छात्र किस बात का दोषी था जिसका एनकाउंटर हुआ?

स्ट्रेचर पर पड़ी हुई एक नवजवान की लाश और शोकाकुल परिजन।  (ऐसा कहीं भी हो सकता है हम ऐसा ही समाज तो नहीं ब रहे हैं?) 

यह एक अपराधी है जिसका एनकाउंटर हुआ है? 
इसका अपराध था कि इसे 10 th में 95% से ज्यादा नंबर नहीं आए । भला ऐसे अपराध के बाद जीने का हक़ है?
तो एनकाउंटर हो गया !!
एनकाउंटर हमने और आपने मिलकर किया । हमने अपने बेटे बेटियों के 98% ,100% नंबरों के साथ फोटो छपवाए,लड्डू खिलाते,विक्टरी साइन बनाते,खिलखिलाते , ठहाके लगाते फोटो,पोस्ट …..
अखबारों ने टौपर के फोटो छापे, उनके इंटरव्यू छापे ,खैर ये तो उनका धंधा है
मगर हमने कभी सोचा कि जिसे 60 – 65 % मार्क्स आए हैं उन्हें भी जीने का हक़ है!!!
जो फेल भी हो जाएं उसे भी ज़िन्दा रहने का हक है
मार डाला हमने। 

भारतीय शिक्षा पद्धति नौकर पैदा कर रही है ….स्वरोजगार और जीवन खत्म कर रही है …..

(गुरुकुल पद्धति में करता था कोई आत्म हत्या?) अब भी समझ जाईये वर्ना आने वाली नस्ले तबाह हो जाएगी 😢😢😢

साभार- #राकेश सरावगी जी