संस्कृत शिक्षा निदेशक शिवप्रसाद खाली को उत्तराखण्ड रत्न

संस्कृत शिक्षा निदेशक शिवप्रसाद खाली को उत्तराखण्ड रत्न Uttarakhand Ratna to Sanskrit Education Director Shivprasad Khali

 देहरादून में आयोजित इन्टलेक्चुअल्स फाउण्डेशन द्वारा जननायक हेमवती नन्दन बहुगुणा जी की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली हस्तियों को उत्तराखण्ड रत्न 2020 सम्मान द्वारा सम्मानित किया गया ।

संस्था द्वारा निदेशक संस्कृत शिक्षा उत्तराखण्ड श्री एस०पी० खाली सहित 11 अन्य विभूतियों को उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में दिये गये विशेष योगदान के लिए उत्तराखण्ड रत्न 2020 से सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रयागराज से सांसद डॉ० रीता बहुगुणा जोशी थी और कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायमूर्ति श्री राजेश टंडन जी द्वारा की गयी ।

आपको बता दें एस०पी० खाली ने दिसम्बर 2019 में उत्तराखण्ड संस्कृत निदेशक का कार्यभार ग्रहण किया था और इसके साथ ही अपर निदेशक (बेसिक) गढ़वाल मण्डल का पद भी संभाल रहे हैं ।

साधारण परिवार में जन्मे एस०पी० खाली बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं । इनका संस्कृत और हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी भाषा पर भी धारा प्रवाह पकड़ है । एस०पी० खाली का संस्कृत निदेशक बनने के साथ हासिये पर पड़ी संस्कृत भाषा के अब कुछ अच्छे दिन आयेंगे, ऐसी उम्मीद की जा रही है।

पदभार संभालते ही एस०पी० खाली ने अपने अधीनस्थ सभी विभाग और पदाधिकारियों को संस्कृत में संभाषण और पत्र प्रेषण का काम शुरू करवा दिया और स्वयं वो कई कार्यक्रमों के दौरान संस्कृत में उद्बोधन करते हुए दिखाई दिये।