभ के प्रबल योग बनते दिख रहे हैं, लेकिन उसके लिए व्यापारिक यात्राएं करनी पड़ेगी, जो सफल रहेंगे। विवाह संबंधी समस्याएं भी आज खत्म होगी। आज रोजगार से संबंधित कोई समाचार प्राप्त होगा और बड़े भाई का सहयोग आपको मिलेगा। यदि आपने कोई कर्ज लिया हुआ है, तो उससे आज आपको मुक्ति मिलेगी, लेकिन किसी भी तरह के लेनदेन से बचना होगा। शाम के समय आपके परिवार में अतिथियों का आगमन होगा

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं

दिनांक 21 को जन्मे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं। आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अक्सर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार आपका मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं।

शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30

शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9

 

शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052

ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु

शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी

कैसा रहेगा यह वर्ष
दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद है। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है।

गौतम बुद्ध का जन्म ईसा से 563 साल पहले नेपाल के लुम्बिनी वन में हुआ। उनकी माता कपिलवस्तु की महारानी महामाया देवी जब अपने नैहर देवदह जा रही थीं, तो उन्होंने रास्ते में लुम्बिनी वन में बुद्ध को जन्म दिया।

कपिलवस्तु और देवदह के बीच नौतनवा स्टेशन से 8 मील दूर पश्चिम में रुक्मिनदेई नामक स्थान के पास उस काल में लुम्बिनी वन हुआ करता था।

उनका जन्म नाम सिद्धार्थ रखा गया। सिद्धार्थ के पिता शुद्धोदन कपिलवस्तु के राजा थे और उनका सम्मान नेपाल ही नहीं समूचे भारत में था। सिद्धार्थ की मौसी गौतमी ने उनका लालन-पालन किया क्योंकि सिद्धार्थ के जन्म के सात दिन बाद ही उनकी माँ का देहांत हो गया था।

बुद्ध की शिक्षा-दिक्षा : वैसे तो सिद्धार्थ ने कई विद्वानों को अपना गुरु बनाया किंतु गुरु जिनके पास उन्होंने वेद और उपनिषद् पढ़े, साथ ही राजकाज और युद्ध-विद्या की भी शिक्षा ली। कुश्ती, घुड़दौड़, तीर-कमान, रथ हांकने में कोई उनकी बराबरी नहीं कर सकता था।

बुद्ध का विवाह : शाक्य वंश में जन्मे सिद्धार्थ का सोलह वर्ष की उम्र में दंडपाणि शाक्य की कन्या यशोधरा के साथ विवाह हुआ। यशोधरा से उनको एक पुत्र मिला जिसका नाम राहुल रखा गया। बाद में यशोधरा और राहुल दोनों बुद्ध के भिक्षु हो गए थे।

   सनातन साहित्य में बौद्धावतार को दशावतारों में माना जाता है। 

सनातन धर्म और महात्मा बुद्ध 

आजकल कुछ वामपंथी ईर्ष्यालु लोगों ने भाषा विज्ञान का आडंबर रचकर संस्कृत को बहुत नवीन भाषा कहना शुरु किया है। वे लोग बौद्ध साहित्य में भी आये वेदादिशास्त्रों के नाम को ऊटपटांग अर्थ करके जान बचाना चाहते हैं। इनके सिपहसालार राजेंद्र प्रसाद ने तो “त्रैविद्यासुत्त” को प्रक्षेप ही घोषित कर रखा है। इनके एक चेले ने विनयपिटक, क्षुद्रकस्कंधक में आये “छांदस् यानी वैदिक संस्कृत” का भी कपोलकल्पित अर्थ किया है, जो न पालि से सिद्ध हो सकता है, न बौद्ध साहित्य में है न कोई बौद्ध विद्वान उसको मानता है।
जब-जब बुद्ध का अपमान हुआ तब-तब इन्होंने रत्ती भर भी विरोध भी नहीं किया चाहे मुसलमानों द्वारा लखनऊ में बुद्ध की मूर्तियाँ तोड़ी जाए या बामियान में 2000 साल पुरानी बुद्ध की मूर्ति तोड़ी जाय या इंडियन मुजाहिदीन द्वारा बोध गया में हमला हो।
ये तथाकथित बौद्ध एक ऐसी विचारधारा के लोग हैं जो बुद्ध धर्म को एक छद्मावरण के तौर इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि हिन्दू धर्म पर हमला करतें रहें। एक समय काँचा इलैया अपने को बौद्ध विद्वान कहता था, बुद्ध के बहाने हिन्दू धर्म पर हमला करता था। आज वह बेनकाब है, उसका असली नाम काँचा इलैया शेफर्ड है, यानी क्रिप्टो-क्रिस्चियन।

अगर आप इंडोनेशिया की सैकड़ों साल पुरानी बुद्ध की मूर्तियां देखें तो पाएंगे कि बुद्ध मूर्ति में जनेऊ पहने हैं और माथे पर तिलक लगाएं हैं।
यदि हम बारीकी से देखें तो त्रिपिटक में सैकड़ो जगह वेदादिशास्त्रों के नाम आ जायेंगे। हम पूछते हैं कि वादी कितने प्रमाणों को मिलावट कहकर अपनी जान छुड़ायेंगे?
हम केवल सुत्तनिपात से ही कई प्रमाण देते हैं जहां स्पष्ट रूप से वेदादिशास्त्रों का वर्णन है।

(१):- गौतम बुद्ध कहते हैं कि वो गायत्री मंत्र जानते थे!:-

तं सावित्तिं पुच्छामि , तिपदं चतुवीसतक्खरं।।३३।।
” तुम अपने को ब्राह्मण कहते हो और मुझे अब्राह्मण कहते हो, तो तुमसे त्रिपद और चौबीस अक्षरों वाले सावित्री मंत्र को पूछता हूं।।३३।।
( सुंदरिकभारद्वाज सुत्त ३,४, पेज ११५)

(२):- प्राचीन ब्राह्मणों के धर्म के विषय में सुत्तनिपात में एक “ब्राह्मणधम्मिक सुत्त” है। इसमें गौतम बुद्ध प्राचीन ब्राह्मणों के धर्म को कहते हुये बताते हैं;-

ब्राह्मणों के पास न पशु होते थे न हिरण्य तथा धान्य
स्वाध्याय = वेदों का पाठ करना ही उनका धन धान्य था।।२।।
( ब्राह्मणधम्मिक सुत्त,२,७ पेज ७३)
बुद्ध के अनुसार पहले यज्ञ में ब्राह्मण गौ आदि पशु नहीं हवन करते थे। पर बाद में कुछ स्वार्थी लोग राजा इक्ष्वाकु के पास मंत्र रचकर गये व वेदविरुद्ध यज्ञ वेद के नाम पर किये।इसी सुत्त की २० वीं गाथा में अश्वमेध,पुरुषमेध आदि यज्ञ का वर्णन है। क्या ये यज्ञ भी बिना संस्कृत के मंत्र के होते थे?

(३):- वासेट्ठ सुत्त में बुद्ध जी एक वसिष्ठ नामक ब्राह्मण से, जोकि जन्मना जातिव्यवस्था मानता था, का खंडन किया है।
वसिष्ठ कहता है:-

हे! हम अनुज्ञात प्रविज्ञात त्रैविद्य हैं।।१।।
पद, व्याकरण और जल्प(वाद) में हम अपने आचार्य के समान हैं।।२।।
यहां त्रैविद्य का अर्थ वेदत्रयी को जानने वाला किया है।
( वासेट्ठ सुत्त, ३,९ पेज १६१)
इससे सिद्ध है कि वसिष्ठ वेदादिशास्त्र जानता था।

(४):- सेलसुत्त में शैल नामक ब्राह्मण का वर्णन है जो तीन सौ विद्यार्थियों को वेद पढ़ाता था:-

“उस समय निघंटु,कल्प,अक्षर प्रभेद सहित तीनों वेदों तथा पांचवे इतिहास में पारंगत,पदक= कवि, वैयाकरण, लोकायत शास्त्र तथा महापुरुष लक्षण में निपुण शैल नाम ब्राह्मण आपण में वास करता था….और तीन सौ विद्यार्थियों को वेद पढ़ाता था।”
( सुत्तनिपात, सेलसुत्त ३,७- पेज १४४)

(५):- वत्थुगाथा में बावरी नामक ब्राह्मण का वर्णन है। इस प्रकरण में भी तीन चार बार वेद का नाम है व संस्कृत ग्रंथों का भी:-

“तब वेदों में पारंगत ब्राह्मण शिष्यों को उसने संबोधित किया।
।।२२।।
वेदों में महापुरुष लक्षण आये हैं।।२५।।”

( वत्थुगाथा ५,१ सुत्तनिपात, पेज २५९)

भगवाव बुद्ध कहते हैं-
“तिणिस्स लक्खणा गत्ते, तिण्णं वेदान पारगू।।४४।।”

” उसकी (बावरी ब्राह्मण की) आयु सौ वर्ष है, वह गोत्र ले बावरी है… वह तीनों वेदों में पारंगत है।।४४।।
वह लक्षण शास्त्र, इतिहास, तथा निघंटु सहित कैटुभ( यानी कल्पसूत्र) को पांच सौ को पढ़ाता है।।४५।।”

( वत्थुगाथा, ५,१ पेज २६३)

निष्कर्ष- इतने सारे स्पष्ट प्रमाणों से सिद्ध है कि वेदादिक का अस्तित्व बौद्ध मत के बहुत पहले से था। यहां तक की बुद्ध जी ही वेदों को जानते थे। सभी प्रमाणों को प्रक्षेप कहना ही हास्यास्पद और दुराग्रह है।
लेखक – कार्तिक अय्यर

धन्यवाद ।
संदर्भ ग्रंथ एवं पुस्तकें;-
सुत्तनिपात- अनुवादक भिक्षु धर्मरक्षित

ये हैं सोनम वांगचुक … नाम नहीं सुने है ?? नहीं सुने है तो आपको सुनना चाहिए और जानना भी।

अभी इन्होंने भारतीय सेना के लिए गलवान घाटी में एक सोलर हीटेड मिलिट्री टेंट का निर्माण किया है। जिसकी जानकारी देते हुए ये फोटो पोस्ट किए है। रात्रि के 10 बजे टेंट के अंदर +15℃ टेम्परेचर है वहीं बाहर -14℃ !!
इस चीज के लिए हजारों लिटर्स केरोसिन जलता था और जो पॉल्यूशन होता था/है उसको तो जान ही रहे है। उसी चीज को रिप्लेस किया है ये सोलर हीटेड टेंट। जो 30 किलो से भी कम वजन का है और पोर्टेबल है। इसके अंदर 10 सैनिक रह सकते है।
और ये पूर्णतया मेड इन इंडिया है।

वांगचुक ब्रो❤️साभार गंगा जी

*ईश्वर…….💞*

*ऑक्सीजन की तरह होता है,*
*हम उसे देख भी नही सकते*
*उसके बिना रह भी नही सकते।।*
🌹🙏🏻🌹🙏🏻 *शुभ प्रभात* 🌹🙏🏻🌹

*जीवन बहुत छोटा है, उसे जियो.*
*प्रेम दुर्लभ है, उसे पकड़ कर रखो.*
*क्रोध बहुत खराब है, उसे दबा कर रखो.*
*भय बहुत भयानक है, उसका सामना करो.*
*स्मृतियां बहुत सुखद हैं, उन्हें संजो कर रखो.*
*अगर आपके पास मन की*
*शांति है तो…..*
*समझ लेना आपसे अधिक*
*भाग्यशाली कोई नहीं है.!!*
🌹🙏🙏🌹