मुख्यमंत्री ने साइबर अपराधों में रोकने हेतु की ई-सुरक्षा चक्र की शुरुआत, ‘सेवा समर्पण और विश्वास के 100 दिन’ विकास पुस्तिका का विमोचन, सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने किया संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं स्थलीय सर्वेक्षण, रेणी में बनेगा गौरादेवी स्मारक, अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअल माध्यम से

 मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने पी.टी.सी. नरेन्द्र नगर में साइबर अपराधों में रोकने हेतु ई-सुरक्षा चक्र हेल्पलाईन नम्बर 155260 का शुभारंभ किया। यह नम्बर विशेषकर वित्तीय साइबर अपराधों में त्वरित सहायता के लिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साईबर अपराध एक उभरती हुयी चुनौती है। इस चुनौती से लड़ने हेतु उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा यह अच्छा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस हेल्पलाईन नम्बर की जानकारी सबको हो, इसलिए इसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाय। आज के डिजिटल युग में साइबर क्राइम को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता लाना जरूरी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ई-सुरक्षा चक्र बुकलेट का विमोचन भी किया।
कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने उत्तराखण्ड पुलिस के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि दिन-प्रतिदिन साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने जरूरी है। हेल्पलाईन नम्बर जारी करने वाला उत्तराखण्ड देश का तीसरा राज्य बना इसके लिए उत्तराखण्ड पुलिस बधाई के पात्र है।
इस अवसर पर जानकारी दी गई कि विगत कुछ वर्षो में साईबर अपराध के मामलो मे लगातार बढोत्तरी हुई है। वित्तीय एवं गैर वित्तीय मामले सामने आ रहे है। हाल ही मे गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पीड़ितो की त्वरित सहायता प्रदान कराने हेतु एक साईबर हेल्प लाईन नम्बर 155260 जारी किया गया है। उत्तराखण्ड देश का तीसरा राज्य बना जिसे गृह मंत्रालय से साईबर हेल्पलाईन नम्बर 155260 के संचालन की अनुमति प्राप्त हुयी। इस नम्बर पर किसी भी प्रकार के वित्तीय साईबर अपराध की सूचना दी जा सकती है तथा पीड़ित को अतिशीघ्र राहत देने का प्रयास किया जायेगा। इस नई प्रणाली के लिये स्पेशल टास्क फोर्स के अधीन साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में एक ई-सुरक्षा चक्र कन्ट्रोल रुम की स्थापना की गयी है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, महानिदेशक सतर्कता,श्री वी. विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, श्री पी.वी.के. प्रसाद, पुलिस महानिरीक्षक श्री अमित सिन्हा, श्री संजय गुंज्याल, श्री पूरन सिंह सिंह रावत, श्री मुख्तार मोहसिन, पुलिस उपमहानिरीक्षक, श्री नीलेश आनन्द भरणे,निदेशक पी.टी.सी श्री राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी टिहरी श्रीमती ईवा आशीष श्रीवास्तव, एस.एस.पी टिहरी सुश्री तृप्ति भट्ट आदि उपस्थित थे।

 

 मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने छावनी परिषद् गढ़ी कैन्ट में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त पुनर्निर्मित केन्टोनमेंट जनरल हॉस्पिटल (ccc Facility) का शुभारम्भ किया। इस हॉस्पिटल में 150 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था है। जिसमें 10 बेड में आईसीयू एवं 11 वेंटिलेटर की व्यवस्था भी है। इस अस्पताल का पुनर्निर्माण मात्र 45 दिन में किया गया।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि छावनी परिषद द्वारा बहुत कम समय में आधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल का पुनर्निर्माण किया गया, इसके लिए उन्होंने छावनी परिषद के अध्यक्ष ब्रिगेडियर एस.एन सिंह एवं सीईओ सुश्री तनु जैन का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की तीसरी संभावित लहर के दृष्टिगत राज्य में सभी तैयारियां की गई है। राज्य में ऑक्सीजन बैड, आईसीयू, वेंटिलेटर आदि की पर्याप्त व्यवस्था है। जिला अस्पतालों के अलावा सीएचसी स्तर तक भी ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। डीआरडीओ के सहयोग से ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में आधुनिक कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है।
कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि छावनी परिषद में इस अस्पताल के पुनर्निर्माण से मरीजों को ईलाज के लिए अन्यत्र नहीं भटकना पड़ेगा। पिछले कुछ समय में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से सुधार हुआ है। देहरादून में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की संख्या में काफी वृद्धि की गई है।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री हरवंश कपूर, छावनी परिषद के अध्यक्ष ब्रिगेडियर एस.एन सिंह, सीईओ सुश्री तनु जैन, महन्त श्री कृष्ण गिरी, महन्त श्री भरत गिरी आदि उपस्थित थे।

 मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने गुरूवार को मीडिया सेंटर सचिवालय में आयेाजित संक्षिप्त व सादगीपूर्ण कार्यक्रम में ‘सेवा, समर्पण और विश्वास के 100 दिन’ विकास पुस्तिका का विमोचन किया। पुस्तिका का प्रकाशन सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा किया गया है। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, श्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री हरबंस कपूर, श्री विनोद चमोली, श्री मुन्ना सिंह चौहान, श्री उमेश शर्मा काउ, श्री खजानदास, श्री सहदेव सिंह पुण्डिर, श्री राजकुमार ठुकराल, श्री रामसिंह कैड़ा, श्री विनोद कण्डारी, सूचना महानिदेशक श्री रणबीर सिंह चौहान व अन्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अपर निदेशक डा.अनिल चंदोला ने किया।

 
विकास पुस्तिका के विमोचन से पूर्व दो मिनिट का मौन रख कर 2013 की केदारनाथ आपदा व केाविड में प्राण गंवाने वाले लेागों को श्रद्धांजलि दी गई।  

मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले 100 दिन में सरकार ने कोविड से सफलतापूर्वक संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ दिन में ही वे स्वयं कोविड संक्रमित हो गए। इस पर गाईडलाईन का पूरी तरह से पालन करते हुए उन्हें एक कक्ष में ही कई दिनों तक रहना पड़ा। परंतु इस अवधि में भी उन्होंने अधिकारियों से वर्चुअल मीटिंग कीं। दूर दराज के क्षेत्रों की समस्याओं का मौके पर निस्तारण के लिए वर्चुअल चैपालों का आयेाजन किया। इनमें वर्चुअल प्रतिभाग करते हुए लोगों की समस्याओं को सुना और उनका निदान करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। बड़ी संख्या में लोगों की शिकायतों को दूर किया गया। जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने मौके पर ही जनता की समस्याओं का समाधान किया।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे गांव की मिट्टी से जुड़े हैं और ग्रामीणों व आम जन के दुख दर्द को भली भांति जानते हैं। यही कारण है कि मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों से विकास प्राधिकरणों को हटाया ताकि ग्रामीणों को अनावश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने में परेशान न होना पड़े।

 
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विकास की रणनीति बना रहे थे तो कोविड की दूसरी लहर पूरे देश में आ गई। किसी को पता नहीं था कि कोविड की दूसरी लहर इस तरह का रूप लेगी। परंतु जल्द ही हमने स्थिति को पूरी तरह से सम्भाल लिया। पिछले लगभग तीन माह में हमने आईसीयू बेड, आक्सीजन बेड, वेंटिलेटर आदि की संख्या कई गुना तक बढ़ा दी। प्रत्येक जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए। सीएससी तक भी आक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी और रक्षा मंत्री जी के निर्देशों पर डीआरडीओ ने ऋषिकेश में 500 बेड का कोविड अस्पताल 14 दिन में तैयार कर दिया जबकि हल्द्वानी में 21 दिन में तैयार कर दिया। हमने राज्य में काफी तैयारी कर ली हैं। हम केाविड की तीसरी लहर के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

 
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के लोगों की आजीविका पर्यटन और तीर्थाटन से जुड़ी है। केाविड के प्रभाव से पर्यटन व्यवसायियों को हुए नुकसान की भरपायी के लिये उन्हें 5 हजार रूपये की एकमुस्त आर्थिक सहायता दिये जाने का निर्णय लिया है। इससे लगभग 50 हजार पर्यटन उद्योग भी लाभान्वित होंगे। यही नहीं पर्यटन सेक्टर से जुड़े  टूर ऑपरेटरों, एडवेंचर टूर ऑपरेटरों और राफ्टिंग गाइडों को भी 10-10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने का निर्णय लिया है। पर्यटन स्वरोजगार के लाभार्थियों को ब्याज में छूट के साथ ही लाइसेंस फीस को माफ करने की व्यवस्था की गई है।

 

मुख्यमंत्री ने 18-44 वर्ष वालों को निशुल्क टीकाकरण और गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न देने पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 45 से अधिक उम्र वालों में लगभग 65 फीसदी का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। कोविड को देखते हुए प्रदेश में हम विशेष खाद्यान्न सहायता दे रहे हैं। साढ़े सात किलो प्रति राशन कार्ड खाद्यान्न मिलता था जिसको बढ़ाकर बीस किलो  प्रतिमाह कर दिया है। आपदा में पहली बार चीनी उपलब्ध कराई गई।  

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री जी और अनेक केंद्रीय मंत्रियों से भेंट कर राज्य के विकास पर विचार विमर्श किया। उन्हें राज्य की आवश्यकताओं से अवगत कराया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की देवभूमि उत्तराखण्ड के प्रति विशेष आस्था है। प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि उत्तराखण्ड को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिल्ली दौरे में हम पूरी तैयारी से गए। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों से भेंट के दौरान मंत्रालयों के और राज्य के अधिकारी भी साथ बैठते थे। इससे मौके पर ही उत्तराखण्ड के हित में बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। हर मंत्रालय ने कुछ न कुछ दिया ही है। आईडीपीएल, ऋषिकेश को स्पेशल टूरिज्म जोन के रूप में विकसित किए जाने की योजना को स्वीकृति दी गई है। दिल्ली-रामनगर कार्बेट इको ट्रेन चलाने की सैद्धांतिक सहमति के साथ ही, टनकपुर-बागेश्वर और डोइवाला से गंगोत्री-यमनोत्री के रेललाइन के सर्वे की भी सहमति दी गई है। हरिद्वार में हेलीपैड बनाने के लिए बी. एच. ई. एल. द्वारा 4 एकड़ भूमि राज्य सरकार को दिये जाने की भारत सरकार द्वारा सहमति दी गई है। कुमायूं में एम्स के लिए भी केंद्र सरकार से अनुरोध किया है।

*सिंचाई मंत्री ने किया संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं स्थलीय सर्वेक्षण*

*हम पूरी तरह से सजग, प्रदेश में बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता इंतजामः महाराज*

हरिद्वार। प्रदेश में मानसून की दस्तक से पूर्व अपना होमवर्क पूरा करते हुए प्रदेश के सिंचाई, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को जनपद के संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं स्थलीय सर्वेक्षण करते हुए सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ सुरक्षा हेतु किये गये गए कार्यों का निरीक्षण किया।

प्रदेश के सिंचाई पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को हरिद्वार जनपद के संभावित बाढ़ प्रभावित ग्राम कांगडी, ग्राम बिशनपुर-कुंडी तटबंध, ग्राम भोगपुर-बालावाली तटबंध एवं बालावाली खानपुर तटबंध का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ-साथ बालावाली-खानपुर तटबंध का स्थलीय निरीक्षण भी किया।

सिंचाई मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया उपरोक्त सभी क्षेत्रों में गंगा नदी से बाहर सुरक्षा हेतु लगातार विभाग द्वारा होमवर्क किया जा रहा है।मानसून से पूर्व बाढ़ सुरक्षा से संबंधित तैयारियों के संबंध वह कई बार विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं।

सिंचाई मंत्री श्री महाराज ने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हम पूरी तरीके से सजग हैं। पूरे उत्तराखंड के अंदर जगह-जगह मॉनिटरिंग कमेटी बना दी गई है। श्री महाराज ने कहा कि भोगपुर से बालावाली तटबंध की सुरक्षा हेतु नाबार्ड मद के अंतर्गत 02 संख्या स्परों के निर्माण की योजना जिसकी लागत 231. 38 लाख, बालावाली से खानपुर तटबंध में नाबार्ड मद से 568.06 लाख की बाढ़ सुरक्षा योजना गतिमान है। इसके तहत 100 मीटर लंबाई के 4 स्पर तथा तटबंध की स्ट्रेन्थिनिंग आदि का कार्य 80 प्रतिशत तक पूर्ण किया जा चुका है। जबकि शेष कार्य भी शीघ्र ही पूर्ण कर दिया जाएगा।

सिंचाई मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि बालावाली से खानपुर तटबंध के पुनर्निर्माण की एक वृहद योजना जिसकी लागत 11512.18 लाख है, स्वीकृति हेतु जी.एफ.सी.सी. पटना को प्रेषित की गई है, जिसकी स्वीकृति हेतु कार्यवाही की जा रही है।

उन्होंने कहा कि पूर्व निर्मित बन्धों की तात्कालिक सुरक्षा हेतु वायरक्रेट स्पर एवं चैनेलाईजेशन हेतु भोगपुर से बालावाली तटबंध की सुरक्षा के लिए 01 संख्या, बालावाली से खानपुर तटबंध की सुरक्षा हेतु 07 संख्या, खानपुर मार्जिनल बंध की सुरक्षा हेतु 02 संख्या, बिशनपुर कुण्डी बंध की सुरक्षा हेतु 05 संख्या, कांगड़ी में बाढ़ सुरक्षा हेतु 02 संख्या, गाजीवाली में 03 संख्या एवं सोलानी बंधे की सुरक्षा हेतु 03 संख्या सहित कुल 23 संख्या प्राक्कलन जिसकी लागत 301.69 लाख है गठित कर स्वीकृति की कार्यवाही हेतु उच्च स्तर को प्रेषित की गई है।

सिंचाई मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि इसके अतिरिक्त आपदा न्यूनीकरण के अंतर्गत गाजीवाली में 03 संख्या, कांगड़ी में 01 संख्या, सजनपुर पीली में 01 संख्या तथा बसोचन्दपुर गैण्डीखाता में कृष्णायन गौशाला की बाढ़ से सुरक्षा हेतु 01 संख्या कुल 6 संख्या जिसकी प्राक्कलन लागत 52.12 लाख है उसके लिए जिला स्तरीय आपदा न्यूनीकरण हेतु गठित समिति द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है जिस पर कि शीघ्र ही कार्य प्रारंभ कराए जाएंगे। श्री महाराज ने कहा कि मानसून के समय संवेदनशील स्थलों पर तात्कालिक बचाव हेतु वायरक्रेट एवं ई. सी बैग में रेत भरकर पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है।

जनपद में संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण के अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री कुंवर प्रणव चैंपियन, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता जयपाल सिंह, अधिशासी अभियंता डीके सिंह, अधीक्षण अभियंता एन.के. सिंह, लक्सर के एसडीएम शैलेंद्र नेगी और भाजपा के मंडल अध्यक्ष सुभाष सैनी सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

✍️*निशीथ सकलानी*
मीडिया प्रभारी, श्री सतपाल महाराज जी

बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट बताया कि जोशीमठ के चिपको नेत्री गोरा देवी के गाँव रेणी में गत 5 दिनो से बंद नीति घाटी सीमा के मोटर मार्ग को खोलने पर सहमति बनने के बाद मार्ग निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। विधायक भट्ट ने चिपको आंदोलन की प्रेणता गोरा देवी के इस गाँव मे उनका भब्य स्मारक बनाने की घोषणा की। साथ ही भूगर्भीय सर्वे के बाद प्रभावितों को मुआवजा तथा पुनर्वास की कार्यवाही त्वरित गति से करने के निर्देश विभागों को दिए।

विधायक महेंद्र भट्ट ने बताया कि जोशीमठ के बड़ागाँव रा0इण्टर कॉलेज भवन निर्माण हेतु 1 करोड़ 9 लाख 55 हजार की स्वीकृति हो गयी है। सभी क्षेत्र वासियों को हार्दिक बधाई।

कोविड महामारी के चलते इस बार 21 जून को अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअल माध्यम से मनाया जाएगा। आयुष मंत्रालय ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इसका विषय ‘‘योग के साथ रहे, घर पर रहे’’ (Be with Yoga, Be at Home) रखा गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सक लोगों को योग के महत्व बताएंगे। जन सामान्य के लिए  www.tiny.cc/yogalive आॅनलाइन योग कार्यक्रम का लिंक जारी किया गया है। वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सभी से घर पर रहकर ही योग करने की अपील की है।

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 एसके रतूडी ने बताया कि जिला आयुष विभाग अतंरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों में जुटा है। कोविड-19 के चलते आयुष मंत्रालय द्वारा योग दिवस को सतर्कता एवं सावधानीपूर्वक मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक इस महामारी से पूर्णतया निजात नही मिली है। इसलिए पिछले वर्ष की भांति इस बार भी 21 जून को डिजिटल माध्यम से ही प्रोटोकाॅल के साथ योग दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड के चलते लोग घरों में रहते रहते मानसिक तनाव से ग्रस्त हो रहे है। स्वस्थ एवं तनाव मुक्त जीवन के लिए योग बेहद जरूरी है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि आयुष विभाग द्वारा जारी बेवसाइट पर ज्यादा से ज्यादा जुड़े और घर पर रहते हुए योग करें। प्रतिभागियों को मंत्रोचारण, सूक्ष्म व्यायाम, आसन, प्राणायाम, ध्यान, संकल्प एवं शांति पाठ के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखने के गुर सिखाए जाएगें।

आयुष विभाग द्वारा आयुष रथ के माध्यम से भी कोरोना महामारी से बचने के लिए योग के महत्व एवं स्वास्थ्य पर इसके सकारात्मक प्रभावों की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मनुष्य की अधिकांश बीमारियों का उपचार तथा समाधान योग एवं स्वस्थ्य जीवन शैली में निहित है। स्वस्थ्य शरीर ही जीवन की सबसे बडी पूंजी है। वर्तमान कोरोना वैश्विक महामारी ने ऐसा संदेश पूरी मानव जाति को दे दिया है। स्वस्थ्य शरीर के लिए नियमित योग करने से बेहतर कोई सस्ता, सुलभ तथा प्रभावशाली उपाय पूरे विश्व में उपलब्ध नही है। इसलिए स्वस्थ तन और मन के लिए सभी को प्रतिदिन योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।