आज का पंचाग आपका राशि फल, इस तरह करें बुढ़ापे में उपचार,

 📖 *नीतिदर्शन………………*✍🏿
*ऋषयश्चैव देवाश्च सत्यमेव हि मेनिरे।*
*सत्यवादी हि लोकेSस्मिन् परं गच्छति चाक्षयम्।।*
📝 *भावार्थ* 👉🏿 ऋषियों और देवताओंने सत्यको ही आदर दिया है। इस लोकमें सत्यको भाषण करनेवाला मनुष्य अक्षय परम धामको प्राप्त होता है।
💐👏🏿 *सुदिनम्* 👏🏿💐
🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७८ || शक-सम्वत् १९४३ || याम्यायन् || राक्षस नाम संवत्सर || वर्षा ऋतु || भाद्रपद शुक्लपक्ष || तिथि सप्तमी अपराह्न ३:११ तक उपरान्त अष्टमी || सौम्यवासर || भाद्रपद सौर २८ प्रविष्ठ|| तदनुसार १३ सितम्बर २०२१ ई० || नक्षत्र अनुराधा पूर्वाह्न ८:२२ तक उपरान्त जेष्ठा (ऐन्द्र) || वृश्चिकस्थ चन्द्रमा ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻सोमवार, १३ सितंबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:०८
सूर्यास्त: 🌅 ०६:२५
चन्द्रोदय: 🌝 १२:३१
चन्द्रास्त: 🌜२२:५८
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 भाद्रपद
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉सप्तमी (१५:१० तक)
नक्षत्र 👉अनुराधा (०८:२४ तक)
योग 👉 विष्कुम्भ (०८:५१ तक)
प्रथम करण 👉 वणिज (१५:१० तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (२६:०९ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 वृश्चिक
मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 तुला (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४८ से १२:३७
अमृत काल 👉 २२:४६ से २४:१७
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०६:०० से ०८:२४
विजय मुहूर्त 👉 १४:१७ से १५:०६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:१२ से १८:३६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५० से २४:३६
राहुकाल 👉 ०७:३३ से ०९:०६
राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड 👉 १०:३९ से १२:१२
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 पूर्व
नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (०८:२४ से)
अग्निवास 👉 पाताल (१५:१० से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 स्वर्ग १५:१० से २६:९ तक
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 भोजन में (१५:१० से श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – अमृत २ – काल
३ – शुभ ४ – रोग
५ – उद्वेग ६ – चर
७ – लाभ ८ – अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – चर २ – रोग
३ – काल ४ – लाभ
५ – उद्वेग ६ – शुभ
७ – अमृत ८ – चर
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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मुक्ताभरण संतान सप्तमी, गृहप्रवेश मुहूर्त+भूमि-भवन, क्रय-विक्रय+व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०९:१८ से १०:५० तक, वाहनादि क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर ०१:५५ से सायं ०६:३१ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०८:२४ तक जन्मे शिशुओ का नाम
अनुराधा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ने) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (नो, या, यी, यू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – २८:०१ से ०६:२०
कन्या – ०६:२० से ०८:३८
तुला – ०८:३८ से १०:५९
वृश्चिक – १०:५९ से १३:१८
धनु – १३:१८ से १५:२२
मकर – १५:२२ से १७:०३
कुम्भ – १७:०३ से १८:२९
मीन – १८:२९ से १९:५२
मेष – १९:५२ से २१:२६
वृषभ – २१:२६ से २३:२१
मिथुन – २३:२१ से २५:३६
कर्क – २५:३६ से २७:५७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०६:०० से ०६:२०
शुभ मुहूर्त – ०६:२० से ०८:२४
चोर पञ्चक – ०८:२४ से ०८:३८
शुभ मुहूर्त – ०८:३८ से १०:५९
रोग पञ्चक – १०:५९ से १३:१८
शुभ मुहूर्त – १३:१८ से १५:१०
मृत्यु पञ्चक – १५:१० से १५:२२
अग्नि पञ्चक – १५:२२ से १७:०३
शुभ मुहूर्त – १७:०३ से १८:२९
रज पञ्चक – १८:२९ से १९:५२
अग्नि पञ्चक – १९:५२ से २१:२६
शुभ मुहूर्त – २१:२६ से २३:२१
रज पञ्चक – २३:२१ से २५:३६
शुभ मुहूर्त – २५:३६ से २७:५७
चोर पञ्चक – २७:५७ से ३०:०१
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन प्रातः काल से ही सेहत में नरमी बनेगी। असंयमित खान-पान अथवा अपच के कारण पेट दर्द के साथ शारीरिक अंगों में शिथिलता अनुभव करेंगे। कार्य व्यवसाय में तेजी रहने पर भी धन की आमद के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। कार्यक्षेत्र हो या घर परिवार सभी लोग आपसे स्वार्थ सिद्धि के लिए ही प्रेम करेंगे। दोपहर के आस-पास कोई नया कार्य हाथ लगेगा लेकिन इसमें भी आर्थिक लाभ होते होते टलेगा। आज किसी भी प्रकार के जोखिम भरे कार्य से दूर ही रहना बेहतर है। संध्या का समय दिन की अपेक्षा बेहतर रूप से गुजरेगा किसी पुराने परिचित से भेंट होगी। घर के बड़े बुजुर्गों से अपनी कामना पूर्ति की आस अंत समय मे टूटने पर मन दुखी होगा। सफर अतिआवश्यक होने पर ही करें उधार किसी परिचित को भी ना दें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज मध्यान तक का समय आपको विभिन्न सुखों की प्राप्ति कराएगा। दिन के आरंभ में आलस्य प्रमाद फैलाएंगे जिससे किसी महत्वपूर्ण कार्य में विलंब होगा परिजन भी इस कारण नाराज हो सकते हैं। आज मन ना होने पर भी प्रलोभन में आकर व्यवसायिक दौड़-धूप करेंगे परंतु धन लाभ होने पर की गई दौड़-धूप अखरेगी नहीं। सार्वजनिक क्षेत्र पर वरिष्ठ व्यक्ति से मिलने के अवसर प्राप्त होंगे परंतु इसका कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं उठा पाएंगे। घर में किसी परिजन के द्वारा सामर्थ्य से अधिक वस्तु की मांग मुश्किल में डालेगी इसे टालने का प्रयास करेंगे लेकिन सफल नहीं हो पाएंगे। झूठे वादे किसी से ना करें अन्यथा सम्मान हानि हो सकती है। माता का व्यवहार आज शत्रु तुल्य लगेगा लेकिन यह आपके लिए हितकर ही होगा। मधुमेह अथवा असंयमित रक्तचाप के मरीजों को कुछ समय के लिए मूर्छा अथवा शारीरिक शिथिलता बनेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए व्यर्थ की मानसिक परेशानियों वाला रहेगा। खर्च अनियंत्रित होने के कारण मानसिक तनाव बढ़ेगा। हाथ में पैसा ना होने पर मजबूरी में किसी से उधार लेने की नौबत आ सकती है। कार्यक्षेत्र पर लाभ की संभावना भी बनते-बनते अंत समय में टलने से मन निराश होगा। घर परिवार में किसी शुभ आयोजन की खरीदारी होगी। अन्य कार्यों की व्यस्तता के चलते कार्यक्षेत्र पर कम ही समय दे पाएंगे फिर भी दैनिक खर्चों की पूर्ति थोड़े ही समय में हो जाएगी। भागीदारों अथवा जीवन साथी से आर्थिक मामलों को लेकर कहासुनी होने की संभावना है। धैर्य से काम लें अन्यथा आगे के लिये समस्या बनेगी। जब भी मेहनत करने का मौका मिले इससे पीछे ना हटे निकट भविष्य में इसका फल अवश्य ही आपके लिए हितकर रहेगा। पारिवारिक वातावरण छोटी-छोटी बातों में गर्म होने से मन बेचैन रहेगा फिर भी बीच-बीच में दिमाग ठंडा करने के प्रसंग बनते रहेंगे। पेट संबंधित शिकायत आज भी रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आप अपनी बुद्धि विवेक का आवश्यकता से अधिक ही उपयोग करेंगे प्रत्येक कार्य में मीनमेख निकालना परिजनों के साथ बाहरी लोगों को भी अखरेगा। आज भी स्वाभाव में थोड़ी बहुत जीद रहेगी लेकिन कल जैसे कोई आपकी बातों को सहन नही करेगा अपना विरोध होते देख तुरंत बाद से पलट जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था रहने के कारण उचित लाभ नहीं उठा पाएंगे फिर भी कार्य क्षेत्र के अतिरिक्त बाहरी संपर्कों में से किसी की खुशामद करने पर धन की आमद हो ही जाएगी। मध्यान्ह के बाद मन मनोरंजन की ओर भटकेगा दुर्व्यसनों पर खर्च करेंगे। मित्र मंडली में बैठते समय मौन ही रहने का प्रयास करें अन्यथा आपस की छोटी मोटी मजाक भी किसी के दिल को लगने पर गंभीर विवाद खड़ा कर सकती है। संध्या बाद घर में भी कलह होने की संभावना है। अपना आचरण मर्यादित रखें स्वयं की ही किसी गलती से सेहत खराब होगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपको शांत रहने का सुझाव है। आज परिजन से कोई मनोकामना पूर्ण ना होने पर क्रोध आएगा जिस पर संयम ना रहने पर किसी से हाथापाई की भी नौबत आ सकती है। परिजन फिर भी धैर्य रखेंगे लेकिन बाहर आपका ऐसा आचरण अवश्य ही किसी बड़ी मुश्किल में डाल सकता है। कार्य क्षेत्र पर भी आप के अभद्र व्यवहार के कारण हंगामा होने के आसार हैं। सहकर्मियों को शक की निगाह से देखना आपके लिए ही हानि करेगा। धन की आमद बिना किसी की सिफारिश अथवा चापलूसी के होना मुश्किल ही है। थोड़ी बहुत आय होगी भी लेकिन सुख के साधनों पर खर्च हो जाएगी। किसी दुर्व्यसन पर भी खर्च करेंगे इसके लिए संचित धन को खर्च करने में भी संकोच नहीं करेंगे। आकस्मिक दुर्घटना के योग हैं सतर्क रहें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन भी आपके लिए बेहतर रहने वाला है लेकिन आज आलस्य प्रमाद अधिक रहने के कारण जल्दी से किसी कार्य को करने के लिए तैयार नहीं होंगे। काम धंधे के प्रति आज पूरी तरह से लापरवाही रहेंगे बैठे-बिठाए लाभ कमाने की मानसिकता आर्थिक लाभ में कमी करेगी। वैसे तो आपकी पराक्रम शक्ति बढ़ी रहेगी लेकिन इसका प्रयोग आवश्यक कार्यों में ना कर व्यर्थ के कार्यों में करेंगे आज के दिन सरकारी कार्यों को छोड़ अन्य जिस भी कार्य में अपना दिमाग लगाएंगे उसमें अन्य लोगों की अपेक्षा तुरंत सफलता मिल सकती है। कुटुंब की आवश्यकता एवं सुख सुविधा बढ़ाने पर अत्यधिक खर्च होगा पर्यटक स्थल पर सैर-सपाटे के प्रसंग बनने से मन रोमांचित रहेगा। संध्या से सेहत में गिरावट दर्ज होने लगेगी समय रहते उपचार करें अन्यथा आगे स्थिति ज्यादा गंभीर हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपका किसी भी कार्य को करने में मन नहीं लगेगा मध्यान्ह तक का समय व्यर्थ की कल्पनाओं में खराब करेंगे। घरेलू कार्य एक साथ सर पर आने पर बेमन से करने ही पड़ेंगे अपने कार्य अन्य किसी के ऊपर डालने पर नोकझोंक होगी। दैनिक उपभोग की वस्तुओं से जुड़े व्यवसाइयों के अतिरिक्त अन्य कोई भी कार्य क्षेत्र से मनचाही सफलता की आशा न रखें। मध्यान्ह के बाद का समय आनंद मनोरंजन में व्यतीत होगा इसके लिए अपने आवश्यक कार्यों को भी अनदेखा करेंगे। मित्र परिचितों के साथ किसी रमणीय स्थल की यात्रा होगी धार्मिक क्षेत्र पर आज चोरी होने का भय है सतर्क रहें। संतानों के ऊपर आज विशेष नजर रखें जाने अनजाने कोई गलती कर सकते हैं। जिसका पारिवारिक प्रतिष्ठा पर विपरीत असर पड़ेगा। रात्रि के समय उत्तम भोजन सुख मिलेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप का मन आवश्यकता से अधिक चंचल रहेगा। मित्र मंडली में लंबी-लंबी डींगें हांकने पर हंसी के पात्र बनेंगे। अपनी उम्र से बड़े लोगों के सामने विवेक से पेश आएं अन्यथा मानहानि अवश्य हो कर रहेगी। सरकारी कर्मचारियों को पद प्रतिष्ठा का लाभ एवं सामान्य वर्ग को भी सरकार के द्वारा लाभ होने की संभावना है। व्यवसायी वर्ग को आशाजनक धन लाभ किसी ना किसी मार्ग से हो जाएगा। कार्यक्षेत्र पर ले देकर काम बनाने की मानसिकता हानि करा सकती है जो भी कार्य करें दृढ़ निश्चय हो कर करें परिणाम आपके पक्ष में ही रहेगा। घरेलू वातावरण में अपने विनोदी स्वभाव से तालमेल बनाए रखेंगे। लेकिन आज विपरीत लिंगीय आकर्षण मानहानि करा सकता है इसका विशेष ध्यान रखें। पेट संबंधित कुछ ना कुछ विकार बना रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपको विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। दिन के आरंभ में जिन लोगों से आर्थिक अथवा अन्य प्रकार की मदद का आश्वासन मिलेगा मध्यान्ह आते आते सभी एक-एक करके साथ छोड़ते जाएंगे शारीरिक रूप से भी सामर्थ्य कम ही रहेगा फिर भी परिस्थितियों को देखकर भागदौड़ करनी ही पड़ेगी व्यवसायी वर्ग निवेश अथवा कोई महत्वपूर्ण सौदा करते हुए सतर्क रहें धोखा होने की संभावना है। उधार के व्यवहार भूलकर भी ना करें संध्या का समय दिन की अपेक्षा सुधार वाला रहेगा थोड़ी बहुत आय बनने से मानसिक राहत मिलेगी। घर में भी भाई बंधू अथवा अन्य पारिवारिक मामलों में बाहरी लोगों के दखल से आपसी फूट जैसी स्थिति बनेगी। स्त्री एवं संतान के अलावा अन्य किसी का सहयोग ना के बराबर ही रहेगा। यात्रा की योजना फिलहाल स्थगित करें सेहत एवं धन व्यर्थ खराब होंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप सार्वजनिक क्षेत्र पर बेहतर प्रदर्शन कर प्रशंसा के पात्र बनेंगे। जटिल कार्यो को भी अपने व्यवहार कुशलता से आसान बनाएंगे। दिन के आरंभ में थोड़ी बहुत शारीरिक समस्या बनेगी लेकिन कार्य व्यस्तता के चलते इनको अनदेखा करना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में आज संभावनाएं तो काफी रहेगी लेकिन अंत समय में कुछ ना कुछ व्यवधान आने से लाभ के नजदीक पहुंचकर निराश हो सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों के लिए आज दिन शुभ ही रहेगा अपनी वाक पटुता से अधिकारियों को प्रसन्न कर सकेंगे। परिवार में छोटी मोटी नोकझोंक को छोड़ सुख शांति का अनुभव होगा। आज कुटुंब में किसी के अमर्यादित आचरण के कारण शर्मसार भी होना पड़ सकता है। संध्या बाद अत्यधिक थकान होने से मन में उच्चाटन आएगा। छोटी बड़ी यात्रा आनंद के साथ लाभ भी कराएगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए कार्य सफलता वाला रहेगा। आप दिन के प्रथम भाग के बाद पूर्वनियोजित योजनाओं में सफलता मिलने से उत्साहित रहेंगे। कई दिनों से चल रही आर्थिक मंदी अकस्मात धन लाभ होने से खत्म होगी। लेकिन भविष्य के लिए संचय आज भी नहीं कर पाएंगे धन हाथ में आते ही अक्समात खर्चों में भी वृद्धि होने से तुरंत निकल जाएगा। फिर भी सुख सुविधा जुटाने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। आज परिजनों की बातों पर आंख बंद कर कर भरोसा करने पर हानि हो सकती है इसका विशेष ध्यान रखें। दांपत्य जीवन में अचानक परिवर्तन देखने को मिलेगा कई दिनों से चल रही खींचतान अकस्मात ही प्रेम में बदल जाएगी। इसके पीछे पति-पत्नी का व्यक्तिगत स्वार्थ भी हो सकता है। घरेलू खर्चों के अतिरिक्त बड़े बुजुर्गों पर खर्च करना पड़ेगा। लोहे के उपकरणों से कार्य करते समय सावधानी बरतें जलने कटने का भय रहेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप की धार्मिक भावनाओं में वृद्धि होगी। अपनी व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर पूजा पाठ आदि धार्मिक कृत्यों एवं परोपकार में लगेंगे। धन की आवश्यकता होने पर भी आप कार्य व्यवसाय के प्रति ज्यादा गंभीर नहीं रहेंगे। इसके फलस्वरुप सीमित आय से ही गुजारा करना पड़ेगा। कार्यक्षेत्र पर आज अधीनस्थ कर्मचारियों एवं सहकर्मियों के कहे अनुसार ही कार्य करना पड़ेगा। फिर भी अति आवश्यक निर्णय स्वयं के विवेक से ही लें अन्य लोगों के भरोसे रहने पर बाद में पश्चाताप होगा। पारिवारिक वातावरण भी धार्मिक रहेगा घर में पूजा पाठ आदि शुभ कर्म संपन्न होंगे। मित्र परिजनों के साथ धार्मिक क्षेत्र की यात्रा होगी। दान पुण्य पर भी थोड़ा बहुत खर्च करेंगे सेहत आज ठीक-ठाक ही रहेगी।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

निर्झर मंगल कामनाओ सहित आप सभी सुहृद्जनो को सुप्रभात !💐

*”” दाना पानी… “”*इस तरह करें बुढ़ापे में उपचार

“अरे! भाई बुढापे का कोई ईलाज नहीं होता . अस्सी पार चुके हैं . अब बस सेवा कीजिये .” डाक्टर पिता जी को देखते हुए बोला . “डाक्टर साहब ! कोई तो तरीका होगा . साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है .”

“शंकर बाबू ! मैं अपनी तरफ से दुआ ही कर सकता हूँ . बस आप इन्हें खुश रखिये . इस से बेहतर और कोई दवा नहीं है और इन्हें लिक्विड पिलाते रहिये जो इन्हें पसंद है .” डाक्टर अपना बैग सम्हालते हुए मुस्कुराया और बाहर निकल गया शंकर पिता को लेकर बहुत चिंतित था . उसे लगता ही नहीं था कि पिता के बिना भी कोई जीवन हो सकता है . माँ के जाने के बाद अब एकमात्र आशीर्वाद उन्ही का बचा था . उसे अपने बचपन और जवानी के सारे दिन याद आ रहे थे . कैसे पिता हर रोज कुछ न कुछ लेकर ही घर घुसते थे . बाहर हलकी-हलकी बारिश हो रही थी . ऐसा लगता था जैसे आसमान भी रो रहा हो . शंकर ने खुद को किसी तरह समेटा और पत्नी से बोला “सुशीला ! आज सबके लिए मूंग दाल के पकौड़े , हरी चटनी बनाओ . मैं बाहर से जलेबी लेकर आता हूँ .” पत्नी ने दाल पहले ही भिगो रखी थी . वह भी अपने काम में लग गई . कुछ ही देर में रसोई से खुशबू आने लगी पकौड़ों की . शंकर भी जलेबियाँ ले आया था . वह जलेबी रसोई में रख पिता के पास बैठ गया . उनका हाथ अपने हाथ में लिया और उन्हें निहारते हुए बोला

“बाबा ! आज आपकी पसंद की चीज लाया हूँ . थोड़ी जलेबी खायेंगे .”पिता ने आँखे झपकाईं और हल्का सा मुस्कुरा दिए . वह अस्फुट आवाज में बोले “पकौड़े बन रहे हैं क्या ???”

“हाँ, बाबा ! आपकी पसंद की हर चीज अब मेरी भी पसंद है . अरे! सुषमा जरा पकौड़े और जलेबी तो लाओ .” शंकर ने आवाज लगाईं .”लीजिये बाबू जी एक और . ” उसने पकौड़ा हाथ में देते हुए कहा “बस ….अब पूरा हो गया . पेट भर गया . जरा सी जलेबी दे .” पिता बोले शंकर ने जलेबी का एक टुकड़ा हाथ में लेकर मुँह में डाल दिया . पिता उसे प्यार से देखते रहे
“शंकर ! सदा खुश रहो . मेरा दाना पानी अब पूरा हुआ .” पिता बोले

“बाबा ! आपको तो सेंचुरी लगानी है . आप मेरे तेंदुलकर हो .” आँखों में आंसू बहने लगे थे . वह मुस्कुराए और बोले – “तेरी माँ पेवेलियन में इंतज़ार कर रही है . अगला मैच खेलना है . तेरा पोता बनकर आऊंगा , तब खूब खाऊंगा बेटा .” पिता उसे देखते रहे . शंकर ने प्लेट उठाकर एक तरफ रख दी . मगर पिता उसे लगातार देखे जा रहे थे . आँख भी नहीं झपक रही थी . शंकर समझ गया कि यात्रा पूर्ण हुई . तभी उसे ख्याल आया , पिता कहा करते थे

“श्राद्ध खाने नहीं आऊंगा कौआ बनकर , जो खिलाना है अभी खिला दे .”

|(‘}_,
|(_/\\_ “” *सुनील पाठक* “” जमशेदपुर