जाने 11सौ गरीब परिवार के जोड़ों की शादी में क्या कहा माता मंगला ने?

 

जगमोहन आजाद 



मनुष्य अपने जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के अभियन करता है। लेकिन उसके जीवन में जो सबसे बड़ा अभिनय हैं, वह है ग्रहस्थ जीवन का जिसमें मनुष्य कई तरह के अनुभवों से जीवन के असल अभिनय को समझता है।
उक्त विचार हंस कल्चर सेंटर एवं हंस फाउंडेशन की प्रेरणास्रोत माताश्री मंगलाजी ने असम के तिनसुकिया जिले में हिंदू धर्म सांस्कृतिक सुरक्षा समन्वय परिषद के तत्वावधान में आयोजित 11 सौ गरीब परिवार के जोड़ो को आशीर्वाद देते हुए व्यक्त किए।
इन नवविवाहित जोड़ो को आशीष देते हुए माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी ने कहा कि आज हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि यहां आकर इन गरीब नवविवाहित जोड़ो के साथ खड़े हैं। इसके लिए हम हिंदू धर्म संस्कृति सुरक्षा समन्वय परिषद के पदाधिकारियों को बधाई देते हैं कि उन्होंने इतना बड़ा आयोजन इस क्षेत्र में किया।
माताश्री मंगलाजी इस मौके पर नवविवाहित दंपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज आप संसार के वास्तविक जीवन से परिचित हो रहे हैं। इस जीवन में आप सब को जीवन के मूल मंत्र को जानना-समझना है और नये जीवन पथ पर चलना है। हम आप सब को इस नव जीवन के लिए आशीर्वाद प्रदान करते हैं कि आप खूब फलित फूलित है हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। साथ हम यह भी कहना चाहेंगे कि इस क्षेत्र में गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए जिस भी सेवा की आवश्यकता होगी हम हमेशा आपके साथ खड़े हैं।
इस मौके पर विशेष तौर पर पहुंचे हिमाचल सरकार के कैबिनेट गोविंद सिंह ठाकुर ने नव दंपतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह हम सब के लिए सौभाग्य की बात है कि इन गरीब नवविवाहित जोड़ो को आशीर्वाद देने के लिए माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी मौजूद हैं। जिनके आशीर्वाद से विश्व सेवा पटल पर स्वास्थ्य-शिक्षा के क्षेत्र में नित नये आयाम स्थापित हो रहे हैं। आज इस समारोह में उनका विराजमान होना श्रेयकर है।
विवाह समारोह में मौजूद वरिष्ठ संघ प्रचारक शीशीकांत जी माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज इस सामुहिक विवाह समारोह में ग्यारह सौ निर्धन श्रेणी के वर-वधू परिणय सुत्र में बंधे हैं। यह ऐतिहासिक आयोजन कई कठिनाइयों के बाद इतना बेहतर हो पाया इसके लिए मैं अपने सभी कार्य कर्ताओं का आभार प्रकट करता हूँ।
इस मौक़े पर माता मंगला जी के पीआरओ विकास वर्मा संघ प्रचारक जार्नादन देव गोस्वामी के साथ कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।