उत्तराखंड के दो और जवान शहीद, 02 दिन में उत्तराखण्ड से 4 जवानों ने दिया श्रेष्ठ बलिदान, उत्तराखंड सरकार की ओर शहीदों के परिजनों को सरकारी नौकरी का आश्वासन

✍️हरीश मैखुरी

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए उत्तराखंड के दो और जवानो  शहीद हो गए हैं . टिहरी गढ़वाल के खारी गांव के रहने वाले सूबेदार अजय रौतेला जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। कल दोपहर में समाचार मिला कि शाम को ही पौड़ी गढ़वाल के एक और जवान श्री हरेंद्र नायक के भी सीमा पर शहीद हो गए हैं। उत्तराखण्ड प्रदेश के लिए अत्यंत वेदनापूर्ण और लोमहर्षक है कि  02 दिन में 4 जवान शहीद हो गए हैं। बीते 14 अक्टूबर को जम्मू के पुंछ इलाके में गोलाबारी के दौरान जवान शहीद हो गए थे जिनके शव उत्तराखंड पंहुच हैं। 

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 14 अक्टूबर को शहीद हुए उत्तराखंड के दोनों जवानों के पार्थिव शरीर शनिवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर गार्ड आफ आनर और श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद दोनों सैनिकों के पार्थिव शरीर उनके गांवों भेजे गए। एयरपोर्ट पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने शहीदों के स्वजन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की। बता दें कि टिहरी के जवान विक्रम सिंह नेगी और चमोली योगंब्बर सिंह भंडारी घायल हो गए थे जिनकींं उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी।

Two more soldiers of Uttarakhand martyred, 4 soldiers from Uttarakhand made the best sacrifice in 02 days, Government of Uttarakhand assured government jobs to the families of the martyrs

आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर भारत के जवानों की निरंतर हत्यायें किया जाना देश के लिए चिंता और चिंतन का विषय होना चाहिए। दो दिन पहले चमोली जनपद के सेम सांकरी गांव के जवान 27 वर्ष के योगम्बर सिंह भंडारी तथा टिहरी के 26 वर्षीय विक्रम सिंह नेगी कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों के विरुद्ध सर्च आप्रेशन के दौरान आतंकवादियों की गोलीबारी में मारे गए। अब समाचार है टिहरी गढ़वाल के खारी गांव के रहने वाले सूबेदार अजय रौतेला जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। कल दोपहर में यह खबर पहुंची थी कि शाम को ही पौड़ी गढ़वाल के एक और जवान श्री हरेंद्र नायक के भी सीमा पर शहीद होने का दुःखद समाचार है प्रदेश भर के लिए अत्यंत दुखद है कि 02 दिन में 4 जवान शहीद हो गए। हमारे इतने महत्वपूर्ण जवानों की हत्या दो कोड़ी का इस्लामी आतंकवादी कर देता है, जवानों के घर उजड़ जाते हैं और सेना अपना सालों में तैयार होने वाला देश रक्षक महत्वपूर्ण जवान खो देती है। इनमें से सैकड़ों जवान तो अपनी मां बाप की इकलौती संतान होते हैं। जबकि आतंकवादियों की संख्या सुवरों की तरह बढ़ रही है। एक मारा जाता है दस तैयार हो जाते हैं। कल्पना करो यदि आप्रेशन आल आउट अभियान नहीं चलता तो अब तक आतंकवादी देश के क्या हाल करते!! हमें कुछ वर्षों पहले तक भारत के शहर शहर होने वाले बम विस्फोट और टीवी पर चलने वाले सरकारी विज्ञापन ‘अनजान वस्तु ना छुयें वो बम हो सकता है’ कभी भूलना नहीं चाहिए। आतंकवादी निरंतर अपडेट हो रहे हैं दुनियां पर कब्जा करने के लिए नये नये तरीके अपना रहे हैं हाल ही में तालिबानी आतंकवादियों ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है, यह भारत के लिए सदैव एक ज्वलंत मुद्दा होना चाहिए। अब समय है इन आतंकियों से निबटने की कोई नयी कारगर रणनीति बनानी होगी। जो नेता या साहित्य आतंकवादियों का पक्ष लेता है उसे तत्काल भारत में बैन किया जाना चाहिए और आतंकवाद की श्रेणी में रखा जाना चाहिए। अन्यथा आतंकवाद कितना खतरनाक और दूरगामी है कि जिन आतंकवादियों को तत्कालीन परिस्थितियों के कारण कंधार छोड़ा गया था आज वे ही पाकिस्तान में बैठकर आतंकवादी गिरोह चला रहे हैं, और आधी दुनियां दहला रहे हैं। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि एक भी आतंकवादी का जिंदा रहना समूची धरती के लिए कितना घातक है। जब तक आतंकवादियों का समूची धरती से उन्मूलन नहीं हो जाता तब तक भोले-भाले निर्दोष लोग और हमारे महत्वपूर्ण जवान मारे जाते रहेंगे और हम केवल श्रध्दांजलि देते रहेंगे!!