प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स में कोरोना वैक्सीन लगवा कर, बिना कुछ कहे एक साथ दे दिए कई संदेश, वीडियो देखें, अब देश के शासकीय व निजी चिकित्सालयों में लगेगी वैक्सीन, निजी चिकित्सालयों में ये मूल्य हुआ सुनिश्चित

✍️हरीश मैखुरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज AIIMS दिल्ली में # COVID19 वैक्सीन की पहली खुराक ली। उन्हें भारत बायोटेक का COVAXIN प्रशासित किया गया। चिकित्सा कर्मियों के बाद अब कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने टीका लगवाया, पीएम मोदी ने इसकी जानकारी स्वयं भी साझा की। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में जाकर प्रधानमंत्री ने टीका लगवाया, यह पीएम को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक लगी है। पांडिचेरी की निवेदा ने प्रधानमंत्री को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाई। निवेदा तीन साल से एम्स में कार्यरत हैं। 

देश के सबसे बड़े और चर्चित वैक्सीनेशन टीकाकरण अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं प्रतिभाग करके कई संदेश एक साथ देने की कोशिश की है, सूई लगाते समय उनके चेहरे पर मुस्कान थी, बता दें कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा जब भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन को अनुमति दी गई तो कई जानकारों समेत विपक्ष ने सवाल किया कि जो वैक्सीन फिलहाल ट्रायल के तीसरे फेज में थी, एकाएक उसे मंजूरी कैसे दे दी गई. छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने बायोटेक की वैक्सीन को ठुकरा दिया था। राज्य सरकार ने भी तीसरे चरण का परीक्षण पूरा ना होने का हवाला दिया था। 
सिस्टर पी एम मोदी ने लगवाई भारत बायोटेक की कोवैक्सीन। हालांकि  जो पीएम मोदी को एम्स में जो वैक्सीन लगाई गई, वह भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन ही थी। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने इससे विपक्षी दलों समेत देश के सभी लोगों को यह संदेश दिया है कि कोवैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने टीकाकरण के संदर्भ में चुनावी समर साधने की भी संभत: कोशिश की है, प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट पर जो तस्वीरें जारी की गई हैं उनमें वे असमिया गमछा पहने दिख रहे हैं। बताया गया है कि असम के चुनाव में इस बार विपक्षी दल कांग्रेस ने सीएए विरोधी संदेशों के साथ 50 लाख गमछा कट्ठा करने का लक्ष्य बनाया, तभी कुछ दिनों पहले राहुल गांधी एक रैली में असमिया गामोशा पहने नजर आये। वहीं केंद्रशासित प्रदेश में अब तक एक बार भी भारतीय जनता पार्टी या उसकी अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA की सरकार नहीं बनी है। भाजपा की पूरी कोशिश है कि वह दक्षिण में कांग्रेस के इस किले पर सेंध लगा कर ध्वस्त कर दें। यही नहीं कोरोना टीके के विरूद्ध विपक्ष के प्रोपेगेंडा का भी पीएम ने खामोशी से जवाब दे दिया। इस से कोरोना में लूटने का अवसर ढूंढने वाली लाबी का भी पत्ता साफ होना तय समझा जा सकता है। 

इधर अपने उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या कुल 96992 पहुँच गई है। रविवार शाम 6:00 बजे तक प्रदेश में 43 नये संक्रमित सामने आये। उत्तराखंड समेत देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का दूसरा चरण 1 मार्च से आरंभ हो गया है।

इसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 45 साल से ऊपर के उन लोगों को भी यह वैक्सीन दी जा रही है, जो किसी कोमोर्बिडिटी से जूझ रहे हैं। दूसरे चरण में वैक्सीन निजी अस्पतालों में भी यह उपलब्ध होगी। इसके लिए सरकार की ओर से कीमत अधिकतम 250 रूपये निर्धारित की गई है। जबकि, सरकारी चिकित्सालयों में यह वैक्सीन निःशुल्क लगाई जाएगी।