यात्री फिर भगवान भरोसे

………………कृष्ण कुमार सेमवाल

बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा इन दिनों अपने चरम पर है और वीआईपी यात्रियों की आवाभगत मे दोनो जिलो का शासन प्रशासन व मंदीर समिति शीर्षासन करने को मजबूर है। वहीं यात्रियों की ओर से आंख मूंदे बैठी सरकारी मशीनरी की घोर लापरवाही का नतीजा ये है कि आज केदारनाथ मे ओलावृष्टि और ठंड से तीर्थ यात्रियों की जान गंवाये जाने की सूचना आ रही है। केदारनाथ मंे सरकार कभी हेली कम्पनी के नाम पर कभी वीआईपी भक्तांे के नाम पर आम गरीब श्रद्धालुओं का चारांे ओर से शोषण तो कर रही है पर सुविधाओं के नाम पर सिफर है। भगवान को सोना चांदी और लाखों करोडों रूपये दान करने वाले दान दाताआंे से माला-माल मंदिर समिति का क्या ठंड से बेमौत मारे जा रहे तीर्थ यात्रियों के प्रति भी कोई कर्तव्य बनता है या नहीं या फिर पिछली घटनाओं से कोई सबक लेने को तैयार ही नही है।