जिला चिकित्सालय के दिन बहुरने के बढ़े आसार

 हरीश मैखुरी

जिला चिकित्सालय गोपेश्वर चमोली जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन इस चिकित्सालय में एक तो डाॅक्टरों का अकाल है और जो डाॅक्टर यहां आते भी हैं वे अपना जाने का जुगाड़ पहले बनाते हैं, दूसरा इस चिकित्सालय की चिकित्सा प्रबंध समिति अपेक्षाकृत आउटपुट नहीं दे पाती लेकिन अब इस चिकित्सालय के दिन बहुरने के आसार बढ़ रहे हैं। कायाकल्प योजना के अन्तर्गत इस चिकित्सालय को प्रदेश भर में न केवल 50 लाख रुपए मिले बल्कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सीएमओ और डीएम के प्रयासों से अब इसके रख-रखाव व सुचारु व्यवस्था की कवायद भी शुरु की जा रही है।

जिलाधिकारी आशीष जोशी की अध्यक्षता में जिला चिकित्सालय प्रबन्धन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। वित्तीय वर्ष 2017-18 के आगामी तीन माह जुलाई से सितम्बर तक विभिन्न मदों में व्यय किये जाने संबंधी प्रस्तावित व्यय 58 लाख 81 हजार रूपये का बजट प्रस्ताव की सहमति प्रदान की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने अस्पताल में वार्डो सहित एक्स-रे रूम, रोगी पंजीकरण काउन्टर का भी निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। बैठक में चिकित्सालय के वार्डो हेतु सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम के लिये एवं आॅटो एनालाइजर मशीन क्रय का प्रस्ताव शासन को भेजे जाने पर सहमति बनी। अस्पताल के मरच्युरी वाहन की बाडी चैंज करने तथा वाटर हार्वेस्टिंग टैंक की स्थापना के लिये निर्णय लिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पताल के कूडे के लिये नगरपालिका से समन्वय करते हुए उनके काॅन्टेक्ट रेट के आधार पर डस्ट विन क्रय की जांय, ताकि अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था बनी रहे। बैठक में वित्तीय वर्ष 2017-18 के आगामी तीन माह जुलाई से सितम्बर तक के लिये मजदूरी, कार्यालय व्यय, विद्युत, जलकर, लघु निर्माण, मशानों की साज सज्जा, औषधि रसायन, भोजन व्यय, टेलीफोन आदि मदों में प्रस्तावित व्यय रू0 58 लाख 81 हजार की धनराशि के व्यय के प्रस्ताव को सहमति प्रदान की गई। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया जब तक एनएचएम के तहत बजट की धनराशि प्राप्त नहीं होती है तब तक चिकित्सालय में तैनात दैनिक/संविदा कर्मचारियों को सीपीएस (चिकित्सा प्रबन्धन समिति) कि खाते से भुगतान किया जाय।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिये की लोगों की जानकारी एवं सुविधा के लिये विभिन्न स्थानों पर सीटिजन चारर्टर बोर्ड प्रदर्शित किये जाने चाहिए, ताकि लोंगों को पता रहे कि अस्पताल में कौन-कौन सी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। चिकित्सालय के पोस्टमार्डम हाउस के सुदृढ़ीकरण के लिये जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि इसका प्रस्ताव जिला योजना में प्रस्तावित किया जाय। वहीं उन्होंने आगामी 05 वर्षो में चिकित्सालय के लिये किये जाने वाले कार्यो की एक कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में सफाई की व्यवस्था एवं मरीजों को खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश चिकित्सा प्रशासन के अधिकारियों को दिये।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 बीके शुक्ला ने समिति के सम्मुख गत् वित्तीय वर्ष 2016-17 के आय-व्यय का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि 2 करोड 2 लाख 81 हजार 4 सौ रूपये की आय प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में प्राप्त ब्याज आदि से सावधि जमा धनराशि जो बैंक द्वारा स्वतः ही एक वर्ष अथवा तीन वर्ष के लिये बढ़ायी गई है। उन्होंने चिकित्सालय में कार्यरत स्टाफ की कमी के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने चिकित्सालय की कर्मचारी उपस्थिति पंजिका का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में नेत्र सहायक प्रवीण कांत अनुपस्थित पाया गया। जिलाधिकारी ने नेत्र सहायक श्री कांत का एक दिन का आकस्मिक अवकाश काटने के निर्देश चिकित्सा प्रशासन को दिये। उन्होंने रोगी पंजीकरण काउन्टर पर पंजीकरण की भी जानकारी ली। इस अवर पर अध्यक्ष, नगरपालिका गोपेश्वर चमोली संदीप रावत, सांसद प्रतिनिधि रघुवीर सिंह बिष्ट, विधायक बद्रीनाथ क्षेत्र के प्रतिनिधि मोहन सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 बिराज शाह, मुख्य कोषाधिकारी वीरेन्द्र कुमार सहित चिकित्सा विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।