ऋषिकेश यात्रा करें, तो गीता भवन को याद रखें

🍁 ऋषिकेश यात्रा करें, तो गीता भवन को याद रखें।

🍁 ऋषिकेश में गीता भवन सबसे सस्ती रहने और खाने की जगह है।…. ऑनलाइन सुविधा नहीं है।…. परंतु 1000 कमरे होने के कारण रूम आराम से मिल जाते हैं। …. और रूम निःशुल्क हैं। …. 1950 में सेठ गोयनका जी और ….कर्मठ भाई हनुमान प्रसाद पोद्दार जी के कारण बना ….गीता प्रेस गोरखपुर और ….गीता भवन सनातन हिन्दू धर्म के लिए समर्पित एक संस्थान है।

🍁 स्वाद और सादगी का संगम। …. गीता भवन की पूड़ी-सब्ज़ी -मिठाई की दुकान, ऋषिकेश लाजवाब है। इसलिए गीता भवन से ही भोजन करना उचित है। …हो सकता है अगल बगल की “चोटेबाज” दुकानों खाने जाएंगे संभवतः ..ऊंची दुकान-फीकी पकवान और दाम ऐसा की लूटने का अहसास हो सकता है ।

🍁 गीता भवन में लगभग 1000 कमरे हैं …. जहाँ भक्त निःशुल्क रह सकते है।… यहां रहने से पहले आपको कुछ सिक्युरिटी डिपाजिट जमा करवाना होता है … जो आपके रूम छोड़ते वक़्त आपको रिफंड कर दिया जाता है।

🍁 इसी परिसर में आयुर्वेदिक विभाग, कपड़ों की दुकान, किताब की दुकान और लक्ष्मी-नारायण मन्दिर भी स्थित हैं।

🍁 शाकाहारी भोजन, मिठाई और अन्य रसोई के सामानों की यहाँ बड़े कम मूल्य पर बिक्री होती है।…. आप यहां की प्रसिद्ध 25/- रुपये में 4 पूड़ी और सब्जी। … और वो भी शुद्ध देसी घी में बना हुआ।…. आज के ज़माने में, वो भी इतने शानदार स्वाद के साथ ग़ज़ब।🍁 यहां की कचौड़ी भी क्या कहने मात्र 10 रु में चटनी के साथ।

🍁 गीता भवन में अधिकांश मिठाइयां यहां 220/- किलो हैं। … यहां नारियल बर्फी, गोंद के लड्डदु, जलेबी आदि सादगी वाले स्वाद में है।

🍁 मिठाई दुकान की एक खासियत है कि यहां एक डिस्पले काउंटर हैं।…. उसमे हर वे चीजें, मूल्य के साथ…डिस्पले है… जो उस वक़्त उपलब्ध है।

🍁 यहां की मठरी, नमकीन, गाँठिया इतनी फेमस है कि ….लोग 5-5 किलो घर के लिए पैक करवा कर ले जाते हैं।… नमकीन की रेट 160/- किलो है।

🍁 ऋषिकेश आ रहे हैं तो गीता भवन नाश्ता/लंच या डिनर जरूर कीजिये..और यहां नही किया, तो आप एक अच्छे अनुभव से चूक जाएंगे!

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