भीड़ भाड़ व कोरोना से बचाव हेतु उत्तराखंड सरकार की नयी एडवाईरी

  • उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने वाहनों के अभाव में लोगों द्वारा पैदल ही चलने और उत्तर प्रदेश की सीमाओं में जगह-जगह फंसे लोगों की स्थिति का तत्काल संज्ञान लिया गया है। मुुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क कर उत्तराखंड के निवासियों को बस सुविधा उपलब्ध कराए जाने के संबंध में संपर्क किया जिसका परिणाम यह हुआ कि योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा बस सेवा उपलब्ध कराकर उत्तराखंड वासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण कदम उठाया।

वहीं देर शाम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ बातचीत करके नई एडवाइजरी जारी की। और प्रदेश में कोरोना वायरस की अद्यतन स्थिति और इसके संक्रमण को कम करने के लिए की गई तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि गेहूँ की आटा मिलें चलती रहें, ये सुनिश्चित कर लिया जाए। पंजीकृत और अन्य श्रमिकों व अन्य ज़रूरतमंदों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। आवश्यक सावधानियां बरतते हुए फार्मा इंडस्ट्री चलती रहें। जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनको होम क्वारेंटाईन कराया जाए। कोरोना संदिग्ध लोगों जिनकी रिपोर्ट लम्बित है, को सख्ती के साथ घर पर क्वारेंटाईन किया जाए। इस पर लगातार चैकिंग भी की जाए। जिलाधिकारी इनको क्रास चेक करा लें। जिलों में होम डिलीवरी व्यवस्था को मजबूत करें। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने अभी तक की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसी प्रकार आपसी समन्वय से आगे भी काम करना है। कोई  छोटी से छोटी कोताही भी नहीं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता होने पर देहरादून व हल्द्वानी में 500 बेड के प्री फैब कोरोना अस्पताल बनाए जा सकते हैं, इसके लिए संबंधित जिलाधिकारी 5 एकङ भूमि चयनित कर लें। जिन भी सीएमओ व अन्य अधिकारियों के नम्बर सार्वजनिक कर रहे हैं उन्हें सहायक भी दे दे। छोटी आटा चक्कियो को चलने दे। थोक सप्लाई को न रोके। दुकानों पर रेट लिस्ट अवश्य लगें। फूड प्रोसेसिंग से संबंधित फेक्ट्री चलती रहें। कल मार्केट आवश्यक वस्तुओं के लिए सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक खुले रहेंगे। फल सब्जी की ठेलिया चल सकती हैं। चार पहिया वाहन पूरी तरह बंद रहेंगे। दोपहिया वाहन सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक चलेंगे परंतु इनपर एक ही व्यक्ति बैठेगा।

बैठक में सचिव श्री नितेश झा ने बताया कि अभी उत्तराखंड कोरोना के फेज एक में ही है। यहां पाए गए पाजिटिव केस बाहर से आए हुए हैं। स्थानीय संक्रमण नहीं हुआ है। सोशल डिस्टेंसिंग रखने में सफल रहे तो राज्य में कोरोना मामलों को रोकने में अवश्य कामयाब रहेंगे। आयुष चिकित्सकों की सेवाएं भी ली जाएंगी। जिला चिकित्सालयों में कोरोना स्पेसिफिक अस्पताल स्थापित कर रहे हैं। आवश्यक दवाओं और उपकरणों की व्यवस्था की गई है।

सचिव श्री सुशील कुमार ने बताया कि खाद्यान्न पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

बैठक में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी श्री अनिल कुमार रतूङी, सचिव अमित नेगी अन्य शासन के वरिष्ठ अधिकारी, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जिसमें मुख्य फोकस शोशल डिस्टेंशिग पर ही रहा। क्योंकि कोरोना महामारी से बचने का यही मुख्य उपाय है। इसके लिए कई जगह नये प्रयोग भी देखने को मिल रहे हैं। 

उत्तराखंड: कोरोना अपडेट में बताया गया कि 323 सैम्पल जांच को भेजे गए 278 की जांच रिपोर्ट आ गई 273 मामले नेगेटिव आये45 सैम्पल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है जबकि 05 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है 

कोरोना महामारी से बचने के लिए भी सामान्य लोगों को इसके फैलने और इससे बचाव की जानकारी हम आवश्यक समझते हैं। चीन में डॉक्टरों द्वारा कोरोना वायरस से मारे गए लोगों का पोस्ट-मार्टम करने के बाद पताचला कि कोकोरोना वायरस स्वास नली में जाकर म्यूकस की लेयर बना लेता है जो सॉलिड हो जाती है और स्वास नली बंद हो जाती है .इलाज़ के लिए डॉक्टर्स इसी नली को खोलने की कोशिश करते हैं और दवाई देते हैं, हलाकि इसमें कई दिन लगते हैं और पेशेंट क्रिटिकल हो जाता है। 

✍डॉक्टरों द्वारा इससे बचने के कुछ परामर्श दिया गया है, जो बहुत उपयोगी हो सकते हैं –

👉१. दिन भर समय समय पर गरम पेय का सेवन करें जैसे की कॉफी, चाय, सूप, गरम पानी| हर 20मिनट में गरम पानी पिए| ऐसा करने से मुँह सूखेगा नहीं और अगर कोई वायरस आ गया होगा तो वो पेट में चला जायगा और गैस्ट्रिक जुसो की वजह से ख़तम हो जायगा इसके पहले की वो lungs तक पहुंच के पकड़ बना पाए.

👉२. हर दिन antiseptic जैसे की विनेगर या लेमन या साल्ट और गरम पानी से गरारे करें .

👉३. वायरस बालो और कपड़ो में चिपक जाता है| किसी भी साबुन या डिटर्जेंट से वो मर जाता है| इसलिए बाहर से घर आते ही सबसे पहले बिना कहीं बैठे सीधे बाथरूम जाके नहा लें | अगर कपडे धो नहीं सकते तुरंत तो धुप में रख दे कपड़ो को |

👉४. मैटेलिक जगहों पर वायरस 9 दिन तक रह सकता है . इसलिए ऐसी कोई चीज़ हो तो उसे जरूर साफ़ करें| सीढ़ीओं की रेलिंग, डोर हैंडल्स आदि को छूने से बचे और घर साफ़ करते रहे

👉५. सिगरेट न पियें।धुम्रपान निषेध।

👉६. हर 20 मिनट में 20 सैकेण्ड के लिए किसी भी झाग वाले साबुन से अच्छे से हाथ धोएं |

👉७. सब्जियां और फल खाएं | Zinc और विटामिन-c दोनों को बढ़ाने की कोशिश करें

👉८. जानवरो से ये इंसानो को नहीं हो सकता | ये इंसान से इंसान को होता है |

👉९. एहतियात बरते की आपको वायरल फीवर या नार्मल कोल्ड और फ्लू ना होने पाए क्यूंकि उससे इम्युनिटी सिस्टम (रोग से लड़ने की शरीर की क्षमता) कमजोर हो जाता है | ठंडा पानी या ठन्डे पेय ना पिएं

👉१०. अगर आपको इन दिनों कभी भी गला ख़राब या खांसी या खराश लगे तो ऊपर बताये गए सुझावों को तुरंत प्रयोग ही करें | वायरस शरीर में ३-४ दिन इसी तरह गले में रह कर lungs में पहुंच जाता है | इसलिए बचाव के तौर पर एवं कोई भी लक्षण आने पर ऊपर बताय तरीके अपनाये 

अपना और सभी अपनो का ध्यान रखें | इस महामारी से लड़ने के लिए देश का साथ दे। घर में ही रहे घरों से बाहर ना निकले ।