सरकार की उदासीनता से बढ़ी बेरोजगारी – हरीश रावत

 बेरोजगारी को लेकर रविवार को उत्तराखंड यूथ कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार पर निशाना साधा। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष Srinivas BV के नेतृत्व में कांग्रेस ने विधानसभा के निकट रिस्पना पुल से कांग्रेस भवन तक प्रदर्शन किया और उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह सरकार को रोजगार के मुद्दे पर घेरा।

उन्होंने कहा कि सरकार गत तीन सालों में रोजगार मुहैया कराने और नयी नियुक्तियों के मामले में असफल रही है। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष Srinivas BV इस अवसर पर कहा कि विकास और रोजगार सरकारों की प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन वर्तमान सरकार में उत्तराखंड पिछड़ गया है।

     इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश कहा कि राहुल गांधी के विशेष प्रतिनिधि और युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष Srinivas BV का देहरादून में स्वागत करते हुये मुझे बेहद खुशी हो रही है उनके आगमन से आज हमारे राज्य के युवाओं में एक नया जोश पैदा हुआ है। हरीश रावत अगले हफ्ते रोजगार के सवाल पर उपवास भी करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहाड़ों में पर्वतीय विकास की अनेक योजनाएं शुरू की थी जिन्हें वर्तमान सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया। हरीश रावत ने कि उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की दिशा में कार्य करना होगा। 

      लेकिन भारतीय जनता पार्टी की ओर से मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष को रोजगार वर्ष घोषित किया था और अधिकांश विभागों में नियुक्तियां हो चुकी हैं या प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि अनेक नियुक्तियों और विज्ञप्तियों पर लोग स्टे भी लाये जिनका सरकार द्वारा प्रतिवाद भी किया जाता रहा है, सरकार नियुक्तियों के लिए प्रतिबद्ध है। यही नहीं सरकार ने इस कोरोना काल के दौर में भी उपनल के माध्यम से बेरोज़गारों के लिए नियुक्तियों का रास्ता साफ कर दिया है 

          शाम को हरीश रावत ने खुद भी फेसबुक पर त्रिवेंद्र सिंह की तारीफ में लिखा कि “कल श्री त्रिवेंद्र_सरकार ने दो अच्छे फैसले लिये, उत्तराखंड आने वाले #पर्यटकों को 25% किराया राशि का भुगतान जो ₹1000 तक का होगा और दूसरा #उपनल के माध्यम से भर्ती का। मैं थोड़ा सा और जोड़ना चाहता हूं यदि इस राशि को बढ़ाकर इस लीन पीरियड के लिये, जो शायद कारोना के रहते लंबा भी चल सकता है। आप 8% छूट को और बढ़ाईये इसे 33% करिये और 17% छूट या सब्सिडी #होटलियर्स दें और इस पैकेज में ऑक्सीजन रिचार्जिंग अर्थात हमारे जंगलों में कुछ स्थानों को चिन्हित किया जाय, जहां दिन में लोगों को लंच और चाय के लिये वहां ले जाकर, उनको ऑक्सीजन रिचार्ज की जाय और मैं समझता हूं कोरोना से पीड़ित और अब स्वस्थ हो चुके लोग बड़ी संख्या में उत्तराखंड की तरफ रुख करेंगे। मेरा राज्य सरकार को सुझाव है कि उपनल से भर्ती जरूर करियेगा मगर भाई-भतीजावाद से उपनल को बचाकर के रखियेगा, #भाजपा के मामले में भाई-भतीजावाद का डर बना रहता है। एक और अच्छा निर्णय लिया गया है, जौनसार भाबर में वर्ग-3 और वर्ग-4 की जमीनों के नियमितीकरण का, वर्ष 2016 में हमारी सरकार ने वर्ग-3, वर्ग-4 और जो कई उप वर्ग हैं, जमीनों के तराई भाबर और हरिद्वार में, दूसरे पहाड़ों में उनके नियमितीकरण का और हमने उसमें कब्जेदारी की भूमि को भी सम्मिलित किया था, बंगालियों एवं बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों को इसका लाभ मिला था, हमने पहाड़ों में कई स्थानों पर हरिग्राम हैं, गांधीग्राम हैं, इंदिरा ग्राम हैं, जहां हमारे दलित भाई आबाद हैं उनके नियमितीकरण का भी फैसला लिया था, हमने नजूल भूमि का भी नियमितीकरण का फैसला लिया था, सरकार जहां जौनसार भाबर के लोगों को वर्ग-3, वर्ग-4 की जमीन के नियमतीकरण के फैसले के लिये बधाई, वहीं वर्ग-3, 4 शेष जगह नियमितीकरण और विशेष तौर पर नजूल की भूमि का नियमतिकरण में जो शिथिलता बरती जा रही है, मैं समझता हूं वो गलत है, वर्ष 2016 से वर्ष 2020 की दूरी काफी लंबी होती है, बड़ा टाइम लगा रहे हैं त्रिवेंद्र सिंह जी आप चलने में।”