मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह ने की प्लाज्मा दान की अपील, उत्तराखंड में 10 मई 2021 से टीकाकरण, इसके लिए पंजिकरण अनिवार्य, यहां दिए गए लिंक पर करें अपना पंजीकरण, पत्रकारों को वैक्सीन और उपचार हेतु सूचना विभाग की सराहनीय पहल

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों के लिए राज्य में 10 मई 2021 से टीकाकरण का कार्य आरम्भ किया जा रहा है।
उत्तराखण्ड में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा कोविड वैक्सीन का क्रय किया जा रहा है तथा कोविस 19 वैक्सीन की निर्माता कम्पनी द्वारा कोविड वैक्सीन की आशिक आपूर्ति कर दी गयी है। सचिव स्वास्थ्य श्री अमित नेगी ने वैक्सीन प्राप्त होने की जानकारी देते हुए बताया कि आज 08 मई 2021 को अपराह्न 420 बजे कोविशील्ड वैक्सीन की 1 लाख डोज इंडिगो एयरलाईन की उड़ान संख्या 68 953/04881236 से देहरादून जौलीग्रांट पहुंची, जहां से उसे प्राप्त कर राज्य औषधि भण्डार केन्द्र, चन्दरनगर के कोल्ड स्टोर / वॉक इन कूलर में रख दिया गया है और सभी जनपदों को आपूर्ति की जा रही है।

सचिव श्री अमित नेगी ने बताया कि यह वैक्सीन 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों के लिए है और अब राज्य में 10 मई 2021 से टीकाकरण का कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा। श्री अमित नेगी के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण अभियान के इस आयु वर्ग के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के लगभग 50 लाख लोगों को निशुल्क वैक्सीन दी. जायेगी। यह टीकाकरण केन्द्रों पर होगा जिसकी जानकारी कोविन पोर्टल पर लाभार्थियों को मिलेगी। ज्ञातव्य है कि टीकाकरण के लिए 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों हेतु 28 अप्रैल 2021 से कोदिन पोर्टल और आरोग्य सेतू पर रजिस्ट्रेशन की सुविधा आरम्भ कर दी गयी थी जिसमें रजिस्ट्रेशन कराने वाले साभार्थियों को टीकाकरण कराने से पूर्व ऑनलाईन अपॉइंटमेंट लेना अनिवार्य है। लाभार्थियों को अपॉइंटमेंट प्राप्त

होने के पश्चात् ही टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीनेशन के लिए जाना होगा।

वैक्सीन केवल Colwin या आरोग्य सेतु के माध्यम से स्व पंजीकरण एवं अग्रिम अपॉइंटमेंट के बाद दी जायेगी। पंजीकरण के लिए selfregistration.cowin.gov.in पर लॉगइन करना आवश्यक है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है।

*मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्लाज्मा दान की अपील की* 

*चिकित्सकों के अनुसार, 18 से 60 आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति जो कोविड संकट से मुक्ति पा चुका है अपना प्लाज्मा दान कर सकता है*

 

कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों का रक्त प्लाज्मा अन्य संक्रमित रोगियों के उपचार में सहायक सिद्ध हो रहा है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि यदि कोविड संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं तो अपना रक्त प्लाज्मा अवश्य दान करें, ताकि दूसरों की जान बचाई जा सके।

 

चिकित्सकों के अनुसार, रक्त प्लाज्मा का दान एक अत्यंत आसान प्रक्रिया है। 18 से 60 आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति प्लाज्मा दान कर सकता है और खास बात यह है कि प्लाज्मा दान करने से स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। चिकित्सकों का कहना है कि जब भी प्लाज्मा दान करें, इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पिछले 14 दिनों से आपमें किसी भी प्रकार के कोविड के लक्षण तो नहीं। प्लाज्मा दान करने से पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें और जरूरी सावधानियां बरतें।

 

मुख्यमंत्री श्री रावत ने अनुरोध किया है कि हिचकिचाएं नहीं, आगे आएं और रक्त प्लाज्मा का दान कर किसी कोरोना पीड़ित की जान बचाने में मदद कर अपनी जिम्मेदार भूमिका निभाएं।

Photoसूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान

सूचना महानिदेशक श्री रणवीर सिंह चौहान ने शनिवार को वर्चुअल माध्यम से सूचना विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में जनता तक सही एवं समय पर सूचनाएं पहुंचे, इसमें सूचना विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोविड से बचाव के लिया सरकार, शासन – प्रशासन एवं पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयासों को आम जन तक पहुंचाने में सूचना विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पत्रकार बंधु भी कोविड पर जनजागरुकता के दृष्टिगत लगातार फील्ड में हैं। इस दौरान कई बार वे भी कोविड से संक्रमित हो रहे हैं। प्रदेश में कोई भी पत्रकार बंधु संक्रमित हो रहे हैं तो, उनको विभाग की ओर से हर संभव मदद देने के प्रयास किए जाय। मुख्यालय स्तर पर एवं सभी जनपदों में मीडिया से निरंतर संवाद स्थापित किया जाय। किसी भी मीडियाकर्मी की कोविड संक्रमित होने की सूचना पर प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए उन्हें हर संभव मदद दी जाय। 

     सूचना महानिदेशक श्री रणवीर सिंह चौहान ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने पत्रकारों के कोविड वैक्सीनैशन की अलग से व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। जिला सूचना अधिकारी इस संबंध मे भी जिलाधिकारी मार्गदर्शन में समन्वय करें।
सूचना महानिदेशक ने कहा कि
नियमित निगरानी की जाय कि सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से कोई भ्रामक सूचनाएं न प्रसारित हो। कोविड के दृष्टिगत जनजागरूकता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।  मीडिया से लगातार संपर्क स्थापित किए जाय।  कोविड की इन विषम परिस्थितियों में हमारी भूमिका और बढ़ जाती है। सटीक और प्रमाणिक जानकारी जनता तक पहुंचे।

 सूचना महानिदेशक श्री रणवीर सिंह चौहान ने सभी जिला सूचना अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपदों में जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस से निरंतर संपर्क स्थापित कर कोविड से बचाव के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों एवं जन जागरूकता के लिए की जा रही पहलों को मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाया जाय। सूचनाओं के आदान – प्रदान में और तेजी लाई जाए। जनपदों में पत्रकार बंधुओं से समन्वय बना कर रखें।

 बैठक में वर्चुअल माध्यम से अपर निदेशक सूचना डॉ अनिल चंदोला, सयुक्त निदेशक श्री आशीष त्रिपाठी, उपनिदेशक श्री के. एस चौहान, श्री नितिन उपाध्याय, सहायक निदेशक श्री मनोज श्रीवास्तव, श्री रवि बिजारनियाँ एवं सभी जिला सूचना अधिकारी उपस्थित थे।

*हे दयानिधे ! रथ रोको अब, क्यों प्रलय की तैयारी है।*
*ये बिना शस्त्र का युद्ध है जो, महाभारत से भी भारी है।*
*अपने भी साथ नही अपने, जंग जीवन से यूँ जारी है।*
*ये बिना शस्त्र का युद्ध है जो, महाभारत से भी भारी है ।*
*कितने परिचित कितने अपने, कितने आखिर यूँ चले गए ।*
*जिन हाथों में दौलत-संबल, सब क्रूर काल से छले गए ।*
*हे राघव-माधव-मृत्युंजय, पिघलो ये अर्ज हमारी है ।*
*ये बिना शस्त्र का युद्ध है जो,महाभारत से भी भारी है।*
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