🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 04 जनवरी 2021*
⛅ *दिन – सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2077*
⛅ *शक संवत – 1942*
⛅ *अयन – दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु – शिशिर*
⛅ *मास – पौष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – मार्गशीर्ष)*
⛅ *पक्ष – कृष्ण*
⛅ *तिथि – षष्ठी 05 जनवरी प्रातः 05:46 तक तत्पश्चात सप्तमी*
⛅ *नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 07:17 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*
⛅ *योग – आयुष्मान् सुबह 08:02 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
⛅ *राहुकाल – सुबह 08:39 से सुबह 10:00 तक*
⛅ *सूर्योदय – 07:18*
⛅ *सूर्यास्त – 18:09*
⛅ *दिशाशूल – पूर्व दिशा में
रवि……………………….दक्षिणायन
मास……………………………..पौष
पक्ष……………………………..कृष्ण
सूर्योदय………..प्रातः 07.08.53 पर
सूर्यास्त………..संध्या 05.55.58 पर
सूर्य राशि…………………………धनु
चन्द्र राशि……………………….सिंह
गुरु राशि……………………….मकर
नक्षत्र…………………..पूर्वाफाल्गुनी
संध्या 07.10 पर्यंत पश्चात उत्तराफाल्गुनी
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
04 जनवरी सन 2021 ईस्वी ।
⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
प्रातः 12.10 से 12.52 तक ।
👁🗨 *राहुकाल :-*
प्रात: 08.31 से 09.51 तक ।
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*धनु*
05:46:24 07:52:46
*मकर*
07:52:46 09:39:13
*कुम्भ*
09:39:13 11:12:44
*मीन*
11:12:44 12:43:55
*मेष*
12:43:55 14:24:38
*वृषभ*
14:24:38 16:23:16
*मिथुन*
16:23:16 18:36:57
*कर्क*
18:36:57 20:53:07
*सिंह*
20:53:07 23:04:56
*कन्या*
23:04:56 25:15:36
*तुला*
25:15:36 27:30:13
*वृश्चिक*
27:30:13 29:46:24
🚦 *दिशाशूल :-*
पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें ।
☸ शुभ अंक………………..4
🔯 शुभ रंग………………सफ़ेद
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.11 से 08.31 तक अमृत
प्रात: 09.51 से 11.10 तक शुभ
दोप. 01.50 से 03.10 तक चंचल
अप. 03.10 से 04.30 तक लाभ
सायं 04.30 से 05.50 तक अमृत
सायं 05.50 से 07.30 तक चंचल ।
💥 *विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
📿 *आज का मंत्र :-*
॥ ॐ नागचंद्रेश्वराय नम: ॥
📢 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
पात्रेभ्यः दीयते नित्यमनपेक्ष्य प्रयोजनम् ।
केवलं त्यागबुध्दया यद् धर्मदानं तदुच्यते ॥
अर्थात :-
किसी प्रकार के प्रयोजन बिना, जो केवल त्यागबुद्धि से दिया जाता है, वही धर्मदान कहलाता है ।
🍃 *आरोग्यं :-*
*हीमोग्लोबिन बढ़ाने के घरेलू उपाय -*
*2. विटामिन सी -*
हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाये, अगर आप इस पर विचार कर रहे हैं तो आपको अपनी डाइट में विटामिन सी को शामिल करना चाहिए। आपको बता दें कि शरीर में विटामिन सी कई तरह की रासायनिक क्रियाओं में सहायक होता है। यह हमारी सेहत के साथ-साथ सौंदर्य व त्वचा के लिए भी महत्वपूर्ण है। एक्सपर्ट के मुताबिक आयरन और विटामिन सी दोनों का संयोजन होना महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तरार्द्ध एक वाहक समृद्ध अणु है जिसका उपयोग आयरन के बेहतर अवशोषण के लिए किया जा सकता है। हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आप संतरे, नींबू, स्ट्रॉबेरी, पपीता, शिमला मिर्च, ब्रोकोली, अंगूर और टमाटर जैसे विटामिन सी से समृद्ध खाद्य पदार्थ खाएं।
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। घर-परिवार की आवश्यकताओं पर व्यय होगा। वाहन इत्यादि के प्रयोग में लापरवाही न करें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। लाभ में वृद्धि होगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भावनाओं में न बहें। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शेयर मार्केट में सोच-समझकर निवेश करें। मनोरंजन का समय मिलेगा। दूर यात्रा की योजना बनेगी।
👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
किसी अपरिचित की बातों पर विश्वास न करें। विवेक से कार्य करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कारोबार में फायदे के सौदे होंगे। नौकरी में जवाबदारी बढ़ेगी। आय बनी रहेगी। जल्दबाजी से बड़ा नुकसान हो सकता है। विशेषकर गृहिणियां सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ प्राप्त हो सकता है। घर-परिवार के लोगों से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। भाग्य का साथ मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
नौकरी में कोई गलती हो सकती है। उच्चाधिकारी की नाराजी झेलना पड़ सकती है। कार्यों में विलंब होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। खिन्नता रहेगी। दौड़धूप अधिक रहेगी। थकान महसूस होगी। दूर से अच्छे समाचार नहीं मिलेंगे। तनाव रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।
🙎🏻♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
नौकरी में कार्यकुशलता का विकास होगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी। रचनात्मक कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पठन-पाठन व लेखन आदि में मन लगेगा। व्यापार खूब चलेगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। सामाजिक कार्यों में भाग लेने की इच्छा जागृत होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी संतुष्ट व प्रसन्न रहेंगे। आय बनी रहेगी। जल्दबाजी व लापरवाही से कोई कार्य न करें। परिवार की चिंता रहेगी।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
अच्छी तथा उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से संतुष्टि रहेगी। शेयर मार्केट में सोच-समझकर हाथ डालें। बाहर जाने का मन करेगा। परिवार के साथ प्रसन्नतापूर्वक समय व्यतीत होगा। नए मित्र बनेंगे। घर में अतिथियों का आगमन हो सकता है। विवाद न करें।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
नौकरी में जवाबदारी बढ़ेगी। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक खर्च हो सकता है। यात्रा से लाभ होगा। रुका हुआ धन प्राप्ति के योग हैं। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है। शेयर मार्केट में जोखिम न उठाएं। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। प्रसन्नता रहेगी।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार से लाभ होगा। रोजगार प्राप्ति में प्रभावशाली व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में जवाबदारी बढ सकती है। निवेश शुभ रहेगा। सभी कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
नई योजना बनेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके कार्यों को पूर्ण करने का समय अनुकूल है, लाभ लें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। विवाद से बचें। कीमती वस्तु गुम या चोरी हो सकती है। थकान रहेगी।
🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
व्यवसाय ठीक चलेगा। आय से संतुष्टि नहीं होगी। धैर्य रखें। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। कुसंगति से हानि होगी। कोई भी बड़ा निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। चोट व रोग से बाधा संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *सर्दियों में उठायें मेथीदानों से भरपूर लाभ*
➡ *मेथीदाना उष्ण, वात व कफनाशक, पित्तवर्धक, पाचनशक्ति व बल वर्धक एवं ह्रदय के लिए हितकर है | यह पुष्टिकारक, शक्ति – स्फूर्तिदायक टॉनिक की तरह कार्य करता है | सुबह – शाम इसे पानी के साथ निगलने से पेट को निरोग बनाता है, कब्ज व गैस को दूर करता है | इसकी मूँग के साथ सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं | यह मधुमेह के रोगियों के लिए खूब लाभदायी हैं |*
➡ *अपनी आयु के जितने वर्ष व्यतीत हो चुके हैं, उतनी संख्या में मेथीदाने रोज धीरे – धीरे चबाना या चूसने से वृद्धावस्था में पैदा होनेवाली व्याधियों, जैसे – घुटनों व जोड़ों का दर्द, भूख न लगना, हाथों का सुन्न पड़ जाना, सायटिका, मांसपेशियों का खिंचाव, बार – बार मूत्र आना, चक्कर आना आदि में लाभ होता है | गर्भवती व स्तनपान करानेवाली महिलाओं को भुने मेथीदानों का चूर्ण आटे के साथ मिला के लड्डू बना के खाना लाभकारी है |*
💪🏻 *शक्तिवर्धक पेय* 💪🏻
*दो चम्मच मेथीदाने एक गिलास पानी में ४ – ५ घंटे भिगोकर रखें फिर इतना उबालें कि पानी चौथाई हिस्सा रह जाए | इसे छानकर २ चम्मच शहद मिला के पियें |*
💊 *औषधीय प्रयोग* 💊
👉🏻 *कब्ज : २० ग्राम मेथीदाने को २०० ग्राम ताजे पानी में भिगो दें | ५ – ६ घंटे बाद मसल के पीने से मल साफ़ आने लगता है | भूख अच्छी लगने लगती है और पाचन भी ठीक होने लगता है |*
🚶🏻♀ *जोड़ों का दर्द : १०० ग्राम मेथीदाने अधकच्चे भून के दरदरा कूट लें | इसमें २५ ग्राम काला नमक मिलाकर रख लें | २ चम्मच यह मिश्रण सुबह – शाम गुनगुने पानी से फाँकने से जोड़ों, कमर व घुटनों का दर्द, आमवात ( गठिया ) का दर्द आदि में लाभ होता है | इससे पेट में गैस भी नहीं बनेगी |*
🙇🏻 *पेट के रोगों में : १ से ३ ग्राम मेथीदानों का चूर्ण सुबह, दोपहर व शाम को पानी के साथ लेने से अपच, दस्त, भूख न लगना, अफरा, दर्द आदि तकलीफों में बहुत लाभ होता है |*
💪🏻 *दुर्बलता : १ चम्मच मेथीदानों को घी में भूनके सुबह – शाम लेने से रोगजन्य शारीरिक एवं तंत्रिका दुर्बलता दूर होती है |*
👩🏻 *मासिक धर्म में रुकावट : ४ चम्मच मेथीदाने १ गिलास पानी में उबालें | आधा पानी रह जाने पर छानकर गर्म – गर्म ही लेने से मासिक धर्म खुल के होने लगता है |*
🚶🏻 *अंगों की जकड़न : भुनी मेथी आटे में गुड़ की चाशनी मिला के लड्डू बना लें | १ – १ लड्डू रोज सुबह खाने से वायु के कारण जकड़े हुए अंग १ सप्ताह में ठीक हो जाते हैं तथा हाथ – पैरों में होनेवाला दर्द भी दूर होता है |*
💥 *विशेष : सर्दियों में मेथीपाक, मेथी के लड्डू, मेथीदानों व मूँग – दाल की सब्जी आदि के रूप में इसका सेवन खूब लाभदायी है|*
🔥 *सावधानी : मेथीदाने का सेवन शरद व ग्रीष्म ऋतुओं में, पित्तजन्य रोगों में तथा उष्ण प्रकृतिवालों को नही करना चाहिए |*
📖 *हिन्दू पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
🙏🏻 *स्त्रोत – लोक कल्याण सेतु – नवम्बर २०१६ से*
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