आज का पंचाग, आपका राशि फल, रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव प्रोफेसर चंपत राय

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, १७ जून २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:२८
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१२
चन्द्रोदय: 🌝 ११:२०
चन्द्रास्त: 🌜२४:२९
अयन 🌕 उत्तराणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🍁 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 ज्येष्ठ
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 सप्तमी (२१:५९ तक)
नक्षत्र 👉 पूर्वाफाल्गुनी (२२:१३ तक)
योग 👉 वज्र (०६:५० तक)
प्रथम करण 👉 गर (१०:२७ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज (२१:५९ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मिथुन
चंद्र 🌟 कन्या (२८:०७ से)
मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मिथुन (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५० से १२:४६
अमृत काल 👉 १५:५० से १७:२६
विजय मुहूर्त 👉 १४:३९ से १५:३५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०६ से १९:३०
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५८ से २४:३८
राहुकाल 👉 १४:०३ से १५:४९
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:१५ से ०७:०१
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 दक्षिण
नक्षत्र शूल 👉 उत्तर (२२:१३ से)
अग्निवास 👉 आकाश
भद्रावास 👉 (मृत्युलोक २१:५९ से २८:०८ तक,
पाताललोक २८:०८ से)
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण २८:०८ से)
शिववास 👉 भोजन में (२१:५९ से श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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विवाहादि मुहूर्त कुम्भ-मीन लग्न रात्रि १०:५५ से ०१:५१ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २२:१३ तक जन्मे शिशुओ का नाम
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (टा, टी, टू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमश (टे, टो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मिथुन – २९:११ से ०७:२६
कर्क – ०७:२६ से ०९:४७
सिंह – ०९:४७ से १२:०६
कन्या – १२:०६ से १४:२४
तुला – १४:२४ से १६:४५
वृश्चिक – १६:४५ से १९:०४
धनु – १९:०४ से २१:०८
मकर – २१:०८ से २२:४९
कुम्भ – २२:४९ से २४:१५
मीन – २४:१५ से २५:३८
मेष – २५:३८ से २७:१२
वृषभ – २७:१२ से २९:०७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०५:१५ से ०७:२६
शुभ मुहूर्त – ०७:२६ से ०९:४७
मृत्यु पञ्चक – ०९:४७ से १२:०६
अग्नि पञ्चक – १२:०६ से १४:२४
शुभ मुहूर्त – १४:२४ से १६:४५
रज पञ्चक – १६:४५ से १९:०४
शुभ मुहूर्त – १९:०४ से २१:०८
चोर पञ्चक – २१:०८ से २१:५९
शुभ मुहूर्त – २१:५९ से २२:१३
रोग पञ्चक – २२:१३ से २२:४९
शुभ मुहूर्त – २२:४९ से २४:१५
मृत्यु पञ्चक – २४:१५ से २५:३८
रोग पञ्चक – २५:३८ से २७:१२
शुभ मुहूर्त – २७:१२ से २९:०७
मृत्यु पञ्चक – २९:०७ से २९:१५
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये धन और ज्ञान वृद्धिकारक रहेगा। आज आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमे अपनी कार्य कुशलता का परिचय देंगे। अपने अनुकूल कार्य मे विशेष योग्यता मिलेगी।
आज आपके मन में राग-द्वेष की भावना रहने से किसी प्रिय व्यक्ति से दूरी बन सकती है लेकिन सामजिक व्यवहार बढ़ने का लाभ मिलेगा। संध्या के समय आकस्मिक धन अथवा उपहार लाभ के योग है। आज के दिन प्रेम-प्यार से दूर रहना ही हितकर रहेगा। लंबी यात्रा की योजना बनेगी यथा सम्भव आज टालें। स्वास्थ्य संबंधित समस्या कुछ समय के लिये रहेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिये प्रतिकूल रहेगा। कार्य क्षेत्र पर धीमी गति से कार्य करने पर लोगो की आलोचना सुन्नी पड़ेगी आर्थिक कारण से भी किसी से तकरार होने की सम्भावना है। आप जो भी कार्य करेंगे उसका विपरीत फल ही मिलेगा। अतिरिक्त आय कमाने के प्रलोभन में हाथ लगी पूंजी ना चली जाए इसका ध्यान रखें। गलत निर्णय अवश्य हानि का कारण बनेगा। परिजनो से मतभेद रहेंगे घरेलू झगड़े से बचने के लिये मौन धारण उत्तम उपाय है। मित्र परिचितों से भी संबंधों में उदासीनता अधिक रहेगी। धार्मिक पूजा पाठ के प्रसंग बनेंगे। दवाओं पर खर्च करना पड़ सकता है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपके लिये आज का दिन शुभ रहेगा दिन के आरंभ में स्वास्थ्य चुस्त रहेगा मन मे धन संबंधित उलझन रहेगी लेकिन अकस्मात लाभ के समाचार मिलने से उत्साह बढ़ेगा रुके कार्यो में गति आएगी। कुछ दिनों से टल रही मनोकामना की पूर्ति आज कर सकेंगे। व्यवसाय में नए अनुबंध मिलेंगे लेकिन नए कार्य का आरंभ आज ना करें। धन का निवेश शीघ्र ही फलदायी होगा। नौकरी वाले लोग मध्यान तक कार्य के प्रति कम ही गंभीरता दिखाएंगे। मित्र अथवा रिश्तेदारों के कारण कुछ समय के लिये परेशानी में पड़ेंगे। किसी पर भी आवश्यकता से अधिक विश्वास ना करें ना ही किसी को मन के राज बताये।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज भी परिस्थिति आपके लिए सहायक बन रही है। दिन के आरम्भ से लेकर अंत तक आपकी दिनचार्य अन्य दिनों से अलग रहेगी। दिन भर शारीरिक व मानसिक रूप से चुस्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज नए प्रयोगों में रूचि दिखाएंगे। नियमित के अलावा अनैतिक मार्ग से भी धन लाभ होगा। आज घर एवं बाहर क्लेश मुक्त वातावरण बनने से राहत मिलेगी। मन मे यात्रा पर्यटन के विचार बनेंगे लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण निरस्त ही करनी पड़ेगी। महिला मित्र से मधुर मुलाकात होगी। संध्या के समय मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे। उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपका विवेकी व्यवहार कार्य क्षेत्र पर सम्मान दिलाएगा लेकिन घर के सदस्यों के प्रति सनकी मिजाज रहने के कारण आपसी मतभेद रहेंगे। नए कार्य का आरंभ फिलहाल टालें पुराने अधूरे कार्य पूर्ण करने पर अधिक ध्यान दे समय पर कार्य पूरे ना करने पर सम्मान हानि हो सकती है। व्यावसायिक काम काज को लेकर अन्य लोगो के ऊपर ज्यादा निर्भर रहना पड़ेगा अवकाश भी लेना पड़ सकता है। लाभ आशानुकूल ना होने से थोड़ी निरशा भी रहेगी। महिलाये वाणी के प्रयोग में संतुलन बरते बेवजह कलह के प्रसंग बनने से रंग में भंग वाली स्थिति बन सकती है। संध्या के आस-पास थकान के कारण किसी काम मे मन नही लगेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा मन मे बड़ी बड़ी योजनाए बनती रहेंगी लेकिन सहयोग की कमी और धन के अभाव के कारण इन्हें साकार नही कर पाएंगे। धन संबंधित समस्या आज मुख्य रूप से दिनचार्य को प्रभावित करेगी धन लाभ होगा लेकिन आवश्यकता की तुलना में ना के बराबर ही। अपनी भावनाओं को किसी के आगे सांझा करने से कतराएंगे आपसी संबंध को बचाना इसका मूल उद्देश्य रहेगा। लोगो की उद्दंडता को मजबूरन नजरअंदाज करना पड़ेगा। खर्च करने में भी मितव्ययता बरतेंगे। जिस भी कार्य को लेकर निश्चिन्त रहेंगे उसी में कुछ ना कुछ विघ्न उपस्थित होगा। सरकारी कार्य लंबित रहेंगे नौकरी में भी उत्साह की कमी रहेगी। पेट संबंधी व्याधि से परेशानी होगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपके साथ आकस्मिक घटनाएं घटित होंगी इनका फल मिला जुला रहेगा। सामाजिक क्षेत्र पर सम्मान तो बढ़ेगा लेकिन किसी स्वयं जन के कारण शर्मिंदगी भी देखनी पड़ेगी। आप दिन भर किसी ना किसी कारण से व्यस्त ही रहेंगे व्यस्तता को धन के साथ ना जोड़े। आज संबंधों को ज्यादा महत्त्व दें निकट भविष्य में ये ही धन लाभ कराएंगे। कार्य व्यवसाय से काम चलाऊ आय आसानी से हो जाएगी निवेश बेझिझक होकर कर सकते है। घरेलू कार्य समय से करने पर भी परिजन किसी न किसी कारण से नाराज ही रहेंगे। गृहस्थ की बाते मित्र स्नेही जन से भी ना बांटे हानिकर हो सकता है। किसी के ऊपर छींटा कशी करने से बचे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन कार्य सफलता वाला रहेगा लेकिन आज आपको लक्ष्य बनाए कर कार्य करना पडेगा तभी सफलता निश्चित होगी। मार्ग से भ्रमित करने वाले प्रसंग उपस्थित होंगे लाभ की जगह है वाले कार्य ज्यादा आकर्षित करेंगे दुविधा की स्थिति में जानकारों से सलाह लेकर ही कदम बढ़ाए अन्यथा लाभ होते होते हानि हो सकती है। उच्च प्रतिष्ठित लोगो की सहायता सरकारी क्षेत्र के काम आसान बनाएगी लेकिन इसके लिये अनैतिक मांगे भी माननी पड़ेंगी। पारिवारिक वातावरण शंकालु रहेगा घर के सदस्य एक दूसरे के कामो में कमियां निकालेंगे। सेहत मध्यान तक ठीक रहेगी इसके बाद हाथ पैरों में शिथिलता आएगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन बीते कुछ दिनों की अपेक्षा में राहत प्रदान करेगा। दिन का आरम्भ घर मे धार्मिक कार्यो से होगा इसके कारण चहल पहल भी रहेगी आध्यात्मिक पक्ष आज प्रबल रहेगा। कार्य क्षेत्र पर अन्य दिन की अपेक्षा कार्य विलंब से चलेंगे मंदी भी रहेगी। आर्थिक स्थिति धन की आमद कम एवं खर्च अधिक होने से सोचनीय रहेगी। आज आपके द्वारा कोई परोपकार भी होगा जसका लाभ सम्मान के रूप में लंबे समय तक मिलेगा लेकिन विरोधियों की बातों का बुरा नही मानने से शत्रु पक्ष आगे ज्यादा उदंडता कर सकता है।
महिलाये आज धैर्य रहने पर भी मन का गुबार छुपा नही सकेंगी महात्त्वकांक्षाये अधिक रहने के कारण दुखी होंगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप मानसिक रूप से दुविधा में रहेंगे जिस भी कार्य को करने का प्रयास करेंगे उसमे कोई ना कोई व्यवधान आने से मन खिन्न होगा। कार्य क्षेत्र पर सहयोग की कमी नही रहेगी लेकिन भाग्य का साथ ना मिलने से अधिक संघर्ष करना पड़ेगा। अपने बड़बोले पन के कारण स्वयं ही मुसीबतों को न्योता देंगे। परिजनो से आज अधिकतर कार्यो में वैचारिक मतभेद रहेंगे। महिलाये गलती करने पर लीपापोती करेंगी लेकिन सफल नही होंगी। नौकरी पेशाओ को लापरवाह होकर कार्य करने पर अधिकारियो की डांट सुन्नी पड़ेगी। स्वभाव में भी आज सुस्ती अधिक रहेगी। धन लाभ के अवसर हाथ से निकलने की संभावना है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भाग्योन्नति वाला रहेगा। दिन का प्रथम भाग आलस्य की भेंट चढेगा परन्तु मध्यान से कार्यो में पूरी निष्ठा से जुट जाएंगे अधूरे कार्य पूरे होने पर धन की आमद होगी। आर्थिक रूप से आज का दिन आपकी आशाओ पर खरा उतरेगा लेकिन उधारी के व्यवहार कुछ समय के लिये परेशान करेंगे। घर मे धर्म कर्म के आयोजन होंगे। शुभ धार्मिक यात्रा की योजना भी बनायेगे। उगाही से लाभ होगा। परिजनों के साथ मित्रवत व्यवहार रहेगा। कार्य क्षेत्र पर स्त्री का सहयोग मिलेगा। पारिवार में सुख के साधनों की खरीद का विचार करेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपका स्वभाव संपर्क में आने वालों को आश्चर्य चकित करेगा। अपना मतलब साधने के लिये किसी की चापलूसी करने से भी परहेज नही करेंगे। लोगो को आपका व्यवहार हितैषी लगेगा लेकिन अंदर स्वार्थ सिद्धि की भावना रहेगी। धन संबंधित परेशानी आज नही रहेगी। दिन आपकी मनोकामनाओ की पूर्ति कराने वाला रहेगा। कार्य क्षेत्र पर परिश्रम के अनुसार लाभ मिलेने से संतोष रहेगा। नए कार्यो में निवेश कर सकते है। पैतृक संपत्ति के मामलो में उलझने रहेंगी परन्तु परिवार के सदस्यों में आपसी सामंजस्य बना रहेगा। फिर भी झगड़ो को टालने के लिए छोटी-मोटी बातों को अनदेखा करें। दिन भर मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे। ——————————————————–🙏राधे राधे🙏

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के वर्तमान महासचिव प्रोफेसर चंपत राय 1975 इँदिरा गाँधी द्वारा लगाये गये आपातकाल के समय बिजनौर के धामपुर स्थित आर एस एम डिग्री कॉलेज में एक युवा प्रोफेसर थे, तब वे बच्चों को फिजिक्स पढ़ा रहे थे, तभी उन्हें गिरफ्तार करने वहां पुलिस पहुंची, क्योंकि वह संघ से जुड़े थे। अपने छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय चंपत राय जानते थे कि उनके वहाँ गिरफ्तार होने पर क्या हो सकता है। पुलिस को भी अनुमान था कि छात्रों का कितना अधिक प्रतिरोध हो सकता है।

प्रोफ़ेसर चंपत राय ने पुलिस अधिकारियों से कहा, आप जाइये में बच्चों की क्लास खत्म कर थाने आ जाऊँगा। पुलिस वाले इस व्यक्ति के शब्दों के वजन को जानते थे अतः वे लौट गए।क्लास खत्म कर बच्चों को शांति से घर जाने के लिए कह कर प्रोफेसर चंपत राय घर पहुँचे, माता पिता के चरण छू आशीर्वाद लिया और लंबी जेल यात्रा के लिए थाने पहुंच गए।

18 महीने उत्तर प्रदेश की विभिन्न जेलों में बेहद कष्टकारी जीवन व्यतीत कर जब बाहर निकले तो इस दृढ़प्रतिज्ञ युवा के आत्मबल को संघ के सरसंघचालक श्री रज्जू भैया ने पहचाना और श्री राममंदिर की लड़ाई के लिए अयोध्या जी को तैयार करने का जिम्मा उनके कंधों पर डाल दिया।

चंपत राय ने अपनी सरकारी नौकरी को लात मार दी और राम काज में जुट गए। वे अवध के गाँव गाँव गये हर द्वार खटखटाया। स्थानीय स्तर पर ऐसी युवा फौज खड़ी की जो हर स्थिति से लड़ने को तत्पर थी। अयोध्या के हर गली कूँचे ने चंपत राय को पहचान लिया और हर गली कूंचे को उन्होंने भी पहचान लिया। उन्हें अवध का इतिहास, वर्तमान, भूगोल की ऐसी जानकारी हो गई कि उनके साथी उन्हें “अयोध्या की इनसाइक्लोपीडिया” उपनाम से बुलाने लगे।

बाबरी ध्वंस से पूर्व से ही चंपत राय जी ने राम मंदिर पर “डॉक्यूमेंटल एविडेंस” जुटाने प्रारम्भ किये। लाखों पेज के डॉक्यूमेंट पढ़े और सहेजे, एक एक ग्रंथ पढ़ा और संभाला उनका घर इन कागजातों से भर गया, साथ ही हर जानकारी उंन्हे कंठस्थ भी हो गई। के. परासरण जी और अन्य साथी वकील जब जन्मभूमि की कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में उतरे तो उन्हें अकाट्य सबूत देने वाले यही व्यक्ति थे।

6 दिसंबर 1992 को मंच से बड़े बड़े दिग्गज नेता कारसेवकों को अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे थे। तमाम निर्देश दिए जा रहे थे। बाबरी ढांचे को नुकसान न पहुचाने की कसमें दी जा रहीं थीं, उस समय चंपत राय जी मंच से कुछ दूर स्थानीय युवाओं के साथ थे। एक पत्रकार ने चंपत राय से पूछा “अब क्या होगा?” उन्होंने हँस कर उत्तर दिया “ये राम की वानर सेना है, सीटी की आवाज पर पी टी करने यहां नहीं आयी…ये जो करने आयी है करके ही जाएगी.”

इतना कह उन्होंने एक बेलचा अपने हाथ में लिया और बाबरी ढांचे की ओर बढ़ गये, फिर सिर्फ जय श्री राम का नारा गूंजा और… इतिहास रचा गया। आदरणीय चंपत राय को यूं ही राम मंदिर ट्रस्ट का सचिव नहीं बना दिया गया है। उन्होंने रामलला के श्रीचरणों में अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित किया है। प्यार से उन्हें लोग “रामलला का पटवारी” भी कहते हैं। यह व्यक्ति सनातन का योद्धा है। कोई मुंह फाड़ बकवास करता कायर नहीं…

बाबरी ध्वंस के मुकदमों में कल्याण सिंह जी के बाद चंपत राय ने ही अदालत और जनसामान्य दोनों के सामने सदैव खुल कर उस घटना का दायित्व अपने ऊपर लिया है। चम्पत राय जी कह चुके हैं, जैसे ही राममंदिर का शिखर देख लेंगे युवा पीढ़ी को मथुरा की ज़िमेदारी निभाने को प्रेरित करने में जुट जाएंगे”।

चंपत राय जी धर्म की छोटी से छोटी चीजों का ध्यान रखने वाले तपस्वी और विद्वान हैं। एक बार वे किसी काम से काशी में किन्हीं के यहां रुके, तब रात्रि में देखा तो पाया कि बैड का डायरेक्शन कुछ ऐसा था कि सोते हुए पैर दक्षिण की तरफ हो जा रहे थे, उन्हें एक रात को भी यह स्वीकार नहीं था, रात में ही उन्होंने बैड का डायरेक्शन ठीक करवाया, तभी सोए। जो धोती कुर्ता पहनकर भारत का गाँव गाँव नापने वाला व्यक्ति अपने निजी जीवन में हिन्दू जीवनचर्या की छोटी छोटी बातों का हठ के साथ पालन करता है वह श्रीराममंदिर के संदर्भ में किस हद तक विचारशील और जुझारू होगा, समझा जा सकता है। राम मंदिर के लिए एक एक इंच भूमि की स्थिति समझने वाला व्यक्ति जिसके विश्वास पर देश के करोड़ों राम भक्तों ने सूक्ष्म अवधि में ही पांच हजार करोड़ समर्पण राशि दी है जो दान दाताओं की राशि नहीं मनोभाव भी समझते हैं, जिनका मन भगवान राम के चरणों पर टिका है वे कभी विपरीत परिस्थितियों में भी नहीं डिगे हैं। राम जन्मभूमि के आसपास की जमीन को दूसरा विधर्मी खरीद कर विवादास्पद ना कर दे इसलिए उस भूमि को रामजन्मभूमि में मिलाकर उन्होंने भगवान राम और भावी पीढ़ी के लिए श्रेष्ठ कार्य किया है। उनपर उंगली उठाने वाले इनकी पाँव की धूल समान भी नहीं…

17 जून 1858 में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की नायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का निधन हुआ था। रानी लक्ष्मीबाई मराठा शासित झांसी राज्य की रानी और 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना थीं। अंग्रेज़ों की शक्ति का सामना करने के लिए उन्होंने नए सिरे से सेना का संगठन किया और सुदृढ़ मोर्चाबंदी करके अपने सैन्य कौशल का परिचय दिया था। लक्ष्मीबाई ने न केवल भारत की बल्कि विश्व की महिलाओं को गौरवान्वित किया। उनका जीवन स्वयं में वीरोचित गुणों से भरपूर, अमर देशभक्ति और बलिदान की एक अनुपम गाथा रहा। अंग्रेज़ों के विरुद्ध रणयज्ञ में अपने प्राणों की आहुति देने वाले योद्धाओं में वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का नाम सर्वोपरि माना जाता है।