कोरोना अपडेट : खतरनाक है कोविड का ये वैरियेंट, केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ रमेश पोखरयाल निशंक कोरोना संक्रमित, उत्तराखंड में कोरोना संबधित नयी गाईडलाइन, मुख्यमंत्री औचक पंहुचे कोविड केयर सेंटर, पत्रकार ऐसे रख सकते हैं अपनी सुरक्षा का ध्यान

 Coronavirus New Variant In India: जीनोम सीक्‍वेंसिंग से भारत में Sars-Cov-2 के एक नए वैरिएंट का पता लगा है। B.1.618 नाम के इस वैरियंट के सबसे ज्‍यादा मामले पश्चिम बंगाल से मिले हैं। वैज्ञानिक पता लगाने में जुटे कि देश में कोरोना की तीसरी लहर से हो रही तबाही के पीछे यही वैरियंट तो नहीं? B.1.618 है इस वैरिएंट का नाम, पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा संक्रमित 
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ. रमेश पोखरयाल निशंक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताया है कि उनका कोरोना का टेस्ट पॉजिटिव आया है। वे स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं और आईसोलेट रहते हुए दवाएं भी ले रहे हैं। उन्होनें संपर्क में आये लोगों को अपना टेस्ट कराने और आईसोलेट होने का अनुरोध किया है। 
ज़ाकिर हुसैन हॉस्पिटल नासिक 
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की आक्सीजन सप्लाई बंद होने के चलते २२ लोगों की मृत्यु 

*उत्तराखंड में भी कोरोना बेलगाम *
* 24 घंटे में 34 की मौत, 4807 नए मामले*

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम रायपुर, देहरादून में बनाये गये कोविड केयर सेंटर का औचक निरीक्षण किया। इस कोविड सेंटर में कोविड- 19 के मानकों के अनुसार सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। अभी इसकी क्षमता 450 बेड है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार यहाँ 500 बेड तत्काल और बढाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने साफ़ साफ़ निर्देश दिए कि कोविड केयर सेंटर में ठहरने वाले लोगों के लिए सुरक्षात्मक दृष्टि से फ्री में आवश्यक सामग्री की किट दी जायेगी और भोजन की व्यवस्था की जाये। कोविड केयर सेंटर में सैनिटाइज़िंग, थर्मल स्क्रीनिंग, सीसीटीवी कैमरे एवं कोविड के मानकों के हिसाब से अन्य समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारु रूप से संचालित की जाएँ। 

मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि यहां आक्सीजन सपोर्ट बेड रखे जायें तथा गुणवत्ता युक्त  भोजन की व्यवस्था की जाये। शौचालयों को पूर्ण सैनिटाइज़िंग के साथ साफ़ सुथरे रखने के भी निर्देश दिए हैं। किसी कोरोना संक्रमित की स्थिति कुछ बिगङने पर तुरंत हायर सेंटर रैफर करते हुए वहां पहुंचाने की समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने डीएम देहरादून को सख़्त निर्देश दिये कि कोरोना संक्रमितों के बेसलाइन असेसमेंट की व्यवस्था सुनिश्चित करें हो और आवश्यकता अनुसार उनके ईलाज की व्यवस्था करायें। निजी अस्पतालों से भी कोविड बेड की क्षमता बढाने में सहयोग लिया जाए। 

मुख्यमंत्री ने दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कोरोनेशन अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने के निर्देश दिए हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कि सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है कि आम जन को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने पाये। सभी जिलों के अस्पतालो में पर्याप्त आक्सीजन है। दवाईयों व अन्य जरूरी उपकरणों की भी पूरी उपलब्धता है।उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार अपने समस्त संसाधनों से पूर्ण निष्ठा से प्रतिबद्ध है कि अपने प्रदेश की जनता की हर सम्भव मदद और बेहतर चिकित्सा मुहैय्या कराए। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार जनता के लिए तथा जनता के साथ मज़बूती से खड़ी है।

मुख्यमंत्री के साथ विधायक श्री उमेश शर्मा काउ व श्री खजानदास भी थे।

कोविड अपडेट* *( 8 बिन्दु )* 
—————– *21अप्रैल’2021 से*————- 
*राज्य सरकार / जिला प्रशाशन* द्वारा पारित *आदेश* अनुसार *निमिन्लिखित बिंदुओं पर अवश्य *गौर करके पालन* करने की कृपा करें :
*1.* *रात्री कर्फ्यू* 
रात्री कर्फ्यू शाम 7.00 बजे से सुबह 5.00 बजे तक रहेगा
*2.* सभी *दुकानें बंद* 2.00 बजे बन्द हो जायेंगी सिर्फ *निम्नलिखित आवश्यक सेवा प्रदान करने वाली दुकानों को खुलने की अनुमति है शाम 7 बजे तक:* 
– दूध की डेरी, फल – सब्जी की दूकान
– आवश्यक खाद्य पदार्थ की दुकानें जैसे पर्चून की दुकानें
– मीट मछली की दूकान *( FSSAI अधिकृत)* 
– दवाई की दूकान *(अधिकृत)* 
– पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी 
3. *50 प्रतिशत अनुमति* 
सार्वजानिक वाहन जैसे बस – रिक्शा आदि, बार, रेस्टोरेंट, जिम, सिनेमा हॉल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालन की अनुमति होगी
4. *पूर्णतः बंद* 
कोचिंग इंस्टिट्यूट, स्विमिंग पूल, स्पा पूर्णतः बंद रहेंगे 
5. *सीमित अनुमति* 
धार्मिक, समाजिक, राजनैतिक, विवाह आयोजन में अधिकतम *100 व्यक्तियों* की अनुमति होगी ।
6. *वाहनों को छूट* 
चिकित्सा, फल, सब्जी, पैट्रोल, गैस की आपूर्ति के वाहनों के आवागमन में छूट रहेगी ।
7. *यात्रा में छूट* 
हवाई जहाज, ट्रैन, बस से यात्रा करने वाले व्यक्तियों के आवागमन में छूट रहेगी ।
8. *निर्माण कार्य* 
सर्वजनिक हित के निर्माण व् औद्योगिक इकाइयों के क्रमिकों व् मजदूरों को आवागमन में छूट रहेगी ।
 पत्रकार भाई आपको जरूरत है विशेष सावधानी की 
*सभी पत्रकार बरतें विशेष सावधानी क्यूंकि आप स्वयं भी आसानी से हो सकतें हैं संक्रमित व संक्रमण को तेज़ी से फैला भी सकतें हैं!*
मित्रों, मैंने अपने पत्रकारिता अनुभव में ऐसा नज़ारा कभी नहीं देखा जहां एक महामारी इतनी तेज़ी से फैल रही है। सभी को ये ज्ञात है कि कोरोना बीमारी एक से दूसरे व्यक्ति को आसानी से संक्रमित हो सकता है,पत्रकारिता धर्म हमें हर छोटी से बड़ी खबर हर सूरत में जनता तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी देता है और हमारे सारे पत्रकार बंधु हर सूरत में अपना ये धर्म बख़ूबी निभाते है फिर चाहे वो दंगे हो, युद्ध हो, कोई हिंसक प्रदर्शन ,चोरी,डकैती, लूट,दुर्घटना हो या फिर कुछ और लेकिन इस बार परिदृश्य अत्यंत गंभीर है क्योंकि संक्रमण फैलाने वाली बीमारी से यदि कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो तो वो वही संक्रमण कई जगह पहुंचा सकता है । एक पत्रकार दिन भर में कई स्थानों पर जाता है, आम जनता से लेकर अफसरों, राजनीतिज्ञों पुलिस अधिकारी स्वाथय्य कर्मियों इत्यादि से मिलता है ऐसे में उसके संक्रमित होने का ख़तरा कई गुना बढ़ जाता है, ऐसे में यदि वो संक्रमित हो जाए तो उससे ज़्यादा तेज़ी से संक्रमण फैलाने वाला माध्यम और कोई दूसरा नहीं हो सकता।इसीलिए पत्रकार भाइयो को सबसे ज़्यादा सावधानी रखने की आवश्यकता है, हमेशा मास्क पहने रहना, हर थोड़ी देर में हाथ धोना,सेनिटाइजर करने, अस्पताल  और ऑब्जर्वेशन व क्वारांटेन क्षेत्र से दूरी बनाने के अलावा ये सुझाव हैं –
1) इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बंधु अति आवश्यक होने पर ही बाइट लें, और यदि लें तो बूम माइक को टेली मोड पर रख एक मीटर की दूरी बनाएं, मास्क पहने रखें और यदि हो सके तो बूम माइक स्पोंज को हर बाइट के बाद सैनिटाइजर से सेनेटाइज करें, साथ ही दिन में कम से कम दो से तीन बार माइक यूनिट व कैमरों को भी एक sanetizer में भीगी हुई गौज़ से डिसिंफेक्ट करें । 
2) प्रिंट मीडिया के पत्रकार बंधु क्षेत्र में खबर लिखते वक्त यदि डायरी पेन के इस्तेमाल कि जगह अपने मोबाइल में सॉफ्ट नोट लिख डेस्क पर भेजें तो अधिक सावधानी रहेगी, साथ ही यदि फील्ड पर किसी पी सी या अन्य कार्यक्रम में कलम लाना भूल गए हों तो किसी दूसरे की कलम लेने से बचें और यदि परिस्थिति में  इस्तेमाल कर भी लिया हो तो करने के तुरंत  बाद हाथ धोएं या सेनेटाइज करें । 
3) फील्ड के सभी पत्रकार बंधु डेस्क ऑफिस आने जाने से बचे, उपलब्ध सॉफ्टवेयर या वाट्सएप के माध्यम से डेस्क तक खबरें पहुंचाए।
4) किसी भी एयरपोर्ट, बस अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यदि चल रही स्क्रीनिंग का कवरेज या इन जगहों पर किसी संदिग्ध मरीज़ के मिलने का न्यूज़ प्वाइंट यदि बहुत आवश्यक हो तो ही कवर  करने जाएं और उचित दूरी ज़रूर बनाएं, अब अत्याधुनिक मोबाइल फोन कैमरे भी काफी दूरी तक के विजुअल साफ ले लेते हैं, टेक्नोलॉजी का उपयोग कीजिये।
5) वैसे सभी प्रदेशों में प्रेस कॉन्फ्रेंस, गोष्ठी, या अन्य कार्यक्रम स्थगित या रोक दिए गए हैं और लॉकडाउन फिर आरम्भ हुई है यदि अति आवश्यक हो तो पूरी सावधानी से अच्छी गुणवत्ता का मास्क लगा के जाएं, खत्म होते ही तुरंत निकलकर अपने इक्विपमेंट व हाथ सैनिटाइज करें । 
6) अंतिम लेकिन सबसे महत्वपूर्ण, रोज़ के अपने मूवमेंट का रिकॉर्ड या लॉग अवश्य रखें, जैसे कि सुबह घर से निकल कर और वापस काम ख़त्म करके जब आप घर लौटे तो कहां कहां गए, इसका दिनांक समेत रिकॉर्ड रखें और ज़रा सी भी तबीयत ख़राब होने पर तुरंत मेडिकल सहायता लें।
*इस परीक्षा की घड़ी में सभी पत्रकार बंधु अपने पत्रकारिता धर्म को निभाने के साथ साथ अपने स्वास्थ्य का व अपने नागरिक धर्म का भी बहुत खयाल रखें। यदि आपको सुझाव ठीक लगें हो तो अधिक से अधिक पत्रकार बंधुओं तक पहुंचा कर सभी को सजग व सावधान रखने में मेरी सहायता करें । ✍️आदिल राणा